* एक बार एक मौलाना ने कहा था कि’आप ईश्वर,जीव और प्रकृति को अनादि और अनंत मानते हैं और साथ ही यह भी कहते हैं,कि ईश्वर इस सृष्टि की रचना प्रकृति से करता है।यदि ऐसा मान लिया जाये तो फिर ईश्वर और मनुष्य के कार्यों में कोई विषेश अन्तर दृष्टिगोचर नहीं होता। यदि आप किसी […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
सरदार मनजीत सिंह – विभूति फीचर्स सन् 1740 में नवाब गाजीउद्दीन खान ने चार गेटों के अंदर एक सराय बनायी थी। ये चार गेट थे दिल्ली गेट, सियानी गेट, डसना गेट एवं जवाहर गेट, शाम को ये चारों गेट बंद हो जाते थे। इन चार दरवाजों के अंदर तब मात्र बीस कमरे हुआ करते थे […]
पंजाब पुलिस अब सरहदी शहरों में ही नही बल्कि गांवों में भी खुद का नेटवर्क मजबूत करने में जुट गई हैं। नशा तस्करों व अपराधी किस्म के लोगों पर नजर रखने के लिए गांवों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की कवायद शुरू हो गई है। पहले चरण में फिरोजपुर, तरनतारन और अमृतसर के गांवों में 575 […]
ईसाई धर्मान्तरण का एक कुत्सित तरीका- प्रार्थना से चंगाई #डॉविवेकआर्य विश्व इतिहास इस बात का प्रबल प्रमाण हैं की हिन्दू समाज सदा से शांतिप्रिय समाज रहा हैं। एक ओर मुस्लिम समाज ने पहले तलवार के बल पर हिन्दुओं को मुस्लमान बनाने की कोशिश करी थी, अब सूफियो की कब्रों पर हिन्दूओं के सर झुकवाकर, लव […]
श्रीराम जन्मस्थान की यथातथ्यता का प्रमाण — ईश अनुकम्पा से ! ” सत्यमेव जयते नानृतम् ” — मुण्डक उपनिषद् 3.1.6 अर्थात् सत्य ही की जीत होती है, झूठ की नहीं। ( इस लेख को अवश्य पढ़ें कि किस प्रकार हिन्दू पक्ष ने उच्चतम न्यायालय में सिद्ध किया कि यही स्थान ही श्रीराम का वास्तविक जन्म […]
ओउम् परमपिता परमात्मा नमो नमः (ओउम् कृण्वन्तो विश्वमार्यम) 23 जनवरी सन 1897 में इस भारत की धरा पर एक अद्भुत आत्मा ने जन्म लिया था जो वीर सुभाष चंद्र बोस के नाम से विख्यात हुए।ये कोई साधारण आत्मा नही थी।इस राष्ट्र के सूत्राधार ओर कर्णधार यदि कोई थे तो इसमें सुभाष चन्द्र बोस के नाम […]
( सैदुल इस्लाम, बीबीसी, 17 दिसम्बर 2021) मुक्ति संग्राम के दौरान बांग्लादेश में बहुत से हिंदुओं को अपनी जान बचाने के लिये धर्मांतरण को मजबूर होना पड़ा था. जान के डर से ही उन्हें अपने वे दिन मुस्लिम पहचान के साथ बिताने पड़े थे. सचिंद्र चंद्र आइच के परिवार को 1971 में ऐसे ही भयानक […]
* Dr DK Garg पौराणिक कथा:- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सप्तऋषि की उत्पत्ति ब्रह्मा जी के मस्तिष्क से हुई है। कहावत है कि हरिद्वार में एक स्थान ऐसा हैं, जहाँ पर सप्त ऋषियों ने एक साथ तपस्या की थी। जब गंगा नदी बहती हुई आ रही थीं तो यहाँ सात ऋषि गहन तपस्या में लीन […]
* मंदिर आदि स्थान ईश्वर की पूजा करने के लिए नहीं बनाए जाते। ये तो संगठन करने के स्थान हैं। ईश्वर की पूजा तो व्यक्तिगत कार्य है। वह तो अपने घर में होता है। परंतु देश की रक्षा करने के लिए और समाज को संगठित करने के लिए जो स्थान बनाया जाता है, वह मंदिर […]
लेखक अशोक चौधरी मेरठ। सम्पूर्ण भारत वर्ष में गजब का हर्षोल्लास भगवान राम के मंदिर अयोध्या में बनने को लेकर छाया हुआ है।भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 22 जनवरी को इस अवसर पर सहभागिता कर रहे हैं।यह प्रसन्नता कितने लम्बे संघर्ष के बाद प्राप्त हो रही है।इस ओर बरबस ही ध्यान चला जाता […]