सौभरि उवाचः :– *भारतवर्ष के हिन्दुओ!अपने पूर्वजों की शौर्य गाथाएं एक बार फिर से पढ़ लो। इन वीरों को पिछले 70 सालों से वामपंथी,सेक्यूलर और देशद्रोही इतिहासकार — ब्राह्मण,बाल्मीकि,खटीक,धोबी,बंजारे, रेबारी,गुर्जर,किराड़,राजपूत,बनिया,चंवर (जिनको कुछ मन्दबुद्धि लोग चमार कहते हैं),लोधा,कोली,नामदेव,तेली,कलाल, केवट,मौर्य और राजभर आदि जातियों में बाँट रहे हैं। 1– सन 622 से 634 तक तीर्थस्थली कबलेश्वर (काबा) […]
