अक्सर देखा गया है कि भारत में जब भी “वन्दे मातरम “या “भारत माता कि जय “कहने कि बात हो .और जब भी हिन्दुओं के महापुरुषों के जन्म स्थानों पर इमारत (मंदिर ) बनाने की बात होती है ,तो मुल्ले मौलवी मुसलमानों को ऐसा करने से रोक देते हैं .और यह कहकर मुसलमानों को भड़का […]
श्रेणी: इसलाम और शाकाहार
जब बाबरी ढांचा गिरा दिया गया था तो ओवैसी ने कहा कि अल्लाह का घर तोड़ दिया गया , एक तरह यह मक्का के काबा को अल्लाह का घर बताते हैं , फिर बाबरी ढांचा को अल्लाह का घर बता देते हैं , अगर अल्लाह काबा के आलावा कहीं और रह सकता है तो हिन्दू […]
यदि बिना किसी पूर्वाग्रह और पक्षपात के विचार किया जाये तो , अल्लाह का अस्तित्व ही खुद संदेहास्पद है , क्योंकि एक तरफ तो उसे सर्वशक्तिमान बताया जाता है ,और दूसरी तरफ उसे इतना असहाय बताया जाता है कि हर काम के लिए उसे फरिश्तों की मदद लेनी पड़ती है .जो उसका सन्देश लोगों को […]
मुल्ले मौलवी मुसलमानों को यही सिखाते है कि दूसरों के धर्मग्रन्थ मनुष्यों ने बनाये हैं ,और कुरआन अल्लाह कि किताब है .हालांकि उनके पास इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है .फिरभी मुसलमान दूसरों क्र धर्मग्रंथों कि निंदा करना अपना अधिकार मानते हैं ,लेकिन कुरआन पर उंगली उठाने पर दंगे और हंगामा कर देते है.और कहते […]
भारत के सभी धर्मों में ईश्वर का साक्षात्कर या ईश्वर का दर्शन करना अत्यंत कठिन और दुर्लभ माना जाता है .ऐसी मान्यता है कि लाखों व्यक्तिओं में किसी एक महापुरुष या संत को ईश्वर का दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है . क्योंकि इसके लिए बरसों तक कठिन तपस्या , व्रत , और निष्ठा पूर्वक […]
किसी काम के होने के बारे में ,यदि कोई आपसे यह कहे कि ,राम कहते है ,यदि राम की कृपा हो जाए ,ईसा मसीह कहते हैं ,यदि ईसा मसीह की अनुकम्पा हो ,और खुद इश्वर कहता है ,ईश्वर की इच्छा हो ,तो यह काम हो सकता .तो आपको उस व्यक्ति की यह बातें उसी तरह […]
(नोट -यह हमारे लेख संख्या 200 /50 का दूसरा भाग है ) आजकल हर जगह हरेक चैनल पर जन्नत की हूरों और उनके रूप के बारे में चर्चा और बहस हो रहीं हैं मुल्ले जन्नत और हूरों का ऐसा वर्णन करते हैं जैसे वह जन्नत जाकर हूरों से मिल कर आये हों मुल्लों का मकसद […]
इस्लाम असल में अरबी साम्राज्यवादी नीतियों का नाम है . जिसे मुहम्मद साहब ने प्रारंभ किया था .वह किसी न किसी तरह से सम्पूर्ण विश्व पर हुकूमत करना चाहते थे .लेकिन दूसरे क्षेत्रों को जीतने के लिए सेना की जरुरत होती है . जो उनके पास नहीं थी . इसलिए मुहम्मद ने ढोंग और पाखंड […]
सिर्फ इस्लाम ही एक ऐसा मजहब है ,जिसमे आज तक कोई स्त्री नबी नहीं बन सकी , और न कोई स्त्री पीर या औलिया बन सकी , यहां तक कोई स्त्री मौलवी और मुफ़्ती बन सकी है ,आज इस लेख में इसका कारण दिया जा रहा है इस बात से कोई भी इंकार नहीं कर […]
Dr DK Garg इस्लाम के प्रचारक हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन कराने के लिए अनेक प्रकार की युक्ति अपनाते रहते हैं।इनको इस कार्य के लिए एक विशेष ट्रेनिंग दी जाती है की किस तरह कुतर्क द्वारा जलेबी बनाकर दुसरे मत मतान्तर वालो को गुमराह किया जाये । इसको ट्रेनिंग को इस्लाम में अदब अल रिजल वल […]