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राजनीति

मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार से लड़ता लोकायुक्त

प्रमोद भार्गवभ्रष्टाचार से कारगर ढंग से निपटने के लिए यह जरुरी है कि निगरानी औरजांच का तंत्र मजबूत हो, जिससे राज्यों में लोकायुक्तों की भूमिका जमीनी धरातल पर और मजबूती से पेश आ सके। हालांकि वर्तमान में जिन राज्यों में, जितने भी कानूनी अधिकारों के साथ लोकायुक्त काम कर रहे हैं, उनके नतीजे अभी पर्याप्त […]

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महत्वपूर्ण लेख

कृषि प्रधान देश में बेमौत मरते किसान

डॉ. आशीष वशिष्ठदीपावली से एक दिन पूर्व महाराष्ट्र में पुलिस की गोलीबारी में दो किसानों की मौत ने दीवाली को बेरौनक कर दिया। अपनी मांगों को मनवाने के लिए अहिंसक प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गोलीबारी करना कृषि प्रधान और लोकतांत्रिक राष्ट्र के लिए शर्म की बात है। पुलिस की गोली से किसानों की मौत […]

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राजनीति

राजनीतिक अपराधियों के लिए त्वरित न्याय प्रणाली

प्रमोद भार्गवहमारे देश में बीते ढाई दशको में राजनीतिक अपराधियों की संख्या बेतहाशा बढ़ी है। महिलाओं की हत्या उनसे बलात्कार और छेड़छाड़ करने वाले राजनीतिक अपराधी भी संसद और विधानसाभाओं में हैं। यह कोई कलिपत अवधारणा नहीं है। खुद इन जनप्रतिनिधियों ने अपनी आपरधिक पृष्ठभूमि का खुलासा चुनाव लड़ते वक्त जिला निर्वाचन अधिकारी को दिए […]

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भारतीय संस्कृति

गणतंत्र दिवस की 63वीं वर्षगांठ पर विशेष

आईडी गुलाटी (बुलंदशहर)हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्रीय देश है किंतु मतदान का प्रतिशत बड़ा लोकतंत्रीय देश है किंतु मतदान का प्रतिशत औसतन 65 प्रतिशत ही रहता है। यह शुभ संकेत नही है। राजनीति दलों में अपराधी तत्वों व स्वार्थी तत्वों के अच्छी संख्या में आ जाने से काफी लोग मत देना पसंद नही […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

रोड शो / रीयल शो

शो रहा है रो क्योंकि वो थियेटर व सिनेमा घरों सेनिकलकर रोड पर आ गया है नेता को शो और शो को नेता भा गया है, तभी तो नेताचुनावी दौर में, रोड शो में व्यक्त रहते हैं।जोड़ तोड़ और भाषण देने में मस्त रहते हैंजनता भी चालाक है झांसे में नही आती हैनेताओं को सबक […]

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बिखरे मोती

‘विभूति शब्द की व्याख्या’ : राही तू आनंद लोक का

गतांक से आगे…आठवां श्लोक, पृष्ठ 4887. ‘पुण्यो गन्ध पृथिव्याम’- से तात्पर्य है पृथ्वी गंध तन्मात्रा से उत्पन्न होती है। भगवान कहते हैं-हे अर्जुन! पृथ्वी में, वह पवित्र गंध मैं ही हूं। यहां गंध के साथ पुण्य का विशेषण देने का तात्पर्य है-पवित्र गंध तो पृथ्वी में स्वाभाविक रूप से रहती है, पर दुर्गंध किसी विकृति […]

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संपादकीय

भारत में ये समाचार क्यों नही बनते

दिल्ली दुष्कर्म का प्रकरण ठंडा भी नही हुआ था कि ऐसे ही विभिन्न दुष्कर्मों की खबरें समाचार पत्रों में इतनी बढ़ीं कि अखबारों को उठाकर देखने में भी शर्म आने लगी। ऐसी घटनाओं को ढूंढ़ ढूंढ़कर लाया जाकर परोसा जाने लगा, मीडिया में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने इन घटनाओं को टीवी पर इतना अधिक दिखाया कि […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

आओ समझें: हिन्दी अक्षरों का वैज्ञानिक स्वरूप

भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी अपने आप में पूर्णत: वैज्ञानिक भाषा है। कंप्यूटर के लिए संस्कृत को सबसे उपयुक्त भाषा आज के वैज्ञानिकों ने स्वीकार किया है। हिंदी इस भाषा (संस्कृत) की उत्तराधिकारी भाषा है। संस्कृत ने जिन अक्षरों का प्राचीन काल में आविष्कार कर भाषा विज्ञान को विकसित किया उसे हिंदी ने बड़े ही गौरवमयी […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

जयपुर चिंतन शिविर में राहुल गांधी ने संभाली 127 वर्षीय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की कमान

राहुल गांधी ने अपने अब तक के मंझे हुए और सधे हुए भाषण से कांग्रेस के जयपुर चिंतन शिविर को यादगार बना दिया है। उन्होंने नये नेतृत्व के रूप में कांग्रेस में अपने लिए न्यायाधीश की भूमिका को पसंद किया है। राहुल गांधी ने अपने भाषण में अपनी दादी इंदिरा गांधी, पिता राजीव गांधी और […]

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भारतीय संस्कृति

बहु आयामी व्यक्तित्व के धनी – श्रीयुत् श्रीकान्त जोशी

विनोद बंसलश्रीयुत् श्री कान्त जोशी जी का स्मरण करते ही एक सहज स्वभाव का स्वछंद मन, हंस मुख चहरा व अपनी ध्येय साधना के प्रति एक धृण निश्चयी व्यक्तित्व स्वत: मेरी आखों के सम्मुख आ जाता है। शायद ही कोई व्यक्ति होगा जो उनसे मिलने के बाद निराश लौटा हो। ध्येय साधना और कर्तव्य परायणता […]

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