Categories
महत्वपूर्ण लेख

भारत के शौर्य पुत्रों की शौर्य गाथा का प्रतीक कारगिल दिवस

प्रो. मनोज कुमार युद्ध किसी समस्या का हल नहीं होता है लेकिन जब बात देश की अस्मिता, सुरक्षा और सम्प्रभुता पर आए जाए तो एकमात्र विकल्प युद्ध शेषरह जाता है। 25 वर्ष पहले भारत के चिर-परिचित दुश्मन पाकिस्तान ने दोनों देशों को युद्ध के मुहाने पर ला खड़ा किया। दो माह की लम्बी लड़ाई के […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

प्रतिबंध मुक्त संघ और भारत की समृद्धि

ललित गर्ग- केंद्र की राजग सरकार ने एक महत्वपूर्ण एवं साहसिक आदेश के जरिये सरकारी कर्मचारियों के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की गतिविधियों में शामिल होने पर लगी रोक को हटा कर लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक भावना एवं मूल्यों का जीवंत किया है। भले ही इस आदेश को लेकर विपक्षी राजनीतिक दलों की तल्ख प्रतिक्रिया सामने […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

संघ की गुरु परंपरा का एक अनुकरणीय पक्ष

~कृष्णमुरारी त्रिपाठी अटल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) 2025 में अपनी यात्रा के सौ वर्ष पूर्ण कर लेगा। वर्तमान समय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व के अपने आप में अनूठे एवं अद्वितीय सांस्कृतिक संगठन के रूप में दिखाई देता है जिसने इतनी बड़ी यात्रा तय की है। यह अपने आप में बहुत बड़ी लकीर है। साथ […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

देश में बढ़ रही कुतर्क की राजनीति

सुरेश हिंदुस्तानी राजनीति में सकारात्मक दिशा के अभाव में देश को जो नुकसान उठाना पड़ता है, वह भले ही प्रत्यक्ष रूप में दिखाई नहीं दे, लेकिन उससे समाज पर प्रभाव अवश्य ही होता है। अगर यह प्रभाव नकारात्मक चिंतन की धारा के प्रवाह को गति देने वाला होगा तो देश को भी अपने अस्तित्व के […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

बाबरी सोच के सबसे बड़े पैरोकार बन गए हैं राहुल गाँधी,

अस्वस्थ आडवाणी और बलिदानी कारसेवकों का अपमान, ये कैसा घमंड? आखिर कब तक हिन्दू कांग्रेस को गले पाले रखेंगे? शर्म करो! राहुल गांधी कांग्रेस की परंपरागत हिंदू विरोध की राजनीति के प्रतीक बनकर उभरे हैं । उन्होंने इस परंपरा को आगे बढ़ाने का ठेका से ले लिया है, जिसके कारण देश का विभाजन हुआ था […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

आम चुनाव 2024 में भाजपा की हार पर जनता का जवाब

(भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इस पर आत्ममंथन अवश्य करें।)* शुरुआत यूपी से करते हैं। दो-दो बार प्रचण्ड बहुमत से इसी उत्तर प्रदेश के हिंदुओं ने भाजपा को संसद में भेजा! भेजा कि नहीं…? दो-दो बार इसी उत्तर प्रदेश ने हिन्दुओं ने योगी आदित्यनाथ जी को विधानसभा भेजा। भेजा कि नहीं…? दो दो बार इसी उत्तर […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

अवैध धर्मांतरण पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी

स्वामी विवेकानंद कंपलीट वर्क्स खंड 5 पृष्ठ 233 पर लिखा गया है कि ” उनके ( मुस्लिमों ) ही अपने ऐतिहासिक लेखों के अनुसार जब पहली बार मुसलमान भारत आए तो भारत में हिंदुओं की जनसंख्या 60 करोड़ थी। इस कथन में न्यून वर्णन का दोष हो सकता है, किंतु अतिशयोक्ति का नहीं। क्योंकि मुसलमानों […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

न्याय की आशा बंधाते नए कानून

ललित गर्ग:- भारतीय न्याय प्रणाली की कमियां को दूर करते हुए उसे अधिक चुस्त, त्वरित एवं सहज सुलभ बनाना नये भारत की अपेक्षा है। मतलब यह सुनिश्चित करने से है कि सभी नागरिकों के लिये न्याय सहज सुलभ महसूस हो, कानूनी प्रावधान न्यायसंगत एवं अपराध-नियंत्रण का माध्यम हो, वह आसानी से मिले, जटिल प्रक्रियाओं से […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

नेता का अहंकार, जनता का तिरस्कार|

नेता का अहंकार, जनता का तिरस्कार| अबकी बार चार सौ पार, फिर मोदी सरकार|| सन् २०१४ में कांग्रेस को हटाकर केंद्र की सत्ता को बड़ी प्रसन्नता और विश्वास के साथ देश की जनता जनार्दन ने भारतीय जनता पार्टी को पुराने नेताओं को महत्व न देकर सर्वमान्य नेता के रूप में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

भारतीय दंड संहिता बनी भारतीय न्याय संहिता*

(प्रवीण कक्कड़-विनायक फीचर्स) 1 जुलाई से हिंदुस्तान की पुलिस और न्यायिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। एक तरह से ये आज़ाद भारत का अपना कानून होगा। अब तक हम आईपीसी और सीआरपीसी जो 1862 में लाया गया था, उसके आधार पर ही काम कर रहे थे। आज़ादी के बाद 1974 में नया […]

Exit mobile version