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संपादकीय

तब भी एक स्वाभिमानी की कुर्सी खाली थी

सारे देश के राजा महाराजा और काँग्रेस के नेता अपने ब्रिटिश सम्राट जार्ज पंचम की एक झलक पाने और उसके साथ खड़े होकर फोटो खिंचवाने के लिए उस समय बहुत ही अधिक लालायित थे। किसी हो अपने या अपने देश के स्वाभिमान की कोई चिंता नहीं थी। सब इसी में अपना सम्मान समझ रहे थे […]

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संपादकीय

मुस्लिमों को आरक्षण या संरक्षण?

पहले जाति के नाम पर आरक्षण देकर देश के नेताओं ने देश में सामाजिक स्वरूप को जहरीला बनाया और अब साम्प्रदायिक आधार पर मुस्लिमों को आरक्षण देकर राष्ट्रीय परिवेश को और भी विषैला बनाने की कोशिश की जा रही है। सभी राजनीतिक दलों की दृष्टि में ‘मुस्लिम हित’ नहीं है अपितु मुस्लिमों के वोट हैं।भारत […]

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विशेष संपादकीय

ममता दी को धन्यवाद !

सोनिया की चुप्पी में चीन की सी कुटिलता है तो मनमोहन सिंह की शालीनता और विनम्रता देश के लिए उनकी ‘ठेंगा नीति’ बन चुकी है। सोनिया मनमोहन सरकार के निर्णय पर तब तक चुप रहती हैं जब तक उनसे सरकार और मनमोहन सिंह की फजीहत होती हो, जैसे ही ये निर्णय सोनिया और उनके परिवार […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

युवाओं से राजनीति में आने का आह्वान

नई दिल्ली । काँग्रेस महा सचिव राहुल गांधी ने युवाओं के ज्यादा से ज्यादा राजनीति में आने की आवश्यकता पर बल देते हुए युवा काँग्रेस के निर्वचित प्रतिनिधियों से सोमवार का कहा कि वे गरीब और आम आदमी की लड़ाई लड़े ताकि उन लोगों की स्थिति बेहतर बन सके ।श्री गांधी ने यहाँ युवा काँग्रेस […]

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विशेष संपादकीय

चाँटे पर चिन्ता या चिन्तन?

केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार पर महंगार्इ और भ्रष्टाचार से निपटने में अक्षम रही सरकार के प्रति अपना गुस्सा झाड़ते हुए एक युवक हरविन्दर ने चाँटा जड़ दिया। यह चाँटा सुरेश कलमाड़ी पर फैंके गये जूते (26 अप्रैल 2011), अरून्धति राय पर फैंके गये जूते (फरवरी 2009), प्रशान्त भूषण की की गर्इ पिटार्इ (12 अक्टूबर […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

धर्म भ्रष्ट करने का षडयंत्र

भारत धर्मप्राण व अहिंसा प्रधान देश होने के कारण विश्व में ‘जगदगुरु की तरह आदर पाता है। भगवान श्री राम, कृष्ण, बुद्ध व भगवान महावीर आदि सभी अवतारों व विभूतियों ने जीव मात्र में भगवान के दर्शन करने, किसी भी प्राणी की हिंसा न करने, भोजन शुद्ध – सात्विक करने की प्रेरणा दी । यह […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

गरीबी और अकाल – एक सुलगता प्रश्न

अमर्त्य सेन! गरीबी के विषय में बहुत-सी बातें तो स्पष्ट ही होती हैं । इसके नग्नतम स्वरूप को जानने एवं इसके उदगम स्रोत को पहचानने के लिए न तो किसी सुविकसित कसौटी की आवश्यकता है, न किसी चातुर्यपूर्ण मापन कला की और न ही गहरी छानबीन की। किंग लियर की तर्ज पर बेचारे फटेहाल दरिद्रों जिनके […]

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राजनीति

पश्चिमी प्रदेश का नाम ‘क्रांति प्रदेश’ हो:- चक्रपाणि

मुज़फ्फ़रनगर। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने कहा हैं कि उत्तर प्रदेश के विभाजन सम्बन्धी मायावती सरकार के प्रस्ताव का हिन्दू महासभा सशर्त समर्थन करती हैं। परन्तु इसके लिए आवश्यक हैं कि प्रदेश सरकार नये प्रदेश के गठन के बारे में पहले ही सोच समझकर निर्णय ले, प्रशासनिक दृष्टि […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

कौन होगा इस ‘पाप’ का भागी ?

नई दिल्ली । पाकिस्तान में 1947 से ही सेना की स्थिति सत्ता के लिए खतरनाक रही है । सेना तंत्र से लोकतन्त्र यहाँ सदा ही हारता रहा है । इसकी वजह पाकिस्तान का अपना इतिहास रहा है । इतिहास बीते हुए कल की दास्तान का नाम है, और पाकिस्तान का इस दृष्टि से कोई इतिहास […]

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विशेष संपादकीय

भाजपा नेता आडवाणी की यात्रा समाप्त?

भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी की 38 दिवसीय रथ यात्रा पिछले दिनों दिल्ली के रामलीला मैदान में समाप्त हो गयी । इस यात्रा के समापन पर भाजपा का मनोबल कुछ बढ़ा हुआ दिखायी दिया । उसे लगा हैं कि लोगो ने उसके पापों को रामद्रोह को, खूंखार आतंकियों को छोड़ने के राष्ट्रद्रोह को तथा ‘जिन्ना […]

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