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उगता भारत न्यूज़

वेदिक साधन आश्रम तपोवन में वेदभाष्य एवं सत्यार्थ प्रकाश आदि साहित्य का विक्रय केंद्र स्थापित

ओ३म् ========== हमें कल वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में दिनांक 7-3-2021 से चल रहे चतुर्वेद पारायण यज्ञ में जाने व भाग लेने का अवसर मिला। यह वेद पारायण यज्ञ आश्रम की पर्वतीय ईकाई जो मुख्य आश्रम से तीन किलोमीटर पर्वतों की एक चोटी पर स्थित है तथा वन व वृक्षों से आच्छादित है, जहां […]

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भारतीय संस्कृति

देश की उन्नति के लिए सत्य का मंडन और असत्य का खंडन होना आवश्यक है

ओ३म् ========== ऋषि दयानन्द ने सत्यार्थप्रकाश के ग्यारहवें समुल्लास में खण्डन-मण्डन की आवश्यकता एवं महत्व पर प्रकाश डाला है। हम यहां उनके विचारों को अपने शब्दों में कुछ अन्तर के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं। स्वामी जी कहते हैं कि हमारे देश के संन्यासी लोग ऐसा समझते हैं कि हम को खण्डन-मण्डन से क्या प्रयोजन? […]

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आओ कुछ जाने धर्म-अध्यात्म

ईश्वर ने हम जीवात्माओं को मनुष्य क्यों बनाया ?

ओ३म् ========== हम मनुष्य कहलाते हैं। वस्तुतः सदाचार को धारण कर ही हम मनुष्य बन सकते हैं परन्तु सदाचारी व धर्मात्मा मनुष्य बनने के लिये सद्ज्ञान प्राप्त करने सहित पुरुषार्थ वा आचरण भी करना होता है। क्या हम सब ज्ञानी वा विद्यावान हैं? इसका उत्तर ‘न’ अक्षर व शब्द में मिलता है। जब हम विद्यावान […]

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धर्म-अध्यात्म

अपौरुषेय भाषा और ज्ञान के ग्रंथ हैं वेद

ओ३म् ========== वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद की संहिताओं में निहित मंत्रों व इनके सभी मन्त्रों में निहित ज्ञान को कहते हंै। वेदों का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी की यह सृष्टि पुरानी है। हमारे प्राचीन काल के मनीषियों से लेकर ऋषि दयानन्द (1825-1883) तक ने वेदों की उत्पत्ति, इसके रचयिता व ज्ञान […]

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उगता भारत न्यूज़

ऋषि दयानंद ने वेदो से कर्मफल सिद्धांत निकाला और उनका प्रचार प्रसार किया : डॉ सत्यदेव निगमालंकार

ओ३म् -आर्यसमाज धामावाला में ऋषि जन्मोत्सव एवं बोधोत्सव आयोजित’ ============ आज रविवार दिनांक 14-3-2021 को आर्यसमाज धामावाला, देहरादून में ऋषि जन्मोत्सव एवं ऋषि बोधोत्सव के आयोजन श्रद्धा, उत्साह एवं सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए। आयोजन के आरम्भ में समाज की भव्य यज्ञशाला में आर्यसमाज के पुरोहित पं. विद्यापति शास्त्री जी ने सन्ध्या कराने के बाद यज्ञ कराया […]

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धर्म-अध्यात्म

हमें धर्म और उपासना के यथार्थ स्वरूप व रहस्य को जानना चाहिए

ओ३म् =========== आजकल सामाजिक जगत तथा राजनीति जगत में धर्म के नाम की खूब चर्चा होती है परन्तु लगता है कि इसकी चर्चा करने वाले लोगों को धर्म का यथार्थस्वरूप व धर्म शब्द का अर्थ ज्ञात नहीं होता। धर्म संस्कृत का शब्द है जो यथावत् हिन्दी भाषा में भी प्रयोग किया जाता है। मनुष्य एक […]

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धर्म-अध्यात्म

हमारे वर्तमान जन्म की तरह पूर्वजन्म और पुनर्जन्म का होना भी सत्य है

ओ३म् ========= हम मनुष्य हैं और लगभग 7 दशक पूर्व हमारा जन्म हुआ था। प्रश्न है कि जन्म से पूर्व हमारा अस्तित्व था या नहीं? यदि नहीं था तो फिर यह अभाव से भाव अर्थात् अस्तित्व न होने से हुआ कैसे? विज्ञान का सिद्धान्त है कि किसी भी पदार्थ का रूपान्तर तो किया जा सकता […]

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धर्म-अध्यात्म

आर्य समाज वैदिक धर्म प्रचारक एवं समाज सुधारक संस्था है

ओ३म् =========== आर्यसमाज ऋषि दयानन्द द्वारा चैत्र शुक्ल पंचमी विक्रमी 1931 तदनुसार 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई में स्थापित एक धार्मिक, सामाजिक, राष्ट्रवादी एवं वैदिक राजधर्म की प्रचारक संस्था वा आन्दोलन है। ऋषि दयानन्द को आर्यसमाज की स्थापना इसलिए करनी पड़ी क्योंकि उनके समय में सृष्टि के आदिकाल में ईश्वर से प्रादुर्भूत सत्य सनातन […]

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आज का चिंतन हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

यदि ऋषि दयानन्द ना होते तो आज आर्य हिंदू जाति बहुत ही दुर्दशा को प्राप्त होती

ओ३म् ============= मनुष्य की पहचान व उसका महत्व उसके ज्ञान, गुणों, आचरण एवं व्यवहार आदि से होता है। संसार में 7 अरब से अधिक लोग रहते हैं। सब एक समान नहीं है। सबकी आकृतियां व प्रकृतियां अलग हैं तथा सबके स्वभाव व ज्ञान का स्तर भी अलग है। बहुत से लोग अपने ज्ञान के अनुरूप […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

ऋषि दयानंद ने अविद्या दूर करने सहित संसार का उपकार किया

ओ३म् सृष्टि के आरम्भ से संसार में मनुष्य आदि प्राणियों का जन्म होता आ रहा है। मनुष्य बुद्धि से युक्त प्राणी है जो सोच विचार कर सत्य और असत्य का निर्णय कर अपने सभी कार्य करता व कर सकता है। सामान्य मनुष्य दूसरे शिक्षित मनुष्यों को देखकर अपने जीवन को भी अच्छा व सुखी बनाने […]

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