व्रत क्या है? एकादशी का पवित्र व्रत धारण करने से जीवन में महानता की ज्योति प्रकट हो जाती है। क्योंकि यजुर्वेद के 34वें अध्याय के प्रथम मंत्र में मन को ज्योतियों में एक ज्योति कहा गया,अर्थात मन प्रकाशक है। प्रकाशको का प्रकाशक है। उससे ही जीवन का एक उज्जवल लक्ष्य हमारे सामने आने लगता है। […]
श्रेणी: पर्व – त्यौहार
देवेंद्र सिंह आर्य चेयरमैन उगता भारत। प्रथम किस्त। क्या आप भी नवरात्र के अथवा कोई अन्य व्रत रखते हैं? क्या आप व्रत के संबंध में जानते हैं? क्या आप देवी गौरी,चंद्रघंटा, स्कंद माता ,संतोषी माता, दुर्गा माता वैष्णो, कुष्मांडा, कात्यायनी आदि के पूजक एवं उपासक हैं? क्या पाषाण पूजा अथवा मूर्ति पूजा वेदसम्मत है? यदि […]
आधुनिक राम-काव्य का महत्व (डॉ. परमलाल गुप्त – विनायक फीचर्स) समस्त भारतीय साहित्य में राम-काव्य का महत्वपूर्ण स्थान है। संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश, तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, मराठी, उडिय़ा, बंगला, असमिया, हिन्दी आदि सभी भाषाओं में प्रचुर परिमाण में राम-काव्य की रचना हुई है। हिन्दी में उसके आदि काल से ही राम-काव्यों की भी बड़ी संख्या […]
(दुर्गाप्रसाद शुक्ल ‘आजाद’ – विभूति फीचर्स) श्रीराम का अलौकिक व्यक्तित्व भारतीय जनमानस पर विशाल वटवृक्ष के सदृश छाया हुआ है, जिसकी सुशीतल छाया में धर्म, आध्यात्म, नैतिकता, सच्चरित्रता तथा परोपकार आदि सद्ïगुण पलते और बृद्धि को प्राप्त होते हैं। वैदिक ऋषियों से लेकर नरेन्द्र कोहली तक के साहित्यिक सफर में रामकथा के इतने रूप हमारे […]
सुभाष आनंद – विनायक फीचर्स बैसाखी पंजाब का महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है, इस पर्व का कृषि से सीधा संबंध है। इस समय फसल पक चुकी होती है और किसान फसल की कटाई की तैयारी में जुटे होते हैं। अपनी-अपनी फसल को पका देखकर किसान झूम उठते हैं और किसानों के मुंह से एक ही […]
कला-संस्कृति कला-संस्कृतिधर्म-अध्यात्मराजनीति कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल ~ कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि भारतीय संस्कृति में अपना विशिष्ट महत्व रखती है। यह तिथि नवसम्वत्सर – हिन्दू नववर्ष के उत्साह पर्व की तिथि है। यह तिथि भारतीय मेधा के शाश्वत वैज्ञानिकीय चिंतन – मंथन के साथ – साथ लोकपर्व के रङ्ग में जीवन के […]
डॉ डी के गर्ग भाग -१ ये लेख सीरीज 3 भाग में है। कृपया अपने विचार बताये। नवरात्रि पर्व साल में दो बार मनाये जाने वाला भारतीय पर्व है , जो सृष्टि के आदिकाल से मनाया जाता रहा है । एक नवरात्रि अश्वनि नक्षत्र यानी शारदीय नवरात्रि और दूसरा चैत्र नवरात्रि होती है। पौराणिक मान्यताः– […]
डॉ डी के गर्ग भाग -१ ये लेख सीरीज 3 भाग में है। कृपया अपने विचार बताये। नवरात्रि पर्व साल में दो बार मनाये जाने वाला भारतीय पर्व है , जो सृष्टि के आदिकाल से मनाया जाता रहा है । एक नवरात्रि अश्वनि नक्षत्र यानी शारदीय नवरात्रि और दूसरा चैत्र नवरात्रि होती है। पौराणिक मान्यताः– […]
डॉ डी के गर्ग पार्ट-6 होली के नाम पर फुहड़ता और महापुरुषों का चरित्र हनन का गंदा खेल– होली का पर्व सदियों पुराना और हमारे पूर्वजों की दूरदर्शिता का प्रतीक है क्योंकि इस पर्व के द्वारा बदलते मौसम में निरोगी रहने का अचूक उपाय सुझाया है इसलिए इस पर्व पर रात्रि को गांव के बाहर […]
डॉ डी के गर्ग पार्ट-5 होली के नाम पर फुहड़ता और महापुरुषों का चरित्र हनन का गंदा खेल– होली का पर्व सदियों पुराना और हमारे पूर्वजों की दूरदर्शिता का प्रतीक है क्योंकि इस पर्व के द्वारा बदलते मौसम में निरोगी रहने का अचूक उपाय सुझाया है इसलिए इस पर्व पर रात्रि को गांव के बाहर […]