दक्षताओं का ही उपयोग लें दूसरे कामों में न उलझा एं – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जो व्यक्ति जिस काम मेंं दक्ष हो, उसे उसी प्रकार का काम यदि दिया जाए तो वह ज्यादा प्रसन्नता और रुचि के साथ अपने काम को पूरी सफलता देने में समर्थ होता है। लेकिन किसी एक विधा में प्रवीण किसी […]
महीना: जुलाई 2013
अरविंद जयतिलकप्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दौरे के एक दिन पूर्व आतंकियों द्वारा श्रीनगर में थल सेना के काफिले पर हमला जम्मू-कश्मीर के बिगड़ते हालात के ही संकेत हैं। इस आतंकी हमले में 8 जवान शहीद हुए हैं और दो दर्जन घायल। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने […]
धर्म की बड़ी विस्तृत परिभाषा है। इसके विभिन्न स्वरूप हैं। संसार की सबसे प्यारी चीज का नाम है-धर्म। आप सड़क पर चले जा रहे हैं, किसी की अचानक दुर्घटना हो जाती है, आप रूकते हैं, और अपने आप ही उधर सहायता के लिए दौड़ पड़ते है। सहायता के लिए आपके हृदय में करूणा उमड़ी-इस प्रकार […]
अपने अरमानों को साकार करें संतति या सुपात्रों में डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com आम तौर पर हममें से कई लोग ऎसे होते हैं जो समय निकल जाने के बाद ही समझदार हो पाते हैं और जब तक अकल आती है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसी प्रकार कई लोग समय से पहले समझदार […]
मनचाहा परिवर्तन जरूर पाएँ पर गलाकाट प्रतिस्पर्धा से नहीं डॉ. दीपक आचार्य9413306077 dr.deepakacharya @ gmail.com अनचाहे से बचना और मनचाहे की प्राप्ति के लिए प्रयत्न करना प्रत्येक मनुष्य का परंपरागत स्वभाव रहा है और इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए यदि किसी भी प्रकार का प्रयास किया जाए तो अपने हित में हो, उसे बुरा नहीं कहा […]
सतनाम प्रचारक गुरु हरकिशन जी धर्म प्रचार और लोक सेवा का आदर्श कायम किया – अनिता महेचा भारतीय दर्शन में एक से बढ़कर एक संत-महात्मा और युगपुरुष हुए हैं लेकिन इनमें सबसे कम आयु के गुरुओं में आठवें गुरु हरकिशनजी का पूरा जीवन संदेशों से भरा हुआ है।गुरु हरकिशनजी का जन्म कीरतपुर में माता किशनकौर की […]
संबंधों पर भारी है पैसों की माया डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com सामाजिक प्राणी के रूप में स्वीकारा गया एक जमाने तक आदमी होने के सारे अर्थ और गुणों को धारण किया करता था। तब आदमी-आदमी के बीच और आदमी तथा समुदाय के बीच जो भी संबंध तथा रिश्ते-नाते तय होते थे उनका आधार गुणावगुणों तथा अच्छाई-बुराई […]
कभी भूलकै मत करो, स्वजन का अपमान महादोषों से युक्त हो,दिल में राखै बैर।बेशक वह कुबेर हो,त्यागने में ही खैर।। 127।। ऐश्वर्य से युक्त को,लेकिन हो गुणहीन।सजन सनेही मत बना,लेवै मान को छीन।। 128।। जीत होवै धर्म की,पाप की होवै हार।आत्मचिंतन कर जरा,अपने कर्म निहार।। 129।। गुणों की जिसमें खान हो,विनय होय श्रंगार।भूसुर आया स्वर्ग […]
बेवजह बकवास न करें औरों के समय का ख्याल रखें डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com हमारे आस-पास मनुष्यों की कई सारी प्रजातियाँ हैं जिनकी कार्यशैली, व्यवहार और जीवनचर्या अलग ही रंग-ढंग लिये हुए होती है। इन सभी के जीने के अपने अलग-अलग अंदाज हैं और इन अंदाजों के साथ ही जुड़ी हुई हैं इनकी कई सारी अच्छी-बुरी आदतें […]
उत्तराखण्ड के केदारनाथ तीर्थधाम पर आयी जल प्रलय सचमुच कई सवाल छोड़ गयी है-जैसे कि क्या यह आपदा मानवीय थी या प्राकृतिक थी? और इस आपदा से निपटने में धर्मस्थलों पर धर्म कितना काम आया? या किसने अपना कितना धर्म निभाया, इत्यादि। मानव प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करता-करता अहंकारी और दम्भी हो गया है। इसने […]