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इतिहास के पन्नों से

जो हिन्दू राष्ट्र सिद्धांत के विरोधी हैं वही सावरकर को बदनाम करने में लगे हैं

ललित गर्ग  सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने स्पष्ट किया है कि यह माफीनामा नहीं था बल्कि जेल में बंद यह सभी क्रांतिकारियों के लिए एक दया-याचिका थी। दूसरी बात इसे महात्मा गांधी के कहने पर लिखा गया था। गांधीजी सावरकर को अपना छोटा भाई मानते थे। दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में केंद्रीय सूचना […]

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इतिहास के पन्नों से

Government should stop glorifying British planted Gandhi——Shyam Sundar Poddar

——————————————— Government is glorifying Gandhi by printing his photo on currency notes. Giving holiday on his birthday. Taking all the foreign head of states while visiting India at Raj Ghat. Gandhi was a British planted man to lead our freedom struggle. He had not only worked for the British interest throughout his control of Congress […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत का वास्तविक राष्ट्रपिता कौन ?- श्रीराम या …. … पुरातन काल के राष्ट्रों के आधुनिक नाम

पुरातन काल के राष्ट्रों के आधुनिक नाम पूज्य महानंद जी , भगवन ! जिसको आपने अभी-अभी पातालपुरी कहा था वहां रावण पुत्र अहिरावण राज्य करते थे उसे आधुनिक काल में अमेरिका कहते हैं। और जिसको आपने सोमभूम नाम से पुकारा सोमकेतु राष्ट्र जो त्रेता काल में था उसे रूस कहते हैं। जिसको आपने इंद्रपुरी कहा […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत का वास्तविक राष्ट्रपिता कौन ?- श्रीराम या …. … अध्याय 1 (ख) पुरातन काल के राष्ट्रों के आधुनिक नाम

पुरातन काल के राष्ट्रों के आधुनिक नाम पूज्य महानंद जी , भगवन ! जिसको आपने अभी-अभी पातालपुरी कहा था वहां रावण पुत्र अहिरावण राज्य करते थे उसे आधुनिक काल में अमेरिका कहते हैं। और जिसको आपने सोमभूम नाम से पुकारा सोमकेतु राष्ट्र जो त्रेता काल में था उसे रूस कहते हैं। जिसको आपने इंद्रपुरी कहा […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत का वास्तविक राष्ट्रपिता कौन ? श्रीराम या…. करने की उसको ठान लो .. अध्याय 1( क).

भारत की पुण्य भूमि के विषय में अरबी कवि लवी बिन अख्तर बिन तुरफ़ा ईसा से 1700 – 1800 वर्ष पूर्व कहता है – “हे भारत की प्रशंसित धरती ! तुम सचमुच सम्मान की पात्र हो। क्योंकि परमात्मा ने सच्चे ज्ञान अर्थात वेदों का प्रकाश यहीं पर किया था । ईश्वरीय ज्ञान कही जाने वाली […]

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इतिहास के पन्नों से

ईसाई समाज में मडोना की उपासना

ईसाइयों के लिए मई का महिना मडोना की उपासना का महिना होता है। अगर मडोना नाम अलग लगे, कम सुना हुआ हो तो ऐसे समझ लीजिये कि वो जो चर्च में मदर मैरी की गोद में बच्चा लिए तस्वीरें-मूर्तियाँ दिखती हैं, उसे मडोना कहते हैं। कभी कभी उसे गोद में बच्चे के बिना भी दर्शाया […]

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इतिहास के पन्नों से

हिंगलाज मंदिर (नानी मन्दिर)

हिंगलाज मंदिर (नानी मन्दिर) 〰〰🌼〰〰🌼〰〰 पाकिस्तान के लसबेला से अरब सागर से छूकर निकलता 150 किमी तक फैला रेगिस्तान। बगल में 1000 फीट ऊँचे रेतीले पहाड़ों से गुजरती नदी। बाईं ओर दुनिया का सबसे विशाल मड ज्वालामुखी। जंगलों के बीच दूर तक परसा सन्नाटा और इस सन्नाटे के बीच से आती आवाज ‘जय माता दी’। […]

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इतिहास के पन्नों से

*जब भगवान राम काल्पनिक थे* *तब दशहरा पर बधाई क्यों देते हैं कांग्रसी?* *कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में आती तो फिर हिन्दुओं की सार्वजनिक* *पूजा भी प्रतिबंधित होती*

याद कीजिये, मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की पिछली सरकार की हिन्दू विरोधी नीतियों और कार्यक्रमों को। मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की सरकार ने भगवान राम के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया था, भगवान राम को काल्पनिक कहा था। सुप्रीम कोर्ट में एक हफलनामा दाखिल कर तत्कालीन कांग्रेस सरकार कही थी कि राम […]

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Can we win Independence without Savarkar—- Shyam Sundar Poddar.

——————————————Indian freedom struggle was fought on two thought of School of Politics. One was Tilak thought of Politics which says freedom is our birthright. We will achieve it by any means. Another Gandhian thought of Politics. Which says we will achieve freedom through non-violence method. If it took thousand years to achieve the same no […]

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इतिहास के पन्नों से

नेहरू से मतभेदों के चलते जयप्रकाश नारायण ने बदल ली थी अपनी राह

केसी त्यागी आज 11 अक्टूबर (1902) जेपी का जन्मदिन है। गांधी के बाद देश की राजनीति में जितने और जिस तरह के प्रयोग जेपी ने किए, वैसे उदाहरण बहुत कम मिलते हैं। समतामूलक समाज, लोकतंत्र, नागरिक अधिकार, भ्रष्टाचार उन्मूलन और सभी प्रकार के शोषण और जुल्म-ज्यादती से मुक्त समाज का जिक्र होते ही जयप्रकाश याद […]

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