Categories
संपादकीय

एकाग्रता उत्पन्न करो (2)

आज का काम आज जिस काम की आज आवश्यकता है, या जिस कार्य को आज ही पूर्ण हो जाना चाहिए-उसके लिए हमारा प्रयास होना चाहिए कि वह आज ही पूर्ण हो जाना चाहिए। आज के कार्य को कल के भरोसे छोडऩा उचित नही, क्योंकि कल को जब सूर्यदेव आकर नमस्कार करेंगे तो उनके साथ ही […]

Categories
संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

सर्वोदयवादी और अन्त्योदयवादी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के लिए था हमारा संघर्ष

धर्म ही अटल हैचाणक्यनीति (5/10) में कहा गया है :-‘चला लक्ष्मीश्चला: प्राणाश्चले जीवितयौवने। चला चले च संसारे धर्म एकोहि निश्चल:।।’अर्थात इस चराचर जगत में लक्ष्मी, प्राण, यौवन और जीवन सब कुछ नाशवान हैं, केवल एक धर्म की अटल है।अटल धर्म के प्रति भारत के लोगों की आस्था भी अटल रही है। इसलिए महाभारत में भी […]

Categories
संपादकीय

एकाग्रता उत्पन्न करो

जीवन में उन्नति के लिए एकाग्रता बहुत ही आवश्यक है। किसी भी कार्य करने के लिए मन की संकल्प शक्ति की तो आवश्यकता होती ही है मन की एकाग्रता की भी उतनी ही आवश्यकता होती है। मन की संकल्प शक्ति को भी मन की एकाग्रता ही बलवती करती है। इसे इस प्रकार समझाया जा सकता […]

Categories
संपादकीय

सुनो राष्ट्र की पुकार

हे सर्व नियन्ता स्वामिन! मैं आ गया हूँ आपके दरबार में। झोली फैलाये खड़ा हूँ, पिता। सुनो मेरी पुकार, दयानिधे! मेरे हृदय में आग जल रही है-काम की, क्रोध की, मद की, मोह की, लोभ की, ईष्र्या की, जलन की, डाह की। एक अग्नि शांत नहीं होती इतने में दूसरी भडक़ उठती है। मैं तप […]

Categories
संपादकीय

संत एकनाथ जी और कांग्रेस

राहुल गांधी इस समय फिर अज्ञातवास पर हैं। कुंआरे राहुल का अज्ञातवास लोगों का बहुत खलता है। पता नही क्यों नही सोचते लोग कि अंतत: राहुल गांधी भी एक इंसान हैं, और उन्हें भी अपने जीवन को अपने ढंग से जीने का पूरा-पूरा अधिकार है। यह राजनीति है ना ये बड़ी अजीब है। इसे समझना […]

Categories
संपादकीय

मुद्दों से भागती भाजपा

भूमि विधेयक पर भाजपा की केन्द्र सरकार पीछे हट गयी क्योंकि बिना तैयारी के और बिना अपनी सोच और योजना की जानकारी किसानों को दिये, बहुमत के घमंड में संसद में विधेयक ले आयी। प्रचार में पिछड़ी भाजपा का ‘अभिमन्यु’ जब ‘दुर्योधन’ के सात महारथियों ने घेर लिया, तो भाजपा के पास मैदान छोडऩे के […]

Categories
संपादकीय

पद खरीदने का मौसम

उत्तर प्रदेश में मौसम चुनाव का चल गया है। चार चरणों में 9 अक्टूबर से 29 अक्टूबर के बीच सभी 74 जिलों में मतदान होगा। जनपद गौतमबुद्घ नगर को इस चुनावी प्रक्रिया से बाहर रखा गया है। क्योंकि जनपद गौतमबुद्घ नगर का चुनाव संबंधी प्रकरण उच्च न्यायालय इलाहाबाद के समक्ष लंबित है। राज्य निर्वाचन आयुक्त […]

Categories
संपादकीय

सुभाष का राष्ट्रगान-‘‘भारत नाम सुभागा’’

पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने साहस का परिचय देते हुए केन्द्र की मोदी सरकार से भी पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विषय में स्पष्ट कर दिया है कि नेताजी 1945 के पश्चात भी जीवित रहे थे। उन्होंने ऐसी 64 फाइलों को जनता के सामने लाकर पटक दिया, जिनसे स्पष्ट होता है कि […]

Categories
संपादकीय

‘‘भारतीय समाज की जटिलता-जाति व्यवस्था’’

पी.डी. ओस्पेंस्की ने ‘‘ए न्यू मॉडल ऑफ  दी यूनीवर्स’’ पृष्ठ 509 पर लिखा है: ‘‘मनुष्यों का चार वर्णों में वर्गीकरण एक आदर्श समाज व्यवस्था है। इसका कारण यह है कि वास्तव में यह एक स्वाभाविक वर्गीकरण है। चाहे लोग इसे चाहें या न चाहें, चाहे वे इसे मानें या न मानें मगर वे चार वर्गों […]

Categories
संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

मुगल वंश से पहले ही हो गया था कश्मीर का पीड़ादायक धर्मांतरण

मुल्ला मौलवी हो गये थे जैनुल के विरोधी राजा जैनुल और श्रीभट्ट की समादरणीय जोड़ी जब कश्मीर में दो विपरीत दिशाओं में बहती सरिताओं-हिंदुत्व और इस्लाम को एक दिशा देने का अदभुत और प्रशंसनीय कार्य कर रही थी, तभी कहीं ‘शैतान’ उन अनोखे और प्रशंसनीय कार्यों को नष्ट करने के लिए उनकी जड़ों में मट्ठा […]

Exit mobile version