रमेश्वर मिश्र पंकज मूल रूप में अंग्रेजी भाषा में और अंग्रेजों के प्रति गहरे आदर और श्रद्धा भाव रखने वाले लोगों द्वारा स्वीकार करने और उसे अंगीकृत करने के कारण शेष भारतीयजन सामान्यतः आधारभूत समकालीन राजनैतिक मान्यताओं और विधिक आधारों से अपरिचित ही हैं। शिक्षा पर शासकीय नियंत्रण के कारण संविधान तथा कानूनों के अनुवाद […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
शुद्धि इतिहास से एक पृष्ठ ******************************* सन 1968 की बात है । दिल्ली टेलीफोन में रामचन्द्र के नाम से एक किशोर की भर्ती हुई ही थी । तब रामचन्द्र की आयु 19 वर्ष की रही होगी । उसी टेलीफोन विभाग के ही कर्मचारी एक अधेड़ आयु के मोहम्मद अल्लादीन शेख भी थे । ईमान के […]
डॉ.प्रवीण तिवारी आधुनिक इतिहासकारों का भारत के विषय में सबसे बड़ा गड़बड़झाला ये सामने आता है कि वे सिंधुघाटी सभ्यता को दुनिया की पहली विकसित नगरीय सभ्यता मानते हैं, लेकिन वैदिक सभ्यता को इसके बाद का मानते हैं। पाश्चात्य जगत के इतिहासकारों ने भारतीय इतिहास को बहुत असमंजस में रखा। समस्या यह थी कि वह […]
स्वामी ओमानंद जी महाराज १८५७ से बहुत पूर्व से ही अनेक कूटनीतिज्ञ अंग्रेजों को भारतीयों को ईसाई बनाने में ही अपने राज्य की स्थिरता दिखाई देती थी । ईस्ट इण्डिया कम्पनी ‘ के अध्यक्ष मिस्टर मैङ्गल्स ने १८५७ में पार्लियामेन्ट में कहा था —- ” परमात्मा ने हिन्दुस्तान का विशाल साम्राज्य इङ्गलिस्तान को सौंपा है […]
नदीम साल था 2001 और महीना था अगस्त का। यूपी में 13वीं विधानसभा अस्तित्व में थी, जो तीन-तीन मुख्यमंत्रियों को ‘भूतपूर्व’ कर चुकी थी। पहले मायावती, फिर कल्याण सिंह और उसके बाद राम प्रकाश गुप्त। इनके बीच 24 घंटे के भी एक मुख्यमंत्री हुए थे, नाम था जगदंबिका पाल, जिनके कार्यकाल को सुप्रीम कोर्ट ने […]
एक फिजिक्स के प्रोफेसर ने कक्षा 6 से 12 NCERT की हिस्ट्री बुक्स के अध्ययन का निश्चय किया और उसने पाया कि लगभग 110 बातें ऐसी हैं जो संदिग्ध हैं… NCERT की Book में लिखा है कि दो सुल्तान, कुतुबुद्दीन ऐबक और इल्लतुतमिश ने वो मीनार बनवाया था, जिसे आज कुतुबमीनार कहा जाता है। इस […]
#सनातन_धर्म_रक्षक महान क्षत्रिय योद्धा 80 घाव लगने के बाद भी युद्ध लड़ने वाले वीरों के वीर #महाराणा__सांगा की #पुण्यतिथि पर उनके चरणों मे शत शत नमन . राणा सांगा :- नाम ही काफी है !! (30 जनवरी के दिन राणा सांगा जी का बलिदान हुआ था) मेवाड़ योद्धाओं की भूमि है, यहाँ कई शूरवीरों ने […]
*#गांधी वध और #ब्राह्मणों का ‘#नरसंहार’ !!!* 30 जनवरी 1948 को हुआ क्या था… ये सबको पता है इसी दिन शाम 5 बजकर 17 मिनट पर गोडसे ने गांधी का वध किया था… *लेकिन उसके बाद उस रात क्या हुआ था???* ये किसी को नहीं पता… लेकिन ये पता होना चाहिए… *ये पता होना चाहिए […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। यूपी चुनाव की तारीखों का ऐलान के बाद देश के सबसे बड़े राज्य यूपी को लेकर हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ नवभारत की ओर से एक बड़ा सर्वे किया गया है। इस सर्वे की रिपोर्ट से एक बार फिर […]
अनिल सिंह उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनावी समर जारी है, लेकिन इस बार का चुनाव कुछ मायनों में पिछली तमाम राजनीतिक लड़ाइयों से अलहदा है। कम से कम अयोध्या आंदोलन के बाद यह पहला चुनाव है, जिसमें 20 फीसदी मुस्लिम आबादी किसी भी दल के एजेंडे में शामिल नहीं है। कोई भी राजनीतिक दल […]