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आज का चिंतन

आचार्य अपने आचरण से छात्रों को सदाचरण की शिक्षा देता हैः डा. सोमदेव शास्त्री

ओ३म् -गुरुकुल पौंधा देहरादून का 22वां वार्षिकोत्सव सोल्लास सम्पन्न- ======== देहरादून स्थित गुरुकुल पौंधा का तीन दिवसीय 22वां वार्षिकोत्सव आज दिनांक 5-6-2022 को सोल्लास सम्पन्न हुआ। आज की मुख्य विशेषता यह थी आयोजन में एम.डी.एच. मसालों के स्वामी महाशय राजीव गुलाटी जी के प्रतिनिधि श्री अनिल अरोड़ा जी पधारे और उन्होंने बताया कि महाशय राजीव […]

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‘मानव मस्तिष्क और भांग ‘

=============== *क्या आदियोगी भगवान शिव भांग का सेवन करते थे*? भारतवर्ष में भांग के पौधे से अधिकांश जन परिचित है। पहाड़ हो या मैदान उत्तर भारत हो या दक्षिण भारत भांग का पौधा खेतों की मेड, नदी -नालों’ जलीय स्रोतों के किनारे दिख ही जाता है। संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी में भांग के दर्जनों नाम है। […]

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विद्या” – ‘धर्म का आठवाँ लक्षण।’

***** दयानन्द ने विद्या प्राप्त करने की प्रेरणा अनेक स्थलों पर दी है। – अविद्या का नाश और विद्या की वृद्धि करनी चाहिए। – विद्या का जो पढ़ना-पढ़ाना है यही सबसे उत्तम है। – स्वाध्याय (पढ़ना) और प्रवचन (पढ़ाना) का त्याग कभी नहीं करना चाहिए। – विद्यादि शुभ गुणों को प्राप्त करने के प्रयत्न में […]

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पूरे देश और हिंदू समाज को संगठित करने का आसान और सटीक सूत्र*

देश को विश्व गुरु बनाने का दायित्व हिंदू समाज पर ही निर्भर है। हमे एक ही कार्य करना होंगा की पूरे देश के सभी मंदिरों को एकदुसरे से जोड़ना होंगा। और राम मंदिर को इन सभी मंदिरों का मुख्य कार्यालय बनाना होंगा। और वही से देश के सभी मंदिरों को चलाना होंगा और देश के […]

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“ईश्वर में निहित वेदों का ज्ञान आदि सृष्टि में ईश्वर से ऋषियों को मिला”

ओ३म् ========= वेद ज्ञान को कहते हैं। वेद इस सृष्टि के आदि काल में प्राप्त ज्ञान हैं। यह संहिता रूप में है जो आज भी उपलब्ध हैं। अनुमान है कि चार वेदों के हिन्दी भाष्य प्रायः सभी सक्रिय आर्य समाज के सदस्यों के पास उपलब्ध हैं। प्रश्न है कि वेदों के ज्ञान को किसने कब […]

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देह-दान संकल्पित श्री सुशील भाटिया जी और उनका देह-दानी परिवार”

ओ३म् =========== देहरादून में तपोवन के नाम से प्रसिद्ध वैदिक साधन आश्रम, नालापानी रोड में हमें लगभग प्रत्येक वर्ष एक ऐसे दानी परिवार के सदस्यों से मिलने का सौभाग्य मिलता है जो न केवल अर्थ दान ही करते हैं अपितु जिनके सभी सदस्यों, 8 भाई-बहिनों, ने अपनी अपनी मृत्यु होने पर अपने पूरे शरीर व […]

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स्पष्ट प्रमाण होते हुए भी काशी में क्यों हो रहा है हिंदू आस्था का अपमान ?

मृत्युंजय दीक्षित ज्ञानवापी विवाद पर जब मुस्लिम पक्षकार ने कहा कि वहां पर शिवलिंग नहीं फव्वारा मिला है तो सबसे पहले कांग्रेस के नेताओं ने भी यही बयान देकर मुसलमानों को कांग्रेस के उनके साथ खड़ा होने का संदेश दे दिया था। इसके बाद तो होड़-सी लग गयी। अयोध्या विवाद के समाधान के बाद अब […]

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वेदों का आविर्भाव कब, कैसे व क्यों हुआ?”

ओ३म् ======== संसार में जितने भी पदार्थ है उनकी उत्पत्ति होती है और उत्पत्ति में कुछ मूल कारण व पदार्थ होते हैं जो अनुत्पन्न वा नित्य होते हैं। इन मूल पदार्थों की उत्पत्ति नहीं होती, वह सदा से विद्यमान रहते हैं। उदाहरण के लिए देखें कि हम चाय पीते हैं तो यह पानी, दुग्ध, चीनी […]

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“हमारी जीवन यात्रा दीर्घजीवी व सुखद तब बनती है जब हम वेद के पथ पर चलते हैं: आचार्य डा. धनंजय आर्य”

ओ३म् -हमारे 5 दशक पुराने मित्र के विवाह की स्वर्ण जयन्ती पर गुरुकुल में यज्ञ- ========== आज हमारे मित्र एवं आर्यसमाज के अनुयायी श्री महीपाल शर्मा जी व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कुन्ता शर्मा जी के विवाह की पचासवीं वर्षगांठ हैं। इस अवसर पर श्री शर्मा जी ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ देहरादून के […]

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आर्यसमाज-लक्ष्मण चौक में विवाह की स्वर्णजयन्ती पर आयोजन- “आर्य भजनोपदेशक सत्यपाल सरल सब भजनोपदेशकों में वरिष्ठ एवं आर्यसमाज के गौरव हैं: स्वामी आर्यवेश”

ओ३म् ========= शुक्रवार दिनांक 20-5-2022 को आर्यसमाज के प्रसिद्ध भजनोपदेशक श्री सत्यपाल सरल जी के विवाह के 50 वर्ष पूरे होने पर देहरादून के आर्यसमाज लक्ष्मणचैक में यज्ञ एवं सत्संग का विशेष आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अनेक गुरुकुलों के संस्थापक स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती, सार्वदेशिक प्रतिनिधि के सभा प्रधान स्वामी आर्यवेश जी, स्वामी आदित्यवेश […]

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