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विविधा

यहूदी, ईसाई और मुसलमानों की जंग का सच

यहूदी और मुस्लिम धर्म लगभग समान है फिर भी यहूदी और मुसलमान एक-दूसरे की जान के दुश्मन क्यों हैं? ईसाई धर्म की उत्पत्ति भी यहूदी धर्म से हुई है, लेकिन दुनिया अब ईसाई और मुसलमानों के बीच जारी जंग से तंग आ चुकी है। तीनों ही धर्म एक दूसरे के खिलाफ हैं, जबकि तीनों ही […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

श्यामजी कृष्ण वर्मा और लंदन में क्रांतिकारियों का गुरुकुल

लेखक :-स्वामी ओमानन्द सरस्वती प्रस्तुति :- अमित सिवाहा महर्षि दयानन्द के प्रियतम शिष्य श्री श्याम जी कृष्ण वर्मा काठियावाड़ राज्य के थे। ये संस्कृत भाषा के धुरन्धर विद्वान थे। महर्षि दयानन्द जी से अष्टाध्यायी संस्कृत व्याकरण को पढ़ा था। महर्षि दयानन्द ने विदेशों में वैदिक धर्म के प्रचारार्थ हो लन्दन भेजा था। महर्षि दयानन्द के […]

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मुद्दा

राजनैतिक दल आपदा की इस घड़ी में देश, प्रदेश एवं आम नागरिकों का साहस बनें

डॉ. दिनेश चंद्र सिंह दुर्भाग्यवश, हममें से बहुत सारे लोग इसके प्रतिकूल आचरण कर रहे हैं। एक दु:खद अवसर को अपनी स्वार्थ साधना का अवसर बनाने के प्रयास में मशगूल रहना और वास्तविकता से दूर रह कर सिर्फ सरकार व प्रशासन की आलोचना करना न्यायसंगत प्रतीत नहीं होता है। किसी भी सभ्य समाज में दोषारोपण […]

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स्वास्थ्य

कोरोना महामारी में कैसे रहे स्वास्थ, क्या करें क्या ना करें

संजय द्विवेदी शुरू में भले ही मन न करे फिर भी हर दिन की कुछ ऐसी कार्ययोजना बनाएं जो सार्थकता और उत्पादकता से भरपूर हो। कुछ दिन तक ऐसा करने से निश्चित रूप से उसमें मन लगने लगेगा और कोरोना काल के उस बुरे दौर की छाप भी दिलोदिमाग से हटने लगेगी। कोविड-19 के इस […]

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विविधा

बंगाल में कब होगा संघर्ष विराम ?

नदीम एक आम धारणा थी कि दो मई को जब चुनाव के नतीजे आ जाएंगे, उसके बाद बंगाल की राजनीतिक तपिश खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगी। वहां बीजेपी और टीएमसी के बीच जो टकराव है, वह सत्ता हासिल करने और उस पर अपना कब्जा बनाए रखने को लेकर है। 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के […]

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गीता का कर्मयोग और आज का विश्व

श्रीमदभागवदगीता : अगर उड़ नहीं सकते हो तो दौड़ो …… मगर मंजिल को अवश्य प्राप्त करो

Random_Musings_On_Bhagwat_Gita: Going On.. थोड़े साल पहले जब भारत में टेलीवीजन आया तो मोहल्ले के एक टीवी के आगे इलाके के सब लोग जुटते। उस से पहले तक ऐसा ट्रांजिस्टर के लिए होता हा। भारत के लिए ये अनोखी चीज़ें थी। गावों में तो आज भी चुक्की-माली बैठ कर, एक ट्रांजिस्टर पर समाचार सुनता पूरा चौपाल […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

मोहनदास करमचंद गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना के ‘राजनीतिक गुरु’ गोपाल कृष्ण गोखले

सौरभ द्विवेदी गोपाल कृष्ण गोखले, ज‍िन्होंने सबसे पहले एक सरकारी बिल के विरोध में लेजिस्लेटिव काउंसिल से वॉक आउट किया।एक ऐसा नेता, जिसके सादगी से भरे और आंकड़ों से दुरुस्त बजट भाषणों के बारे में पढ़ने के लिए लोग अखबार का इंतजार करते थे। ऐसा नेता, जिसे गांधी और जिन्ना, दोनों ही अपना राजनीतिक गुरु […]

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राजनीति

भारतीय राजनीतिज्ञों के प्रति विश्वास का संकट आजादी बाद से निरंतर बना रहा है

” सच्ची स्वतंत्रता का अभाव ” संसार के सब देशों में वहां की जनता ‘स्वतंत्रता दिवस ‘ , ‘जनतन्त्र दिवश’ बङे उल्लास व हर्ष से मनाती है । यह दिवस उनके लिए त्यौहार है, पर्व है । हमारे देश में कूछ लोग तमाशा देखने के लिए लालकिला जाते हैं या सरकारी गाजे-बाजे सुनने के लिए […]

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खेल/मनोरंजन

भारतीय कुश्ती की छवि को पहलवान सुशील कुमार की वजह से तगड़ा झटका

मनोज चतुर्वेदी हर खेल में कुछ खिलाड़ी दूसरों से हटकर होते हैं। वे खेल का माहौल बदलने का दम रखते हैं। निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और मुक्केबाज विजेंदर ऐसे ही खिलाड़ी हैं। दोनों ने ओलिंपिक में क्रमश: गोल्ड और ब्रॉन्ज पदक जीता। पहलवान सुशील कुमार को भी इसी वर्ग के खिलाड़ियों में रखा जा सकता है। […]

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देश विदेश

नेपाल के सिंहासन का ताज एक बार फिर केपी शर्मा ओली के सिर, सांठगांठ कहे या सियासी चमत्कार?

डॉ. रमेश ठाकुर बीते सोमवार को ओली का विश्वास मत में पिछड़ने के बाद अचानक से मुल्क में सियासी संग्राम शुरू हो गया था। लेकिन इतना तय है मौजूदा सरकार को राष्ट्रपति ने जीवनदान तो बेशक दे दिया है। पर, आसानी से सरकार चलाना मुश्किल होगा। नेपाल के सिंहासन का ताज एक बार फिर केपी […]

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