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सिब्बल नेट युग से बीस-पच्चीस साल पीछे चल रहे हैं

-बालेन्दु शर्मा दाधीच इंटरनेट के मुद्दे पर भारत गलत कारणों से चर्चा में है। दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने फेसबुक, गूगल और एमएसएन जैसे इंटरनेट दिग्गजों को यह निर्देश देने की (नाकाम) कोशिश की है कि उनकी साइटों पर जाने-माने लोगों (राजनेताओं), समुदायों (धार्मिक गुटों) आदि के बारे में कोई ‘आपत्तिजनक सामग्री’ दिखाई नहीं देनी […]

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आकर्षण का केन्द्र रहेगा उत्तर प्रदेश का चुनावी संग्राम

-अरुण नेहरूहम वैशिवक दबाव से मुक्त नहीं हैं और एक दशक तक उच्च जीडीपी के बाद हम 7 प्रतिशत या उससे भी कम दर तक लुढ़क सकते हैं और इसका हमारे जीवन के हर पहलू पर असर होगा। मुद्रास्फीति को लेकर यूपीए दबाव में है और भ्रष्टाचार के मामलों ने गठबंधन को कमजोर किया है। […]

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पश्चिमी प्रदेश का नाम ‘क्रांति प्रदेश’ हो:- चक्रपाणि

मुज़फ्फ़रनगर। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने कहा हैं कि उत्तर प्रदेश के विभाजन सम्बन्धी मायावती सरकार के प्रस्ताव का हिन्दू महासभा सशर्त समर्थन करती हैं। परन्तु इसके लिए आवश्यक हैं कि प्रदेश सरकार नये प्रदेश के गठन के बारे में पहले ही सोच समझकर निर्णय ले, प्रशासनिक दृष्टि […]

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छोटे राज्यों का गठन: एक आकलन

उत्तर प्रदेश  के पुनर्गठन में उत्तर प्रदेश की कु॰ मायावती सरकार के प्रस्ताव से छोटे राज्यों की ओर लोगों का ध्यान पुन: गया हैं । संविधान लागू होने के बाद से 1950 से लेकर अब तक आंध्रप्रदेश (1953 आंध्रप्रदेश एक्ट, मद्रास राज्य से अलग करके)  केरल (1956 त्रावणकोर और कोचीन को मिलकर ) कर्नाटक (1956, […]

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गैर-कांग्रेसवाद के शिल्पी थे : राम मनोहर लोहिया

देश में गैर कांग्रेसवाद की अलख जगाने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया चाहते थे कि दुनिया भर के सोशलिस्ट एकजुट होकर मजबूत मंच बनाए। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो. तुलसी राम कहते हैं कि लोहिया भारतीय राजनीति में गैर कांग्रेसवाद के शिल्पी थे और उनके अथक प्रयासों का फल […]

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वेद, महर्षि दयानंद और भारतीय संविधन-18

धर्मनिष्ठ राजनीति और स्वामी दयानंद गतांक से आगे… ग्राम पँचायतों का संगठन: हमारे संविधान का अनुच्छेद 40 ग्राम पंचायतों की व्यवस्था करता है। महर्षि दयानन्द देश में ग्राम पंचायतों के समर्थक थे। उन्होंने महर्षि मनु द्वारा प्रतिपादित ग्राम प्रशासन व्यवस्था को उचित माना, और तत्सम्बन्धी श्लोकों को उद्धृत करते हुए कहा ‘एक’-एक ग्राम में एक […]

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जनता में नेताओं के प्रति सम्मान नहीं

कुलदीप नायर एक लोकतांत्रिक प्रणाली में राजनीतिक दल बिरले ही कभी एक पक्ष में होते हैं। उनके अपने-अपने एजेंडे हैं और अपनी ही चिंतन विधा है, और सबसे ऊपर यह कि वे एक ही मायामय लक्ष्य के लिए- जो है संसद में बहुमत की प्राप्ति, उसके लिए ही प्रतिद्वन्द्विता में रत हैं। उस स्थान को […]

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चुनाव नजदीक आते ही पार्टी से जुड़ना और छोड़ना शुरू

राकेश दत्त मिश्र फैजाबाद। बीकापुर के विधायक जितेंद्र कुमार सिंह ‘बब्लू’ के पार्टी छोड़ते ही बसपा नए सिरे से अपना कुनबा सहेजने में जुट गई है। पार्टी ने बब्लू सिंह के विरोधी माने जाने वाले अशोक सिंह को न सिर्फ पार्टी में वापस ले लिया है, बल्कि उन्हें क्षत्रिय भाईचारा बनाओं कमेटी का जोन कोआर्डिनेटर […]

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पर्यटन दिवस मनाया

आगरा। विश्व पर्यटन दिवस पर सीकरी स्थित टूरिस्ट पार्किंग व स्मारकों में गाइडों ने देशी-विदेशी पर्यटकों को फूल देकर स्वागत किया। गाइडों ने पर्यटकों को भारतीय संस्कृति से परिचित कराया। वहीं, दूसरी ओर यूपीटी के आगरा गेट कार्यालय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया है। गोष्ठी में यूपीटी गाइड एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष जेपी सिंह […]

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वैदिक युग की पवित्र ऋचाएं

उपनिषदकाल के पहले वैदिक युग सांसारिक आनंद एवं उपभोग का युग था। मानव मन की निश्चिंतता, पवित्रता, भावुकता, भोलेपन व निष्पापता का युग था। जीवन को संपूर्ण अल्हड़पन से जीना ही उस काल के लोगों का ध्येय व श्रेय था। प्रकृति के विभिन्न मनोहारी स्वरूपों को देखकर उस समय के लोगों के भावुक मनों में जो […]

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