उगता भारत ब्यूरो वैदिक मंत्रों का जाप करने से छात्रों को पढ़ाई से होने वाले तनावों से निपटने और परीक्षा में बेहतर अंक मिलने में मदद मिलती है। बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (BITS) पिलानी के हैदराबाद कैम्पस की एक रिसर्च में यह दावा किया गया है। इतना ही नहीं, वैदिक मंत्रों के जाप से छात्र […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
अशोक “प्रवृद्ध वैदिक संस्कृति का प्रकृति से अटूट सम्बन्ध है। वैदिक संस्कृति का सम्पूर्ण क्रिया -कलाप प्राकृत से पूर्णतः आवद्ध है। वेदों में प्रकृति संरक्षणअर्थात पर्यावरण से सम्बंधित अनेक सूक्त हैं। वेदों में दो प्रकार के पर्यावरण को शुद्ध रखने पर बल दिया गया है – आन्तरिक एवं बाह्य। सभी स्थूल वस्तुऐं बाह्य एवं शरीर […]
उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधयत।।ओ३म्।। उठो, जागो और अपने अस्तित्व को पहचानो सावधान! सावधान!! सावधान!!! अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए, सावधान! एक समय था जब सनातन संस्कृति का ध्वजवाहक भारत का अस्तित्व 83 लाख वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ था, वर्तमान में वह मात्र 32 लाख वर्ग किलोमीटर में सिमट कर रह गया […]
विवेक दर्शन पत्रिका जब प्यार किया तो डरना क्या – प्यार ..किस किस से….. प्रतापसिंह इस्लाम की खूबसूरती इसमें है कि पूरा कुनबा एक साथ एक ही “थाली” में खाये और उपयोग करे भारतीय इतिहास में जब भी अमर प्रेम कहानियों का जिक्र होता है तो सलीम और अनारकली का नाम जरूर आता है। इस […]
अजय कुमार इतना ही नहीं देश की राजनीति का रंग-ढंग भी बदल गया है। जो नेता पहले चुनाव नजदीक आते ही मौलानाओं और मुस्लिम धर्मगुरुओं की चौखट पर पहुंच जाया करते थे, इफ्तार पार्टियां देना जिनका अपना शगल था, वह अब सत्ता के लिए मंदिर-मंदिर चक्कर लगा रहे हैं। 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में […]
उगता भारत ब्यूरो बप्पा रावल- अरबो, तुर्को को कई हराया ओर हिन्दू धर्म रक्षक की उपाधि धारण की। भीम देव सोलंकी द्वितीय – मोहम्मद गौरी को 1178 मे हराया और 2 साल तक जेल मे बंधी बनाये रखा। पृथ्वीराज चौहान – गौरी को 16 बार हराया और और गोरी बार बार कुरान की कसम खा […]
कुछ समय पूर्व ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक के सर्व मंदिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने का निर्णय लिया है । उससे संबंधित कानून आनेवाले वित्तीय वर्ष के अधिवेशन में प्रस्तुत किया जाएगा, ऐसा उन्होंने घोषित किया है । इस निर्णय का हिन्दू जनजागृति समिति मनःपूर्वक स्वागत करती है । हिन्दू जनजागृति […]
उगता भारत ब्यूरो राजस्थान के वनवासी कल्याण आश्रम की पत्रिका ‘ बप्पा रावल’ में दावा किया गया है कि अशोक के बौद्ध धर्म अपना लेने और अहिंसा को बढ़ावा देने के कारण भारत की सीमाएं विदेशी आक्रमणकारियों के खुल गई। अशोक के राज में बौद्ध धर्म ने देशद्रोह का काम करते हुए यूनानी आक्रांताओं की […]
डॉ. सौरभ मालवीय ‘नारी’ इस शब्द में इतनी ऊर्जा है कि इसका उच्चारण ही मन-मस्तक को झंकृत कर देता है, इसके पर्यायी शब्द स्त्री, भामिनी, कान्ता आदि है, इसका पूर्ण स्वरूप मातृत्व में विलसित होता है। नारी, मानव की ही नहीं अपितु मानवता की भी जन्मदात्री है, क्योंकि मानवता के आधार रूप में प्रतिष्ठित सम्पूर्ण […]
डॉ. सौरभ मालवीय साहित्य समाज का दर्पण है, समाज का प्रतिबिम्ब है, समाज का मार्गदर्शक है तथा समाज का लेखा-जोखा है. किसी भी राष्ट्र या सभ्यता की जानकारी उसके साहित्य से प्राप्त होती है. साहित्य लोकजीवन का अभिन्न अंग है. किसी भी काल के साहित्य से उस समय की परिस्थितियों, जनमानस के रहन-सहन, खान-पान व […]