🌹आर्य समाज के प्रवक्ता और वेद प्रचारक स्वामी विवेकानन्द परिव्राजक का उत्तर : – महाबली हमुमान जी वानर = बन्दर नहीं थे. वे वेदों के बड़े विद्वान्, बलवान, ब्रह्मचारी और तपस्वी ‘मनुष्य’ थे. इसके कुछ प्रमाण मैं यहाँ लिखता हूँ : – १- हनुमान जी की माता जी का नाम ‘अंजनी’ था. और पिता जी […]
लेखक: आर्य सागर खारी
मौत को मौका बनाकर गरीब जनता के साथ खतरनाक विश्वासघात करने, उसके साथ भद्दा सामाजिक राजनीतिक मजाक करने का कांग्रेसी इतिहास 41 बरस पुराना है। 6 अक्टूबर को अपने कांग्रेसी मातम की राजनीतिक मजलिस करने लखीमपुर गयी राहुल प्रियंका भूपेश और चन्नी की कांग्रेसी चौकड़ी समेत पूरी कांग्रेसी फौज भूल गयी है या भूलने का […]
आर्य सागर खारी अवगत हो कि 7 अक्टूबर 2021 को मूलतः जनपद गौतम बुध नगर की दादरी तहसील के महावड़ गांव निवासी प्रसिद्ध इतिहासकार, चिंतक ,लेखक ,अधिवक्ता एवम पत्रकार डॉ राकेश कुमार आर्य ,वरिष्ठ अधिवक्ता व चिंतक देवेंद्रसिंह आर्य , वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर विजेन्द्रसिंह आर्य , सूबेदार मेजर वीरसिंह आर्य की दिवंगत माता श्रीमती सत्यवती […]
<img src=”https://www.ugtabharat.com/wp-content/uploads/2021/10/IMG-20211010-WA0061-206×300.jpg” alt=”” width=”206″ height=”300″ class=”alignright size-medium wp-image-44596″ /> दुख तो जीवन में आते थे, आते हैं, और जब तक जीवन है, तब तक आते रहेंगे। इन से पूरी तरह बचने का तो केवल एक उपाय है, वह मोक्ष। “मोक्ष प्राप्त कर लेने पर फिर दुख नहीं आते। क्योंकि मोक्ष में दुख का कारण शरीर […]
रवि शंकर पाँच सौ वर्ष से अधिक के संघर्ष के बाद अयोध्या में अंतत: भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। निश्चित ही यह एक शुभ संकेत है। वर्ष 2020 हालाँकि कोरोना के कारण काफी खराब माना जा रहा है, परंतु यदि हम भारत में हुए कुछेक राजनीतिक तथा सांस्कृतिक निर्णयों को […]
सन 711ई. की बात है। अरब के पहले मुस्लिम आक्रमणकारी मुहम्मद बिन कासिम के आतंकवादियों ने मुल्तान विजय के बाद एक विशेष सम्प्रदाय हिन्दू के ऊपर गांवो शहरों में भीषण रक्तपात मचाया था। हजारों स्त्रियों की छातियाँ नोच डाली गयीं, इस कारण अपनी लाज बचाने के लिए हजारों सनातनी किशोरियां अपनी शील की रक्षा के […]
वह दिन अब दूर नहीं जब अंक गणना लेखन में एक इकाई ,दो इकाई, को लिखने पढ़ने समझने वाले चुनिंदा व्यक्ति रहेंगे। दो एकम दो ,दो दूनी चार नहीं। टू वन जा टू टू टू जा फोर” हो गया है कितनी आसानी से हमने यह कर दिया लेकिन यूनान रोम यूरोप को हजारों वर्ष लग […]
लेखक आर्य सागर खारी✍✍✍✍ मोहनदास करमचंद गांधी हाड मास का पुतला ही नहीं जैसा भौतिक विज्ञानी अल्बर्ट आइंस्टाइन ने उनके विषय में कहा था। गांधी अनेक दुर्गुण दोषो का भी पुतला थे। गांधी को परनिंदा करने में बहुत आनंद आता था । इस काम के लिए गांधी बखूबी इस्तेमाल करते थे अपने धनी मित्र मंडली […]
ज्ञानेंद्र बरतरिया इस लेख के दो उद्देश्य हैं। एक यह कि यह लेख प्राचीन भारत में कन्याओं, स्त्रियों और महिलाओं की स्थिति को यथासंभव और संक्षेप में प्रस्तुत करें, और दूसरा यह कि इस लेख को पढऩे वाले व्यक्ति उस प्रत्येक नारी के सम्मान और कल्याण के लिए प्रेरित हों, जो नारी उनसे मां, बहन, […]
रमेश ठाकुर मारा गया जितेंद्र गोगी नाम का अपराधी दिल्ली का टॉप-10 गैंगस्टर था। इसी के गुट से वर्षों पहले अलग हुए टिल्लू गुट के सदस्यों ने उसे कथित तौर पर मारा। पहले दोनों गुटों का मुख्य धंधा सुपारी लेकर मर्डर करने का था। हालांकि अभी भी दोनों गुटों के सदस्य सक्रिय हैं। राजधानी की […]