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आओ कुछ जाने

आओ समझें: सनातन धर्म का स्वरूप

भाई परमानंद सनातन का अर्थ है नित्य। वैदिक धर्म का नाम सनातन धर्म अत्यंत उपयुक्त है। अन्य किसी भी भाषा में इसके लिए रिलीजन शब्द है, पर धम्र का भाव रिलीजन में पूरी तरह से नही उतर पाता। रिलीजन शब्द धर्म के उस भाव को लिए हुए है, जो बहुत सीमित और संकुचित है, पर […]

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राजनीति

भ्रष्ट शासन व्यवस्था और लोकतंत्र की स्थापना

मनीराम शर्मा ब्रिटिश साम्राज्य के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए गवर्नर जनरल ने भारतीयों पर विभिन्न कानून थोपे थे। यह स्वस्प्ष्ट है कि भारत में राज्य पदों पर बैठे लोग तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य के प्रतिनिधि थे और उनका मकसद कानून बनाकर जनता को न्याय सुनिश्चित करना नहीं बल्कि ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार करना, […]

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राजनीति

भारत में नागरिकों के मौलिक अधिकार

भारतीय नागरिकों को 7 मौलिक अधिकार प्रदान किये गये थे, परंतु 44वें संशोधन के द्वारा संपत्ति का अधिकार अब मौलिक अधिकारों से नही रहा है। इस प्रकार भारतीय नागरिकों को केवल 6 मौलिक अधिकार प्राप्त हैं, जो इस प्रकार है-1. समानता का अधिकार-कानून की दृष्टि में प्रत्येक नागरिक समान है। धर्म, जाति, वंश, लिंग, रंग, […]

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आज का चिंतन

आज का चिंतन-31/07/2013

भरोसे काबिल नहीं हैं ये पराश्रित परजीवी डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.comदुनिया में दो तरह के लोग होते हैं। एक वे हैं जो खुद की बुद्धि, मेहनत और हुनर के बूते अपना जीवन बनाते हैं और मस्ती के साथ सफलतापूर्वक जीवनयापन करते हैं।दूसरी किस्म उन लोगों की है जो आत्महीन होते हैं। इन लोगों के पास कितनी […]

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आज का चिंतन

आज का चिंतन-30/07/2013

प्रोत्साहन भले न दें प्रतिभाओं की हत्या तो न करें डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.comदुनिया में हर क्षेत्र में प्रतिभाओं का जन्म होता रहा है और उनकी वजह से विश्व समुदाय को कुछ न कुछ प्राप्त होता ही है। भगवान ने मनुष्य को सभी प्राणियों में सबसे ज्यादा बुद्धि, कौशल और मौलिक प्रतिभाओं के साथ […]

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भारतीय संस्कृति

हमारी विस्मयकारी शब्द शक्ति

डॉ. मधुसूदनओउम्-गीतकार होना चाहते हो?ओउम्-प्रचण्ड शब्द शक्ति का स्रोत।ओउम् -प्रास रचना में भी सहायक ।(एक) संस्कृत गीत रचनाआपने, पूजनीय, आदरणीय, माननीय, पठनीय, वाचनीय, निन्दनीय, वंदनीय, अभिनन्दनीय, दर्शनीय, श्रवणीय इत्यादि, शब्द प्रयोग सुने होंगे। ऐसे प्राय: 250 शब्द तो सरलता से भाषा में, मिल ही जाएंगे। इन सारे शब्दों के अर्थ भी जुडे हुए हैं। जो […]

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गुरू पूर्णिमा ज्ञान गंगा स्नान का दिन है

आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरू पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है। गुरू पूर्णिमा वर्षा ऋतु के आरंभ में आती है। इस दिन से चार महीने तक परिव्राजक साधु-संत एक ही स्थान पर रहकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं। ये चार महीने मौसम की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ होते हैं। न अधिक […]

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आज का चिंतन

आज का चिंतन (29/07/2013)

साधना और भक्ति निष्फल है सत्संग और सेवा के बगैर  डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.comमनुष्य जन्म में आने के उपरान्त मानवीय मूल्यों, आदर्शों, लोकानुशासन एवं मर्यादाओं का पालन जरूरी है। इन्हीं परंपरागत पंथों पर चलते रहकर ही अपने साध्य को पाया जा सकता है। फिर चाहे साध्य अपने लौकिक एवं अलौकिक कार्य हों या ईश्वर से साक्षात्कार अथवा आत्मतत्व […]

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राजनीति

लो, अब सरकार ही चली मन्दिर तोड़ने

विनोद बंसलकभी असामाजिक तत्वों, तो कभी आतंकवादियों के निशाने पर रहने वाले दिल्ली के असंख्य मन्दिर व गुरुद्वारे अब जनता द्वारा चुनी गई सरकार की हिट लिस्ट में भी सामिल हो गए हैं। जिन 74 धर्म स्थलों को तोडने के लिए दिल्ली सरकार उच्च न्यायालय में शपथ पत्र दे चुकी है उनमें से 54 मन्दिर […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

नोकिया लूमिया 625 लेने जा रहे हैं तो जरा इन खामियों को जान लें

पिछले कई दिनों से चल रही अफवाहों और चर्चाओं के बीच आखिरकार नोकिया ने लूमिया सीरीज में एक नया फोन लॉंच किया है। हाल ही में नोकिया 625 को भारतीय बाजार में उतारा गया और प्रवेश के साथ ही यह फोन काफी लोकप्रिय होने लग गया है।4.7 डिस्प्ले स्क्रीन वाला नोकिया लूमिया 625 कीमत के […]

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