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आज का चिंतन

सत्य की खोज* *समुन्द्र मंथन कथा*

Dr D K Garg पौराणिक कथा : पुराणों में वर्णित एक प्रसिद्ध पौराणिक कथा है जिसमें देवताओं और दानवों ने मिलकर समुद्र का मंथन किया था। दुर्वासा ऋषि ने अपना अपमान होने के कारण देवराज इन्द्र को ‘श्री’ (लक्ष्मी) से हीन हो जाने का शाप दे दिया। भगवान विष्णु ने इंद्र को शाप मुक्ति के […]

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आस्तिकता और चमत्कार*

आस्तिकता और चमत्कार कुछ लोग कहते हैं, भारत में ईश्वर अवश्य है । क्योंकि कोई भी इस देश को बसाना नहीं चाहता, फिर भी यह बसा हुआ है, यह किसी चमत्कार से कम नहीं है । नास्तिक विचार वाले लोगों का ईश्वर से सबसे बड़ी शिकायत यह होती है कि इतनी गड़बड़ हो रही है, […]

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ईश्वर के 60 विभिन्न नाम और भ्रान्ति निवारण

By Dr D K Garg भाग ३ अंतिम साभार: सत्यार्थ प्रकाश ईश्वर निराकार और एक ही है लेकिन ईश्वर को उसके कार्यो के अनुसार अलग अलग नामो से पुकारा जाता है। इसलिए निराकार ईश्वर को शरीरधारी बना देना अनुचित है। ये जो विभिन्न तस्वीर ईश्वर के नाम की दिखाई देती है उनमे ईश्वर की शक्ति […]

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स्वामी प्रणवानन्द सरस्वती एवं आचार्य धनंजय जी के सान्निध्य में- “श्रीमद् दयानन्द आर्ष गुरुकुल पौंधा-देहरादून का 23 वां वार्षिकोत्सव आरम्भ”

ओ३म् ========= श्रीमद् दयानन्द आर्ष ज्यातिर्मठ गुरुकुल, पौंधा-देहरादून आर्यसमाज वा आर्यजगत का प्रमुख एवं विशेष गुरुकुल है। इस गुरुकुल ने विगत 23 वर्षों में अनेक कीर्तिमान स्थापित किये हैं। इस गुरुकुल का 23 वां वार्षिकोत्सव आरम्भ हो गया है। मुख्य कार्यक्रम 2 जून से 4 जून 2023 के मध्य सम्पन्न किये जायेंगे। गुरुकुल में स्वाध्याय […]

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क्या संसार ऋषि दयानन्द के सत्य वैदिक सिद्धान्तों को समझ पाया है?”

ओ३म् महर्षि दयानन्द (1825-1883) ने देश व समाज सहित विश्व की सर्वांगीण उन्नति का धार्मिक व सामाजिक कार्य किया है। क्या हमारे देश और संसार के लोग उनके कार्यों को यथार्थ रूप में जानते व समझते हैं? क्या उनके कार्यों से मनुष्यों को होने वाले लाभों की वास्तविक स्थिति का ज्ञान विश्व व देश के […]

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ईश्वर के 60 विभिन्न नाम और भ्रान्ति निवारण*

By Dr D K Garg भाग 1 साभार: सत्यार्थ प्रकाश ईश्वर निराकार और एक ही है तथा उसके अनेको नाम उसके कार्यो के अनुसार है इसलिए ईश्वर को शरीरधारी बना देना और नए नए रूप देना कही भी उचित नहीं है। 1– (अञ्चु गतिपूजनयोः) (अग, अगि, इण् गत्यर्थक) धातु हैं, इनसे ‘अग्नि’ शब्द सिद्ध होता […]

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कन्यादान वास्तविक स्वरुप*

डॉ डी के गर्ग कन्यादान एक ऐसा शब्द है जिससे सामान्यतः प्रतीत होता है कि कन्या एक दान देने योग्य वस्तु है। कन्या की अपनी इच्छा का स्वतन्त्रता का कोई महत्व नही। विवाह के मंडप में पण्डित भी सबसे कहता है कि कन्या दान महा पुण्य का कार्य है और इस तरह से कहते हुए […]

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भगवान् की मूर्ति के आगे धूपबत्ती /अगरबत्ती ,दीपक जलाकर स्तुति करना

डॉ डी के गर्ग अक्सर आपने देखा होगा की मूर्ति पूजा करते समय तस्वीर या मूर्ति के आगे धूपबत्ती /अगरबत्ती जलाते है। कही कही तो ये भी देखा है की धूपबत्ती से वहा की दीवारे ,फोटो काली पड़ जाती है। इस विषय में दो प्रश्न उठते है – १ क्या धूपबत्ती /अगरबत्ती जलाने से ईश्वर […]

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कत्लेआम पर वेद और क़ुरान की गवाही

-आर्यवीर आर्य पूर्वनाम मुहम्मद अली (शास्त्रार्थ महारथी अमर स्वामी जी के ट्रैक्ट जिहाद के नाम पर कत्लेआम नामक ट्रैक्ट पर आधारित) सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो मेरे देखने में आया। इसमें एक मोमिन यह दिखा रहा है कि वेदों में कत्लेआम, मारकाट, हिंसा का सन्देश दिया गया हैं। मोमिन का कहना है कि […]

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केदारनाथ धाम में 60 क्विंटल वजन का भव्य कांस्य ‘ओम’ स्थापित किया जाएगा

रेनू तिवारी केदारनाथ धाम में जल्द ही 60 क्विंटल की भव्य कांस्य ‘ओम’ की मूर्ति स्थापित की जाएगी। बाबा केदारनाथ धाम के गोल्ड प्लाजा में बाबा केदारनाथ के धाम स्थित गोल प्लाजा में 60 क्विंटल कांस्य ओम प्रतिमा स्थापित करने का ट्रायल किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजनरी प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ धाम के […]

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