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इतिहास के पन्नों से

मत्स्य व श्रीरामअवतार की साक्षी सरयू नदी औरअयोध्या नगरी

डा. राधे श्याम द्विवेदी        अयोध्या हिंदुओं के प्राचीन व सात पवित्र तीर्थस्थलों (सप्तपुरियों) में एक है। अयोध्या को ईश्वर का नगर बताया गया है। इसकी सम्पन्नता की तुलना स्वर्ग से की गई है।अयोध्या को अथर्ववेद में ईशपुरी बताया गया है। इसके वैभव की तुलना स्वर्ग से की गई है। भगवान श्रीराम की […]

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इतिहास के पन्नों से

वीर सावरकर जी का प्रेरणादायक साहित्य

1- मेरा आजीवन कारावास 500 रुपए 2- काला पानी 250 रूपए 3- 1857 का स्वतन्त्रता समर 400 रूपए प्राप्ति के लिए- Whatsapp करें 7015591564 ————————- कालापानी मतलब यातना। कालापानी मतलब नरक। कालापानी मतलब क्रूर अत्याचार। कालापानी मतलब 24 घंटे त्रासदी वाला जीवन। क्या ये सबके वश की बात थी? कालापानी में कक्ष कारागारों को सेल्युलर […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे : पढ़ाया जा रहा है कि हिंदुओं नहीं तोड़े थे मंदिर

कुमार एस 1969 में कम्युनिस्ट प्रेस दिल्ली से इतिहासकार विपिन चन्द्र, रोमिला थापर और हरबंस मुखिया का एक संयुक्त पेम्पलेट छपा कि भारत में मंदिर तोड़ने की परंपरा बहुत पुरानी , मुस्लिम शासकों के आने से भी पहले की है। एक राजा जब दूसरे को जीतता था तो सबसे पहले पराजित राजा के मंदिरों को […]

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मुद्दा

चर्च के काले कारनामों के प्रति मीडिया की आपराधिक चुप्पी

उगता भारत ब्यूरो क्या आपको बालीवुड की वे फिल्मे याद हैं जिनमे फादर को दया और प्रेम का मूर्तिमान स्वरूप दिखाया जाता था तो हिन्दू संन्यासियों को अपराधी. 19 व 20 फरवरी 2019 को वेटिकन में कैथोलिक पोप के नेतृत्व में दो दिन की मीटिंग हुई जिसका मुख्य एजेंडा चर्च के पादरियों द्वारा किए गए […]

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कहानी

*शबरी के पैरों की धूल

Rastriy Vimrsh Narendra Singh: * शबरी एक आदिवासी भील की पुत्री थी। देखने में बहुत साधारण, पर दिल से बहुत कोमल थी। इनके पिता ने इनका विवाह निश्चित किया, लेकिन आदिवासियों की एक प्रथा थी की किसी भी अच्छे कार्य से पहले निर्दोष जानवरों की बलि दी जाती थी। इसी प्रथा को पूरा करने के […]

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राजनीति

कांग्रेस के बिना विपक्षी दलों का कितना सफल हो पाएगा ?

 योगेन्द्र योगी क्षेत्रीय दलों की एकजुटता में बाधा सिर्फ कांग्रेस ही नहीं है, बल्कि ऐसे दूसरे महत्वपूर्ण मुद्दे भी हैं, जिन पर एकराय कायम करना टेड़ी खीर है। जिन राज्यों में क्षेत्रीय पार्टियों का संगठन और सत्ता नहीं है, वहां चुनाव में किस आधार पर आह्वान करने का फायदा क्या होगा। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चन्द्रशेखर […]

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विविधा

नास्त्रेदमस ने की थी भविष्यवाणी : जब भी आती है महामारी तभी होता है विश्व युद्ध

अनिरुद्ध जोशी विश्व में जब भी कोई बड़ी घटना घटित हुई है तो उसका कनेक्शन नास्त्रेदमस और बाबा वेन्गा जैसै भविष्यवक्ताओं से जोड़ दिया जाता है। हाल ही में यूक्रेन और रूस के बीच जो संघर्ष प्रारंभ हुआ है उसे तीसरे विश्वयुद्ध की आहट माना जा रहा है और कहा जा रहा है कि जब […]

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महत्वपूर्ण लेख

10 मार्च को तय होगा, किसका बनेगा अगला राष्ट्रपति ?

नरेंद्र नाथ पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, पर इस बीच इसी साल होने वाले एक और चुनाव पर जोर आजमाइश शुरू हो चुकी है। वह है देश के नए राष्ट्रपति का चुनाव। इसी साल जून-जुलाई में जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का टर्म पूरा होगा, देश में नए राष्ट्रपति का चुनाव होगा। इस […]

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आतंकवाद देश विदेश

रूस ने दी चुनौती, अब क्या करेगा अमेरिका?

रंजीत कुमार रूस की सीमा से लगे पूर्वी यूक्रेन के दोनबास इलाके के विद्रोही दोनेत्स्क और लुहांस्क राज्यों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देकर रूस ने विश्व भू-राजनीति में अपनी अहमियत का अहसास कराया है। रूस के इस अप्रत्याशित कदम का किसी ने अनुमान नहीं किया था, हालांकि इस तरह की अटकलबाजी चल […]

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पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा : ‘अलविदा’

अलविदा : लेखिका-करुणा श्री, प्रकाशक-दीपज्योति ग्रुप ऑफ पब्लिकेशन्स, मूल्य-250/-रू. समीक्षक-सुमतिकुमार जैन, प्र. सं.-जगमग दीपज्योति (मा.) पत्रिका, महावीर मार्ग, अलवर  (राज.) 301001 कथा तथा उपन्यास सम्राट प्रेमचन्द ने एक जगह लिखा है-”उपन्यास मानव चरित्र का चित्र है, मानव चरित्र पर प्रकाश डालना और उसके रहस्यों को खोलना ही उपन्यास का मूल तत्त्व है।ÓÓ उन्होंने यह भी […]

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