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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति अध्याय 334 वैदिक आर्यों की सभ्यता,जड़ सृष्टि से उत्पत्ति

(यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की वैदिक सम्पत्ति नामक पुस्तक से सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति-देवेंद्र सिंह आर्य (चैयर मैन- ‘उगता भारत ‘) गतांक से आगे … *चेतन सृष्टि की उत्पत्ति* हम गत पृष्ठों में कह आये हैं कि इस सृष्टि की उत्पत्ति का प्रधान कारण जीवों के […]

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धर्म-अध्यात्म

आत्मा शरीर में कहां रहती है? भाग 4

गतांक से आगे चतुर्थ किस्त। मुंडकोपनिषद ,कठोपनिषद, ऐतरेय उपनिषद ,अथर्ववेद के आधार पर हमने आत्मा के शरीर में निवास स्थान का निर्धारण किया। आज हम तैत्तिरीय उपनिषद का उद्धहरण प्रस्तुत करेंगे। प्रसिद्ध वैदिक विद्वान व्याख्या कार महात्मा नारायण स्वामी द्वारा व्याख्यिय‌ उपनिषद रहस्य एकादशोपनिषद नामक पुस्तक से हम प्रमाण ले रहे हैं। पृष्ठ संख्या 376। […]

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धर्म-अध्यात्म

आत्मा शरीर में कहां रहती है? भाग 3

अब ऐतरेय उपनिषद के अनुसार अध्ययन करते हैं। वैदिक विद्वान कई पुस्तकों के लेखक एवं प्रमुख व्याख्याकार नारायण स्वामी का ‌एकादशोपनिषद का प्रष्ठ संख्या 343, “उस आत्मा के रहने के तीन स्थान हैं।और तीन ही स्वप्न है ।यह स्थान है ,यह स्थान है, यह स्थान है। यद्यपि यह तीन स्थान मात्र ऐसा कह देने से […]

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धर्म-अध्यात्म

आत्मा शरीर में कहां रहती है? भाग 3

अब ऐतरेय उपनिषद के अनुसार अध्ययन करते हैं। वैदिक विद्वान कई पुस्तकों के लेखक एवं प्रमुख व्याख्याकार नारायण स्वामी का ‌एकादशोपनिषद का प्रष्ठ संख्या 343, “उस आत्मा के रहने के तीन स्थान हैं।और तीन ही स्वप्न है ।यह स्थान है ,यह स्थान है, यह स्थान है। यद्यपि यह तीन स्थान मात्र ऐसा कह देने से […]

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आओ कुछ जाने

आत्मा शरीर में कहां रहती है,? भाग 2

कठोपनिषद नाचिकेता और यमाचार्य के संवाद से संबंधित है। सर्वप्रथम तो यह समझ लें कि ऐसा कोई संवाद यम और नचिकेता पुरुषों के रूप में उनके मध्य नहीं हुआ। बल्कि यह आध्यात्मिक, साहित्यिक संवाद है जो नचिकेता और यमाचार्य को हमारे ऋषियों द्वारा पात्र बनाकर लिखा गया है। वास्तव में प्रस्तुत संदर्भ में नचिकेता मन […]

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आओ कुछ जाने

आत्मा शरीर में कहां रहता है? भाग 1

प्रथम किस्त। विगत में कुछ लोगों के विचार वीडियो के माध्यम से सुनने और मनन करनेको मिले। जिसमें आत्मा शरीर में कहां रहती है इस पर विभिन्न विचार जानने को मिले। मुझे विशेष रूप से एक वीडियो ने इसलिए को लिखने पर विवश किया । उस वीडियो में यह बताया गया है कि आत्मा हृदय […]

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इसलाम और शाकाहार

अल्लाह सुबानहू तआला सभी के लिए रहमोकरम तथा अपनी रहमत फजीलत अता फरमाए।

लेकिन निरीह मूक प्राणियों का वध किया जाना अनैतिकता और अधर्म को प्रोत्साहित करना है : सरकार को समझना चाहिए अपना राजधर्म ईद के अवसर पर दी जा रही निरीह प्राणियों की बलि के अवसर पर विशेष आज प्रत्येक दयावान व्यक्ति का हृदय बहुत ही व्यथित है, क्योंकि आज बहुत सारे निरीह, निरपराध,मूक प्राणियों यथा […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति अध्याय 333 वैदिक आर्यों की सभ्यता,जड़ सृष्टि से उत्पत्ति

(यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की वैदिक सम्पत्ति नामक पुस्तक से सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति-देवेंद्र सिंह आर्य (चैयर मैन- ‘उगता भारत ‘) गतांक से आगे … इस गति से प्रकृति के पाँचों कर्म उत्पन्न होते हैं।। अग्नि का गुण ऊपर आना है, इसीलिए अग्नि के परमाणु ऊपर […]

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इतिहास के पन्नों से

वीर शिरोमणि मराठा शूर शिवाजी के 350 वें राज्याभिषेक दिवस के पुनीत अवसर विशेष आलेख।

6 जून पर देवेंद्र सिंह आर्य अध्यक्ष उगता भारत समाचार पत्र की ओर से विशेष विशेष प्रस्तुति आज के महाराष्ट्र में नागपुर व उसके आसपास के क्षेत्र के राजा गुर्जर जाति के थे जो शिवाजी के वंशज थे। शिवाजी का गोत्र बैंसला था। जिसको आज बहुत से साथियों ने बिगाड़ करके बंसल कहने का प्रयास […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति – 331, *वैदिक आर्यों की सभ्यता*

यह लेखमाला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की वैदिक सम्पत्ति नामक पुस्तक के आधार पर सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं। प्रस्तुति – देवेंद्र सिंह आर्य चैयरमेन – उगता भारत गतांक से आगे …. *जड़ सृष्टि की उत्पत्ति* सृष्टि के परिवर्तन और प्राणियों के उत्तम और अधम स्वभावों से जाना जाता है कि […]

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