नाइश हसन पश्चिमी ईरान में साकेज की रहने वाली 22 साल की महसा अमिनी 13 सितंबर को जब बिना हिजाब पहने तेहरान आईं, तो पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। कस्टडी में उनकी पिटाई की गई, जिससे महसा की मौत हो गई। ईरान की औरतें बड़ी आंदोलनकारी हैं। उनमें पुराना गुस्सा भी था ही, महसा की […]
श्रेणी: देश विदेश
अशोक मधुप SCO में मोदी का सख्त रुख देखकर जिनपिंग समझ गये हैं कि यह पहले वाला भारत नहीं है शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन एसोसिएशन के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत वापस लौट आए। वे सम्मेलन के एक हॉल में, एक छत के नीचे चीन और पाकिस्तान के राषट्राध्यक्षों के […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक चीन यही समझ रहा है कि ऐसा करके वह पाकिस्तान का भला कर रहा है लेकिन पाकिस्तान की सरकार को पता है कि ऐसा होने से पाकिस्तान का नुकसान होने की पूरी संभावना है। इस वक्त अमेरिका ने पाकिस्तान को एफ-16 युद्धक जहाजों की मदद क्यों भेजी है? चीन कहता है कि […]
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय 70 वर्ष तक अपने देश पर शासन करने के पश्चात ( 8 सितंबर 2022 को निधन होने के पश्चात ) अब इस संसार में नहीं रही हैं। उनका अंतिम संस्कार ब्रिटिश शाही परंपरा के अनुसार करने के लिए तैयारी की जा रही है। भारत ने उनके अंतिम संस्कार में सम्मिलित […]
अचानक भारतीय कंपनीयों का ही विरोध क्यों ? जबकि विदेशी कंपनियाँ बहुत समय से कई क्षेत्रों मे कब्जा करके बैठी हैं” उनका क्यों नहीं? अडानी” ओर “अंबानी “जिस जिस व्यापार मे आये, विदेशी कंपनियों की बैंड बजा दी । बस यही कारण है की इन विदेशी एजेंटों द्वारा अपने ही देश का बहिष्कार हो रहा […]
लेखक – विवेक शुक्ला जिस राजपथ से गणतंत्र दिवस परेड का आग़ाज़ होता हो, उससे ख़ास सड़क कौन सी हो सकती है। इस नाम को सुन-सुनकर आज़ाद भारत की कई पीढ़ियां बड़ी हुईं। यहाँ से बैठकर गणतंत्र दिवस परेड का देखने का सुख कोई और नहीं हो सकता. अब उसी राजपथ का नाम कर्तव्यपथ किए […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक आखिर चीन उइगर मुस्लिमों पर इतने अत्याचार क्यों करता है? संयुक्त राष्ट्र संघ की मानव अधिकार परिषद ने चीन को कठघरे में खड़ा कर दिया है। उसकी ताजा रपट में उसने बताया है कि चीन के शिन च्यांग (सिंक्यांग) प्रांत के लगभग दस लाख उइगरों को यातना शिविरों में बंद करके रखा […]
99 फीसदी समुद्र और 1 फीसदी जमीन वाला भारत का पड़ोसी देश, इतना खूबसूरत कि हर साल आते हैं लाखों लोग प्रियेश मिश्र माले दुनिया मे एक से बढ़कर एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन हैं। कुछ तो इतने खूबसूरत हैं कि हर किसी की इच्छा इन जगहों की घूमने की होती है। लेकिन, क्या आपको पता है […]
*डाॅ. वेदप्रताप वैदिक* मिखाइल गोर्बाच्येव के निधन पर पश्चिमी दुनिया ने गहन शोक व्यक्त किया है। शोक तो व्लादिमीर पूतिन ने भी प्रकट किया है लेकिन रूस के इतिहास में जैसे व्लादिमीर इलिच लेनिन का नाम अमर है, वैसे ही गोर्बाच्येव का भी रहेगा। रूस के बाहर की दुनिया शायद लेनिन से ज्यादा गोर्बाच्येव को […]
ललित गर्ग मानवता की रक्षा एवं आतंकवाद मुक्त दुनिया की संरचना की कोशिश होनी चाहिए। यह इसलिये अपेक्षित है कि किसी भी जाति, धर्म एवं सम्प्रदाय के लोगों को बंदूकों के सहारे ही जिंदगी न काटनी पड़े। महिलाओं की तौहीन एवं अस्मत न लूटी जाये। अल कायदा नेता अयमन अल-जवाहिरी का मारा जाना आतंकवाद के […]