1947 ई. के जम्मू-कश्मीर राज्य की सीमाओं का निर्माण उससे सही सौ वर्ष पूर्व हुआ था, जब अमृतसर की संधि के अंतर्गत अंग्रेजों ने जम्मू-लद्दाख के शासक महाराजा गुलाब सिंह को कश्मीर घाटी को अपने राज्य में मिला लेने की सहमति दे दी थी। आज के पाक अधिकृत कश्मीर और भारतीय कश्मीर को मिलाकर देखने […]
महीना: अगस्त 2014
सारा खेल बिगाड़ दे, एक अहंकार की चूकगतांक से आगे….दुष्टों का सहयोग ले,उपकृत हो यदि संत।श्रेय को लेवें दुष्टजन,कड़वा होवै अंत ।। 695 ।। भाव यह है कि सत्पुरूषों को चाहिए कि जहां तक हो सके किसी सत्कार्य में दुष्टों का सहयोग नही लेना चाहिए। अन्यथा दुष्टजन सत्कार्य का श्रेय स्वयं लेकर संतों को उपेक्षित […]
गतांक से आगे…..जम्मू-कश्मीर के विषय में महाराजा हरिसिंह को महाराजा न मानना नेहरू की चौथी ऐतिहासिक भूल:देश की सबसे बड़ी रियासत जम्मू-कश्मीर भारत की 556 रियासतों में अकेली ऐसी अभागी रियासत है जिसके महाराजा हरिसिंह को महाराजा मानना बंद कर दिया गया और उनके पुत्र युवराज कर्ण सिंह को उनका उत्तराधिकारी महाराजा नही मानकर उन्हें […]
गतांक से आगे…..जिस प्रकार इन थोड़े से शब्दों का नमूना दिखलाया गया, उसी तरह सभी ऐतिहासिक शब्दों पर प्रकाश डाला जा सकता है। किंतु हम वेद भाष्य करने नही बैठे। हमें तो केवल थोड़ा सा नमूना दिखलाकर पाठकों से यह निवेदन करना है कि वे थोड़ी देर के लिए अपने मगज में जमे हुए इस […]
इंगलैण्ड की राजधानी लंदन में यात्रा के दौरान एक शाम महाराजा जयसिंह सादे कपड़ों में बॉन्ड स्ट्रीट में घूमने के लिए निकले और वहां उन्होने रोल्स रॉयस कम्पनी का भव्य शो रूम देखा और मोटर कार का भाव जानने के लिए अंदर चले गए। शॉ रूम के अंग्रेज मैनेजर ने उन्हें च्च्कंगाल भारतज्ज् का सामान्य […]
जय दूधेश्वर महादेव *** हिन्दू तत्व जागरण अभियान *** *** रामकृष्ण परमहंस पुण्यतिथि 16/8/2014 *** कोलकाता भारत रामकृष्ण परमहंस भारत के एक महान संत एवं विचारकथे। इन्होंने सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया।उन्हें बचपन से ही विश्वास था कि ईश्वर के दर्शनहो सकते हैं अतः ईश्वर की प्राप्ति के लिए उन्होंनेकठोर साधना और भक्ति […]
– डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com स्वतंत्रता, स्वाधीनता, आजादी और ऎसे ही खूब सारे शब्दों को हमने इतना संकीर्ण बना डाला है कि अब आजादी की बातें कहने का न कोई धरम रहा है, न मायना। विराट अर्थों और व्यापक गहराइयों से भरे इन शब्दों की असलियत जानने की हम कोशिश करें तो हमारे नीचे […]
निर्भय कुमार कर्णआजादी के 67 वर्षों के गहरे उतार-चढ़ाव में भारत ने कई सफलताओं को अर्जित करते हुए विश्व पटल पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। भारत ने अपने आपको इतना महत्वपूर्ण साबित करा दिया है कि कोई भी देश इसकी अनदेखी नहीं कर सकता। यही कारण है कि दुनिया के लगभग सभी देश भारत […]
डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री महाराजा हरि सिंह जम्मू कश्मीर के अंतिम शासक थे । उन का नाम राज्य के उन शासकों में आता है जिन्होंने अपने प्रगतिशील दृष्टिकोण के कारण राज्य में अनेक सुधार किये और शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिये अनेक कार्य किये । वे आर्यसमाजी थे इसलिये उन्होंने राज्य में दलित समाज […]
– डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com चिड़िया कहाँ मुक्त हैकहाँ हैंउसकी आजादी के मौलिक अधिकारमुक्ति, समानता और स्वतंत्रता कारह-रह कर उठने वाला शोरखोता रहा है संसद के गलियारों से हो करनिस्सीम जंगल में।चिड़िया चाहती है-उन्मुक्त हँसी-ठट्ठापरपिंजरा है कउसी की हँसी उड़ाता है,कोमल, भावुक, सुन्दर चिड़ियाचाहते हैं सभीऔरचाहत के अधीन ही सहीचिड़िया हो जाया करती है-नज़रबन्दबिठा दिए जाते […]