Categories
कविता

इतिहास बेचने वाले गद्दारो

भारत लहू की धार से कभी अपमानित नहीं हुआ , तू-इतिहास पर हमला कर देश को लज्जित किया- जम्मू द्वीपे आर्यवृते के भारत भूखंड पर प्रकृति की गोद में हुआ मानव जन्म प्रकृति की वाणी की पुत्री संस्कृत हुई प्रथम सूर्य की किरण से धरती पवित्र हुई भौतिकवाद की माता बनी भारत आध्यात्मिक धार,गंगा से […]

Categories
आज का चिंतन

मुझे गर्व है अपने आप पर – – – – –

सचमुच मेरा भारत महान है, क्योंकि मेरा भारत ही है जो हमें एक धर्म – सत्य सनातन वैदिक , एक धर्म ग्रंथ – वेद , एक उपास्य देव – ईश्वर ( ओ३म ) , एक गुरु मंत्र — गायत्री मंत्र , एक राष्ट्र – आर्यावर्त राष्ट्र , एक विश्व ध्वज — ओ३म पताका (भगवा ) […]

Categories
आज का चिंतन

मां भारती के सच्चे साधक देवता स्वरूप भाई परमानंद जी की जयंती के अवसर पर

भारत के महान क्रांतिकारी आंदोलन में भाई परमानंद जी का नाम एक महान क्रांतिकारी के नाम रूप में दर्ज है । व्यवहार और आचरण से बहुत ही सादगी पसंद भाई परमानंद जी को उनके इन गुणों के कारण देवतास्वरूप भाई परमानंद के रूप में जाना जाता है । आर्य समाज से जुड़े होने के कारण […]

Categories
कविता

उठो उठो जवां उठो सुधीर कारवां उठो

उठो उठो जवाँ उठो सुधीर कारवाँ उठो हुकाँर के उठो उठो जवाँ उठो जवाँ उठो सुनो पुकार मात की दहाड़ के बढे चलो नदी पड़े फलाँग लो पहाड़ पे चढ़े चलो सुगम्य राह की भला रखो न आश ही कभी कुपंथ पंथ चाह को रखो न पास भी कभी तजो सभी मलाल को विराट हो […]

Categories
भारतीय संस्कृति

न्यायालय पर सतत हमले और राम मंदिर मुकदमा

-विनोद बंसल बात पांच दिसंबर 2017 की है जब देश के प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंड पीठ स्वतंत्र भारत के सर्वाधिक चर्चित 77 वर्षों से लंबित मामले पर अपनी पहली सुनवाई हेतु उपस्थित थी. इससे पहले 11 अगस्त को न्यायालय ने सभी पक्षकारों को अपने अपने पक्ष के दस्तावेज समय पर जमा […]

Categories
आज का चिंतन

प्रियंका जी ! पटेल के सामने 10 गांधी भी छोटे हैं

यदि सरदार पटेल जैसी निर्भीकता से गांधीजी कार्य करते और अंग्रेजों से उनकी गलतियों को सुधारने के लिए कठोरता से अपना पक्ष रखते तो परिस्थितियां इतनी जटिल नहीं होतीं , जितनी हो गई थीं । गांधीजी की स्थिति तो यह थी कि वह सरदार पटेल को भी निर्भीक होने से टोकते रहते थे। पर अंत […]

Categories
आज का चिंतन

प्रियंका जी ! गांधी नेहरू से सरदार पटेल जी इसलिए उत्तम हैं – – –

प्रियंका जी ! गांधी बाबा से सरदार पटेल जी इसलिए उत्तम हैं – – – – – – आजादी के समय वीर सावरकर जी एकमात्र ऐसे नेता थे जिनका अपना संगठन हिन्दू महासभा और जिनके अपने साथी उस समय ” पाकिस्तान मुर्दाबाद ‘ और ‘ भारत देश पुनः अखंड हो ‘ – का नारा लगा […]

Categories
आज का चिंतन

1984 के सिख विरोधी दंगे : न्याय के पात्र कहीं और भी हैं

1 नवंबर 1984 के वे भयानक दंगे जिन्होंने अनेकों निर्दोष सिक्खों की जान ले ली थी , अभी तक चित्त से उतरे नहीं हैं । जिन लोगों ने सिख विरोधी दंगों के घाव झेले हैं , यह केवल उनका हृदय ही जानता है कि उन्होंने इन जख्मों को कैसे झेलने का प्रयास किया है ? […]

Categories
धर्म-अध्यात्म

हमारा यह जन्म हमारे पूर्व जन्म का पुनर्जन्म है और यह सत्य सिद्धांत है

ओ३म् -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वैदिक धर्म एवं संस्कृति इस सृष्टि की आद्य एवं प्राचीन धर्म एवं संस्कृति है। यह धर्म व संस्कृति ईश्वर प्रदत्त ज्ञान वेद के आधार पर प्रचलित एवं प्रसारित हुई है। महाभारत काल तक इसका प्रचार व प्रसार पूरे विश्व में था। वेद के सभी सिद्धान्त ईश्वर प्रदत्त होने से सत्य […]

Categories
आज का चिंतन

स्टैचू ऑफ यूनिटी के महानायक सरदार पटेल को उनकी जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की सच्ची भावांजलि

आज देश के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल की जयंती है । राष्ट्र आज पहली बार अपने इस महानायक को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। जब जम्मू कश्मीर का पूर्ण वैधानिक विलय होते हुए हम भारत में देख रहे हैं । वहां पर आज एक विधान , एक निशान की प्रक्रिया के अंतर्गत नई […]

Exit mobile version