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आज का चिंतन समाज

दूरदर्शन को बनाना होगा संस्कार की पाठशाला

डॉ. पवन सिंह मलिक दूरदर्शन, इस एक शब्द के साथ न जाने कितने दिलों की धड़कन आज भी धड़कती है। आज भी दूरदर्शन के नाम से न जाने कितनी पुरानी खट्टी-मिट्ठी यादों का पिटारा हमारी आँखों के सामने आ जाता है। दूरदर्शन के आने के बाद न जाने कितनी पीढ़ियों ने इसके क्रमिक विकास को […]

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आज का चिंतन

कर्म की कुशलता और पवित्रता ही मनुष्य को महान बनाती है

ऋषि राज नागर एडवोकेट किसी भी कर्म के करने का सही दृष्टिकोण होना जरूरी है , और मनुष्य को समाज में प्रगति हेतु उद्यम या रचनात्मक कार्य करने की सही सोच बनानी भी अति आवश्यक है । कर्म शब्द संस्कृत के ‘ कृ ‘ धातु से बना है । जिसके अर्थ हैं ‘ करना ‘ […]

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स्वास्थ्य

*1 महीने पीएं मेथी का पानी, शरीर के हर पार्ट में आएगा ये चमत्कारिक बदलाव*

घर पर आसानी से मिल जाने वाली मेथी में इतने सारे गुण है कि आप सोच भी नहीं सकते है। यह सिर्फ एक मसाला नहीं है बल्कि एक ऐसी दवा है जिसमें हर बीमारी को खत्म करने का दम है। आइए आज हम आपको मेथी के पानी के कुछ चमत्कारिक तरीके बताते हैं। *करें ये […]

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धर्म-अध्यात्म

श्रीहरि के मुख्य पार्षद हैं विश्वक्सेन

जिस प्रकार संसार में कार्य चलाने के लिये मनुष्यों को सहायकों की आवश्यकता होती है। उसी प्रकार सृष्टि के पालनकर्ता श्रीहरि को भी अपना कार्य करने के लिए सहायकों की आवश्यकता पड़ती है। इसी प्रयोजन से श्रीहरि के भी मुख्य 16 पार्षद यानी सहायक हैं, जिनको समय-समय पर समाज को सार्थक संदेश देने के लिए […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

गुलामी के दिनों में अपनी प्रतिभा से लोहा मनवाने वाले सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया

नवनीत कुमार गुप्ता गुलामी के दौर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया था सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया ने ईंट, पत्थर, लोहे और सीमेंट की इमारत बनाने वाला कोई इंजीनियर एक शिल्पकार ही माना जाता है। पर, उसकी इंजीनियरिंग में विशिष्ट तकनीकी कौशल के साथ-साथ सामाजिक सरोकार भी जुड़ जाएं तो वह महान बन जाता है। […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

क्रांतिकारी मैना कुमारी और बिना खड़ग बिना ढाल का काला सच

उगता भारत ब्यूरो 11 सितम्बर 1857 आज का ही दिन था जब…बिठूर में एक पेड़ से बंधी 13 वर्ष की लड़की को, ब्रिटिश सेना ने जिंदा ही आग के हवाले किया, धूँ धूँ कर जलती वो लड़की, उफ़ तक न बोली और जिंदा लाश की तरह जलती हुई, राख में तब्दील हो गई। ये लड़की […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

लाला जगत नारायण जी के शाकाहारी बनने की कहानी, उन्हीं की जुबानी -लाल जगत नारायण

मेरा जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ जो आर्य समाजी था। मेरे पिता जी भी आर्य समाजी थे और माता जी तथा उनका परिवार भी आर्य समाजी था। हालांकि मैं यहां स्पष्ट कर दूं कि मेरे पिताजी के जीवन में कुछ विशेष परिवर्तन काफी लम्बे समय बाद घटित हुए। आर्यसमाज की विचारधारा के अनुरूप उनमें […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

*गुरु विरजानंद दंडी निर्वाण दिवस १४ सितंबर १८६८ ई.*

*भारत में वैदिक युग के सूत्रधार – स्वामी विरजानन्दजी दण्डी* (जन्म-१७७८ई. – निर्वाण १८६८ ई.) १.आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती के विद्यादाता एवं पथ-प्रदर्शक महान गुरु विरजानन्द दण्डी (बचपन का नाम व्रजलाल) का जन्म पूज्य पिता श्रीनारायणदत्त के भरद्वाज गोत्र सारस्वत ब्राह्मणकुल में १७७८ ई. में करतापुर, जिला जालन्धर (पंजाब) में हुआ था। […]

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भाषा

राष्ट्रभाषा के रूप में हिन्दी का स्वरूप –

लेखक – प्रो० मंगलदेव ‘लाम्बा’, एम० ए० स्त्रोत – समाज संदेश सितंबर 1971 गुरुकुल भैंसवाल कलां का मासिक पत्र प्रस्तुति – अमित सिवाहा राष्ट्रभाषा के महत्व पर यहां कुछ कहने की गुंजाइश नहीं है बाईबल में बेवल के मिनार की एक कथा आती है कि आदम के बेटों ने आसमान तक पहुंचने के लिए एक […]

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इतिहास के पन्नों से

गांधी – सावरकर और देश की आजादी की लड़ाई

45 साल के महात्मा गाँधी 1915 में भारत आते हैं, 2 दशक से भी ज्यादा दक्षिण अफ्रीका में बिता कर। इससे 4 साल पहले 28 वर्ष का एक युवक अंडमान में एक कालकोठरी में बन्द होता है। अंग्रेज उससे दिन भर कोल्हू में बैल की जगह हाँकते हुए तेल पेरवाते हैं, रस्सी बटवाते हैं और […]

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