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स्वर्णिम इतिहास

जब सारा विश्व 10,000 जानता था तब भारत ने अनंत को खोज लिया था

संस्कृत का एकं हिन्दी में एक हुआ,अरबी व ग्रीक में बदल कर ‘वन‘ हुआ। शून्य अरबी में सिफर हुआ,ग्रीक में जीफर और अंग्रेजी में जीरो हो गया। इस प्रकार भारतीय अंक दुनिया में छाये। अंक गणित- अंकों का क्रम से विवेचन यजुर्वेद में मिलता है – “सविता प्रथमेऽहन्नग्नि र्द्वितीये वायुस्तृतीयऽआदिचतुर्थे चन्द्रमा: पञ्चमऽऋतु:षष्ठे मरूत: सप्तमे बृहस्पतिरष्टमे। […]

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इतिहास के पन्नों से

दनकौर का युद्ध और बहादुर बे दल चंदू गुर्जर

डॉ. सुशील भाटी Key Words- Bharatpur, Jat Kingdom, Gujar General, Dankour, Jats, Gujars चंदू गूजर भरतपुर के जाट राज्य अंतर्गत ¬रामगढ़ किले का किलेदार और कोइल क्षेत्र (वर्तमान अलीगढ) का सूबेदार था| जे. एम. सिद्दीकी (1981) ने उसका वास्तविक नाम चंद्रभान बताया हैं जबकि के. आर. कानूनगो (1925) ने उसका वास्तविक नाम चन्दन बताया हैं| […]

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आओ कुछ जाने स्वास्थ्य

रात्रि में बार बार पेशाब आना : सीनियर सिटीजन विशेष ध्यान दें

आज मुझे Nocturia पर मेरे मित्र ने एक राइट अप भेजा जिसे मैं अपने सीनियर साथियों की जानकारी में लाना उचित मानता हूं। मैं भी इससे पीड़ित हूं, पर मुझे हर बार बाथरूम से आने के बाद पानी की ज़रूरत महसूस होती है। आदतन थर्मस से हर बार एक घूंट गुनगुना पानी पीता हूं, एक […]

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आज का चिंतन

ईश्वर का न्यायकारी स्वरूप जो हम सबका कल्याण करता है

आपके व आपके परिवार के प्रति अति शुभ कामनाओं के साथ सुप्रभातम। ईश्वर न्याय कारी है क्योंकि ईश्वर न्याय करता है । वह हमारे प्रत्येक किए गए कर्म का फल कर्म के अनुसार देता है । इसलिए हम पूरे जीवन कर्म फल से बंधे हैं प्रत्येक चीज जो हम अपने जीवन में प्राप्त करते हैं […]

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आज का चिंतन

रहिमन पीछे क्या रहा गही पकड़ी जब मूल

रहीम दास का कितना सुंदर दोहा है। सब आए इस एक में डाल पात फल फूल। रहिमन पीछे क्या रहा गहि पकड़ी जब मूल।। यदि कोई व्यक्ति किसी वृक्ष के शाखा,डाल , पात, फल और फूल को अलग-अलग पानी देता हो तो उसका ऐसा प्रयास निरर्थक और निष प्रयोज्य है। क्योंकि उसको पेड़ की जड़ […]

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आज का चिंतन

प्राण प्रदाता है परमपिता परमेश्वर

शुभकामनाएं एवं सुप्रभातम। परमपिता परमात्मा प्राण को देने वाला है। प्राण आत्मा का सहायक है। प्राण इस शून्य प्रकृति को चलाने वाला है। इंद्र हमारे जीवन का संचालक है, जो अपने जीवन को ऊंचा करना चाहते हैं जो अपने जीवन का कल्याण करना चाहते हैं, वह इंद्र की उपासना करें। अंबर में चंद्र मंडल, सूर्य […]

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उगता भारत न्यूज़

अयोध्या में राम मंदिर नहीं विश्व हिंदू परिषद का बन रहा है कार्यालय : स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती

प्रयागराज। द्वारकाशारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती अपनी स्पष्टवादीतार और कड़ी टिप्पणियों के लिए प्रसिद्ध है । फिर चाहे आगे कोई भी क्यों न खड़ा हो। अब उन्होंने सरकार की इस बात को लेकर खिंचाई की है कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बल्कि विश्व हिंदू परिषद का कार्यालय बन रहा है। अयोध्या में […]

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भारतीय संस्कृति भाषा

भारत की संस्कृत भाषा की वैज्ञानिकता और महानता

#संस्कृत – *संस्कृत में 1700 धातुएं, 70 प्रत्यय और 80 उपसर्ग हैं, इनके योग से जो शब्द बनते हैं, उनकी संख्या 27 लाख 20 हजार होती है। यदि दो शब्दों से बने सामासिक शब्दों को जोड़ते हैं तो उनकी संख्या लगभग 769 करोड़ हो जाती है।* संस्कृत इंडो-यूरोपियन लैंग्वेज की सबसे प्राचीन भाषा है और […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महात्मा कौन? गांधी या स्वामी श्रद्धानंद ?

*अगर स्वामी श्रद्धानंद के हत्यारे अब्दुल राशिद को ~महात्मा~ गांधी अपना भाई कहते हैं, तो स्वामी श्रद्धानंद के समर्थक भी क्यों न गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को अपना भाई कहने लग जाएं?_* स्वामी श्रद्धानंद जी , लाला लाजपत राय जी और महात्मा हंसराज इन तीनो आर्य नेताओं ने धर्म परिवर्तन करने वाले हिन्दुओं को […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वदेशी और स्वराज्य के जाज्वल्यमान नक्षत्र थे महर्षि दयानंद

महर्षि दयानंद के विषय में समाज सुधारकों/चिंतकों के विचार ___________________________________________ १- “स्वराज्य और स्वदेशी का सर्वप्रथम मन्त्र प्रदान करने वाले जाज्वल्यमान नक्षत्र थे दयानंद |” – लोक मान्य तिलक २- आधुनिक भारत के आद्द्निर्मता तो दयानंद ही थे | महर्षि दयानन्द सरस्वती उन महापुरूषो मे से थे जिन्होनेँ स्वराज्य की प्रथम घोषणा करते हुए, आधुनिक […]

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