वेदों का भारत की राजनीति पर प्राचीन काल से ही बहुत गहरा प्रभाव रहा है । प्रजा राजा के प्रति श्रद्धालु इसलिए रहती थी कि वह राजा को ईश्वर का प्रतिनिधि मानती थी और राजा इसलिए जनता में लोकप्रिय बने रहने का प्रयास करता था कि वह ईश्वर के न्यायकारी स्वरूप को ध्यान में रखकर […]
लेखक: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
ओ३म् ============ वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में रविवार 8 मार्च, 2020 को 20 दिवसीय चतुर्वेद पारायण यज्ञ एवं ध्यान योग एवं स्वाध्याय शिविर का समापन समारोहपूर्वक सम्पन्न हुआ। इस आयोजन का कुछ विवरण हम एक लेख द्वारा उपलब्ध करा चुके हैं। शेष विवरण इस लेख द्वारा प्रस्तुत कर रहे हैं। आश्रम में आज प्रातः […]
ओ३म् -नारी दिवस पर- ======== सृष्टि का आदि ग्रन्थ कौन सा है? इसका उत्तर है चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद सृष्टि के आदि ग्रन्थ है। इन ग्रन्थों की रचना कैसे व किससे हुई? इसका उत्तर है कि वेद परमात्मा का ज्ञान है जो उसने मनुष्य जाति के कल्याण के लिए सृष्टि के आरम्भ […]
बाबा रामदेव ने अपनी विलुप्त होती जा रही चिकित्सा प्रणाली को पुनर्जीवन देकर लोगों को ध्यान आयुर्वेद की ओर मोडऩे में भी भारी सफलता प्राप्त की है। वेद कहता है :– असूर्या नाम ते लोका अंधेन तमसावृता:। तांस्ते प्रेत्यापि गच्छन्ति ये के चात्महनो जना:।। (यजु. अ. 40) अर्थात जो लोग आत्मा के विरूद्घ कार्य करते […]
शालू अग्रवाल दुनिया भर में महिला दिवस के अवसर ढ़ेरों बातें की जाती हैं और हज़ारों संकल्प पत्र जारी किया जाता है, जिसमें महिलाओं की आज़ादी और उनके सशक्तिकरण पर ज़ोर देने की बात की जाती है। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने, लिंगानुपात के अंतर को कम करने, यौन शोषण को रोकने और बालिका शिक्षा […]
प्रस्तुति : ज्ञान प्रकाश वैदिक इस पर्व का प्राचीनतम नाम वासन्ती नव सस्येष्टि है अर्थात् बसन्त ऋतु के नये अनाजों से किया हुआ यज्ञ, परन्तु होली होलक का अपभ्रंश है। यथा– *तृणाग्निं भ्रष्टार्थ पक्वशमी धान्य होलक: (शब्द कल्पद्रुम कोष) अर्धपक्वशमी धान्यैस्तृण भ्रष्टैश्च होलक: होलकोऽल्पानिलो मेद: कफ दोष श्रमापह।*(भाव प्रकाश) *अर्थात्*―तिनके की अग्नि में भुने हुए […]
होली जहाँ एक हो जाने का अर्थात् समस्त रंगों-जांति पाँति ऊंच नीच को एक कर मन भेद मिटा, तन मन के मनके मिलाने का प्रतीक है वहीं *हुतं लाति इति होली* कृषक के बोए बीज को सहस्र गुणा कर प्राकृतिक बासन्ती देवत्व के विदा स्वरूप अंतिम आनंद को मनाने का सुखदायी प्रेरणास्पद उत्सव है। वस्तुतः […]
————————————- नोएडा (गोतम बुद्ध नगर) भारत की आज़ादी के संघर्ष में जिस समय देश वासियों के दिलो दिमाग में अंग्रेजों के खौफ का साया मंडरा रहा था और जय हिन्द कहना भी एक अपराध था उस भयंकर समय में आजादी के दीवानों का समर्थन करना भी अपराध था। ऐसे भयंकर समय में आजादी के लिए […]
नोएडा । ( अजय आर्य ) यहां पर ग्राम बरौला स्थित एल डी पब्लिक स्कूल में”१८५७ कॆ क्रान्तिनायक अमर शहीद धनसिंह कोतवाल शोध संस्थान मेरठ ” के तत्वाधान में “अमर शहीद धनसिंह कोतवाल शोध समूह जनपद-गौतमबुद्ध नगर” द्वारा १८५७ के क्रान्तिनायकों के सम्मान मॆं एक शोधपरक संवाद कार्यक्रम का आयोजन विगत 8 मार्च को किया […]
ग्रेटर नोएडा । (अजय आर्य ) यहां पर अंसल गोल्फ लिंक 2 में भारतीय इतिहास पुनर्लेखन समिति की मासिक बैठक संपन्न हुई । समिति की बैठक में अपने विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार आर्य ने उगता भारत राष्ट्र मंदिर की अपनी स्वप्निल योजना पर प्रकाश डाला । जिसका सभी उपस्थित सदस्यों […]