ओ३म् ========== आर्यसमाज, राजपुर-देहरादून का वार्षिकोत्सव रविवार दिनांक 27-12-2020 को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस समाज की स्थापना 1 जनवरी, 2016 को डा. वेद प्रकाश गुप्ता जी ने आर्यसमाज के निष्ठावान सेवक श्री प्रेमप्रकाश शर्मा जी के साथ मिलकर की थी। आज समाज का उत्सव प्रातः आचार्या डा. अन्नपूर्णा जी, द्रोणस्थली कन्या गुरुकुल के ब्रह्मत्व में […]
लेखक: मनमोहन कुमार आर्य
ओ३म् =========== ऋषि दयानन्द सरस्वती जी का सत्यार्थप्रकाश ग्रन्थ देश देशान्तर में प्रसिद्ध ग्रन्थ है। ऋषि दयानन्द ने इस ग्रन्थ को क्यों लिखा? इसका उत्तर उन्होंने स्वयं इस ग्रन्थ की भूमिका में दिया है। उन्होंने लिखा है कि ‘मेरा इस ग्रन्थ के बनाने का मुख्य प्रयोजन सत्य-सत्य अर्थ का प्रकाश करना है, अर्थात् जो सत्य […]
ओ३म् =========== मनुष्य जन्म लेता है परन्तु उसे यह पता नहीं होता कि उसके जन्म लेने व परमात्मा के जन्म देने का प्रयोजन किया है? जन्म के प्रयोजन का ज्ञान हमें वेदों सहित ऋषियों के दर्शन व उपनिषद आदि ग्रन्थों सहित ऋषि दयानन्द के सत्यार्थप्रकाश, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका एवं आर्य विद्वानों के ग्रन्थों से होता है। निष्कर्ष […]
ओ३म् – =========== अंतर्राष्ट्रीय ख्याति के वैदिक विद्वान एवं अध्यात्म पथ के संपादक आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री जी ने ऑनलाइन विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि वैदिक मानवतावाद ही शांति का शाश्वत मार्ग है। श्री शास्त्री ने यह बात कंसल्टेंट जनरल ऑफ इंडिया एवं सेवा इंटरनेशनल (ऑस्ट्रेलिया) के तत्वावधान में 20 दिसम्बर, 2020 को […]
ओ३म् ========= हमारा यह संसार1.96 अरब वर्षों से अधिक समय पूर्व बना था। तब से यह जीवों के आवागमन व ग्रहों व उपग्रहों के नियमपूर्वक गतिमान होने से चल रहा है। सृष्टि में प्रथम मनुष्य वा स्त्री पुरुष अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न हुए थे। सभी मनुष्यों सहित आंखों से दृश्य व अदृश्य भौतिक सृष्टि, प्राणी […]
ओ३म् ========== हितकारी प्रकाशन समिति, हिण्डोन सिटी-राजस्थान आर्यजगत के प्रमुख प्रकाशक हैं। इस संस्थान का संचालन प्रसिद्ध ऋषिभक्त श्री प्रभाकरदेव आर्य जी करते हैं। इस संस्था का इतिहास लगभग तीन दशकों का है। इस अवधि में श्री प्रभाकर जी ने लगभग 350 छोटे-बड़े ग्रन्थों का प्रकाशन किया है। वर्तमान में लगभग 200 से कुछ अधिक […]
ओ३म् ============== मनुष्य की अपनी अपनी आवश्यकतायें एवं इच्छायें हुआ करती हैं। वह उनकी पूर्ति के लिये प्रयत्न भी करते हैं। मनुष्य जिस सामाजिक वातावरण में रहता है वहां उसे अपने बड़ों से जो शिक्षा मिलती है उसमें उसकी स्वाभाविक प्रवृत्ति हो जाती है। वह बिना छानबीन व विवेक से उन्हें स्वीकार कर लेता है। […]
ओ३म् ========== हम एक बहु प्रचारित विचार को पढ़ रहे थे जिसमें कहा गया है‘ईश्वर में आस्था है तो मुश्किलों में भी रास्ता है।’ हमें यह विचार अच्छा लगा परन्तु यह अपने आप में पूर्ण न होकर अपूर्ण विचार है। इसको यदि ठीक से समझा नहीं गया तो इससे लाभ के साथ कभी कभी बड़ी […]
ओ३म् ========= 📷 श्री राधेश्याम गोयल ‘ढाणीवाला’, नीचम का एक लेख22 दिसम्बर को ‘‘सूर्य मकर रेखा पर” पाणिनी कन्या गुरुकुल की आचार्या जी से व्हटशप पर प्रसारित होकर हमें प्राप्त हुआ है। इस लेख में लेखक की दो बातों का हम उद्धृत कर रहे हैं। 1- 22 दिसम्बर को पृथिवी पर मकर रेखा पर जब […]
ओ३म् ======== हम आज दिनांक21-12-2020 को वैदिक साधन आश्रम तपोवन भ्रमण पर गये। आश्रम के अधिकारी एवं अन्य बन्धु आश्रम संबंधी कार्यों से यत्र-तत्र गये हुए थे। वहां हमें एक सज्जन मिले जो दिल्ली से आये हुए हैं। उन्होंने बताया कि वह दस बारह दिन से यहां आयें हैं और यहीं रहेंगे तथा आश्रम की […]