Categories
संपादकीय

मुस्लिम दलित किसी की बपौती नहीं

भारत का संविधान अपने मौलिक स्वरूप में पंथनिरपेक्ष संविधान है। यह पंथनिरपेक्षता शब्द अपने आप में प्रत्येक व्यक्ति के उन सभी अधिकारों की सुरक्षा करता है जिनकी कल्पना तक आज के मानवाधिकारवादी कर भी नहीं सकते। राज्य किसी के प्रति पक्षपाती नहीं होगा और देश के प्रत्येक नागरिक को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय सुलभ […]

Categories
शिक्षा/रोजगार

मुस्लिम विद्यालयों के पाठ्यक्रम से की गयी हदीस और कुरान की आयतें निरस्त

मुजफ्फर हुसैन पाकिस्तान में लाहौर से प्रकाशित अगस्त 2002 के मासिक तरजुमानुल कुरान में एक लेख प्रकाशित हुआ जिसमें इतनी सनसनीपूर्ण जानकारी है कि सामान्य नागरिक उस पर विश्वास भी नही कर सकता है। लेकिन यह सब कुछ यथार्थ है। इतना यथार्थ है कि यदि दुनिया से आतंकवाद समाप्त करना है तो उसे आज नही […]

Categories
प्रमुख समाचार/संपादकीय

एक प्रोफेसर का मुस्लिम शिष्य से प्रेरक वार्तालाप

डा. मुमुक्षु आर्य प्रोफेसर भारती एवं उनके एक मुस्लिम विद्यार्थी जावेद की भेंट आज बाज़ार में हो गई, जावेद जल्दी में था और बोला  सर ! ईद आने वाली है इसलिए क़ुरबानी देने के लिए बकरा खरीदने जा रहा हूँ, प्रो0 साहिब के मन में तत्काल उन लाखों निर्दोष बकरों, बैलों, ऊँटों आदि का ख्याल […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

मुस्लिम आबादी की तेज़ बढ़त का कारण मज़हब है?

सुरेश हिन्दुस्तानी विहिप नेता प्रवीण तोगडिय़ा ने मांग की है कि दो से अधिक बच्चे पैदा करने वाले मुस्लिमों को कानून बनाकर सज़ा देनी चाहिये। हालांकि संविधान ऐसा करने की इजाज़त नहीं देता और अगर ऐसा कोई पक्षपात पूर्ण कानून बनाया भी गया तो उसको संसद और राज्यसभा पास नहीं करेगी अगर यह काम विवादित […]

Categories
संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

हिन्दू शक्ति ने बढ़ाई दिल्ली की मुस्लिम राजनीति में रूचि

जब किसी मुस्लिम राजवंश का पतन होता था तो स्वाभाविक रूप से अंतिम समय के सुल्तानों का अपने शासन पर नियंत्रण शिथिल हो जाता था। शासन की इस शिथिलता का लाभ हमारे तत्कालीन हिंदू वीर अवश्य उठाते थे। यह क्रम 1206 ई. से लेकर अब तक (तुगलक वंश के अंतिम दिनों तक) यथावत चला आ […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

मुस्लिम आबादी के खतरनाक आंकड़े

मुस्लिम  पोपुलेशन- –जब तक मुस्लिमों की जनसंख्या किसी देश/प्रदेश/क्षेत्र में लगभग 2% के आसपास होती है, तब वे एकदम शांतिप्रिय, कानूनपसन्द अल्पसंख्यक बनकर रहते हैं और किसी को विशेष शिकायत का मौका नहीं देते, जैसे – अमेरिका – मुस्लिम 0.6%ऑस्ट्रेलिया – मुस्लिम 1.5%कनाडा – मुस्लिम 1.9%चीन – मुस्लिम 1.8%इटली – मुस्लिम 1.5%नॉर्वे – मुस्लिम 1.8% […]

Categories
राजनीति

मुस्लिम मतों के बल पर हिन्दू विरोध की राजनीति का औचित्य

 देश में मुस्लिमों की तेरह-चौदह प्रतिशत आबादी के मद्देनजर अभी हाल में संपन्न हुए चुनावों में लोकसभा में पहुंचे कुल 24 मुस्लिम सांसदों की संख्या पर कई लोगों ने सवालिया निशान उठाया है। इनका मानना है कि तेरह-चौदह प्रतिशत की आबादी वाले समुदाय के लिए इतनी सीटों का होना चिंता का विषय है, जबकि आबादी […]

Exit mobile version