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इतिहास के पन्नों से

संस्कृति रक्षक परमार शासकों के बारे में

परमार वंश के महाराज भर्तृहरि के छोटे भाई विक्रमादित्य थे। इन्हीं की 9 वीं पीढ़ी में राजा भोज परमार हुए दोनों के विषय में पूर्व में मेरे द्वारा लिखा जा चुका है । लेकिन परमार वंश के विषय में लिखने के पश्चात बहुत सारे विद्वान साथियों के टेलीफोन व संदेश आ रहे हैं कि परमारों […]

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इतिहास के पन्नों से

उज्जैन और परमार वंश के बारे में कुछ जानकारी

महान सामाजिक कार्यकर्त्ता व धार्मिक प्रवृत्ति के धनी श्रद्धेय पिता श्री महाशय राजेंद्र सिंह आर्य का स्वर्गारोहण दिनांक 13 सितंबर में १९९१ को हुआ तो हम उनके अस्थि विसर्जन करने के लिए अपने गांव महावड़ से पूरी एक बस लेकर के हरिद्वार गए थे । जिसमें हमारे सभी परिजन , मित्र -संबंधी, गांव की कुछ […]

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सैर सपाटा

राजा भोज और राजा सुहेलदेव के संयुक्त मोर्चे ने हराया था गजनवी के भांजे सलारमसूद को

सत्यार्थ प्रकाश में महर्षि दयानंद ने लिखा है कि पत्नी और पति वियुक्त न रहें । उन्होंने यह भी लिखा है कि पति पत्नी का एक दूसरे पर पूर्ण अधिकार होता है। इसी सिद्धांत का अनुगामी होकर मेरा जीवन में प्रयास रहता है कि मैं जब भी कहीं देशाटन पर ,देश यात्रा पर जाऊं तो […]

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धर्म-अध्यात्म

बिना भक्ति के हृदय मरूभूमि के समान है

बिना भक्ति के हृदय मरूभूमि के समान है यदि मनुष्य आत्मोत्थान चाहता है , कैवल्यानंद अर्थात मोक्ष प्राप्ति के आनंद की इच्छा रखता है तो इसका एक ही साधन है – योग । योग के भी तीन अंतिम चार अंग प्रत्याहार , धारणा , ध्यान और समाधि अंतरंग योग के अंतर्गत आते हैं । प्राणायाम […]

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धर्म-अध्यात्म

चित्त की वृत्तियों पर करना होगा संयम

  सकाम कर्म करने वाला सदैव अपने लिए शुभ फल की इच्छा किया करता है ,और यह फल इच्छा पूर्ण होने पर वासना पैदा करता है। अर्थात बार-बार किसी कार्य को करने को वासना कहते हैं। वासना से फिर वही फल इच्छा उत्पन्न होती है ।यह चक्र बराबर इसी प्रकार से जन्म जन्मांतर से चला […]

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धर्म-अध्यात्म

शरीर के आठ चक्रों और प्राणायाम का संबंध

मानव शरीर में कुल 8 चक्र होते हैं । जिनका प्राणायाम से भी बड़ा गहरा संबंध है । इस अध्याय में हम यही स्पष्ट करने का प्रयास करेंगे कि प्राणायाम के करने से चक्रों को कैसे सकारात्मक ऊर्जा और शक्ति प्राप्त होती है ?अथर्ववेद का यह मंत्र है :-अष्टाचक्रा नवद्वारा देवानां पूरयोध्या, तस्यां हिरण्यमय: कोश […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महान क्रांतिकारी श्री विजय सिंह पथिक की ‘जयंती’ पर विशेष आलेख

देवेंद्र सिंह आर्य  आर्य वास्तव में गुर्जरों का इतिहास इतना गौरवपूर्ण है यदि उसको एक जगह संकलित करके राष्ट्र के समक्ष प्रस्तुत कर दिया जाए तो जनमानस में क्रांति उत्पन्न हो जाएगी। तथा जो लोग यह कहते हैं कि गुर्जरों का इतिहास क्या है? यह गुर्जर कौन होते हैं? उनको ऐसे सभी प्रश्नों के उत्तर […]

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इतिहास के पन्नों से

राजा के शास्त्रोचित दिव्य गुणों से विभूषित थे गुर्जर सम्राट मिहिर भोज

गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की जयंती के अवसर पर विशेष अग्नि अर्थात प्रकाश के उपासक भारतवर्ष का सबसे पहला राजवंश वैवस्वत मनु के द्वारा सूर्यवंश के रूप में स्थापित किया गया । इस सूर्यवंश को ही इक्ष्वाकुवंश , अर्कवंश और रघुवंश के नाम से भी जाना जाता है । भारतवर्ष के ही नहीं अपितु समस्त […]

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विशेष संपादकीय

कश्मीर के गुमराह युवक और पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के पत्थरबाज युवाओं से आग्रह किया है कि वे आतंकवाद का रास्ता छोड़ कर राष्ट्र की मुख्यधारा में लौट आयें। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इन आतंकवादी कश्मीरी युवकों को ‘गुमराह’ हुआ माना है, और उनके कल्याण के लिए उन से अपेक्षा की है कि वे आत्मविनाश के रास्ते को छोडक़र […]

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विशेष संपादकीय

कल्याण सिंह की एक अनुकरणीय पहल

राजस्थान के राज्यपाल श्री कल्याण सिंह अपनी विशिष्ट कार्यशैली के कारण चर्चाओं में रहते हैं। कुछ राज्यपालों ने इस संवैधानिक पद की गरिमा के प्रतिकूल आचरण करते हुए इसे विवादास्पद बनाने का भी कार्य अतीत में किया है, परंतु श्री कल्याण सिंह एक अपवाद हैं। उन्होने राज्यपाल पद पर रहते हुए राजस्थान में उच्च शिक्षा […]

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