-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। हम संसार में अपनी अपनी माता के गर्भ से उत्पन्न हुए हैं वा हमने अपनी माता से जन्म लिया है। यदि माता न हो तो हम अपने जन्म की कल्पना भी नहीं कर सकते। परमात्मा ने इस सृष्टि को बनाया है और उसी ने इस माता-पुत्र से पवित्र सम्बन्ध को भी […]
Month: November 2019
आर्य सागर खारी इतिहासकार अर्नाल्ड जे टायनबी ने कहा था – विश्व के इतिहास में अगर किसी देश के इतिहास के साथ सर्वाधिक छेड़ छाड़ की गयी है, तो वह भारत है । *भारतीय इतिहास का प्रारंभ सिन्धु घाटी की सभ्यता से होता है, इसे हड़प्पा कालीन सभ्यता या सारस्वत सभ्यता भी कहा जाता है. […]
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। संसार में तीन अनादि सत्तायें वा पदार्थ हैं जो ईश्वर, जीव व प्रकृति के नाम से वैदिक साहित्य में वर्णित किये गये हैं। वेदों की भाषा मनुष्यकृत न होकर परमात्मा की अपनी भाषा है। वेद की संस्कृत भाषा के शब्द भी परमात्मा के द्वारा प्रयुक्त होने से उसके द्वारा उत्पन्न वा […]
गाजियाबाद । ( उगता भारत , ब्यूरो डेस्क ) यूँ तो प्रदेश की हर सरकार ने सरकारी भूमि के उचित रखरखाव के लंबे चौड़े दावे किए हैं , परंतु सच यह है कि प्रदेश की सरकारी भूमि पर राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी खुद मिलकर ही अवैध कब्जा करवाते हैं । लेखपाल से लेकर […]
भारत की वैदिक संस्कृति विश्व के कोने – कोने में फैली हुई थी । जिसके प्रमाण आज भी अनेकों देशों में पर्याप्त रूप में मिलते हैं । मूल रूप में भू: भुवः स्व: तीनों शक्तियां ओ३म की ही शक्ति होने की संकेतक हैं । इन्हें ब्रह्मा , विष्णु , महेश के नाम से भी जाना […]
भारत के क्रांतिकारी इतिहास में भारत की महान वीरांगनाओं का योगदान कभी भी विस्मृत नहीं किया जा सकता । यहां पर अनेकों ऐसी महान वीरांगनाएं हुईं हैं जिन्होंने समय आने पर अपने देश के लिए और देश की आन , बान शान के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग कर दिया । ऐसी ही एक महान […]
——————————————- अध्याय — 12 तान कर सीना चला एक पुजारी कई दिनों से यज्ञ कर रहा था , किंतु उसे अपने इष्टदेव के दर्शन नहीं हो रहे थे। इसी बीच राजा विक्रमादित्य वहां से निकले जा रहे थे । उन्होंने पुजारी की ओर देखा तो उसके चेहरे पर छाए भावों को देखकर उन्हें यह समझने […]
गुर्जर समाज के गौरवशाली इतिहास के दृष्टिगत राम मंदिर निर्माण न्यास में उसे उचित स्थान दिलाने की गुर्जर समाज की मांग का समर्थन हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बाबा नंदकिशोर मिश्र ने भी किया है । उन्होंने कहा कि गुर्जरों का भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान है । 300 वर्ष तक निरंतर […]
अभी हाल ही में राम जन्म भूमि के संबंध में आए सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अवलोकन से यह स्पष्ट होता है कि इसमें माननीय न्यायालय ने एएसआई की रिपोर्ट को उचित और तार्किक माना है ।ए एस आई के पूर्व रीजनल डायरेक्टर रहे के के मोहम्मद का कहना है कि राम मंदिर के निर्माण […]

बबराला । कार्यक्रम में अपनी विशेष और सक्रिय भूमिका निभाने वाले दयाशंकर आर्य को जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किए गए विशेष कार्यों के लिए सम्मानित किया गया । उन्हें यह सम्मान पतंजलि बायो रिसर्च इंस्टीट्यूट की तरफ से डॉक्टर जे एल द्विवेदी कृषि वैज्ञानिक और स्थानीय विधायक अजीत कुमार उर्फ राजू यादव […]