हमारे देश में पैदल-यात्राओं का लम्बा इतिहास रहा है।राजनेताओं ने भी ये यात्राएँ की हैं और सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने भी।राजनीतिक यात्राएँ अपेक्षाकृत ज्यादा हुयी हैं। राजनीतिक पदयात्राओं की शुरुआत का श्रेय महात्मा गांधी को दिया जाता है। एक तरह से महात्मा गांधी को राजनीतिक पदयात्राओं का जनक कहा जा सकता है।महात्मा गांधी अक्सर पैदल ही […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
*वर्ष 2023 का चिंतन** काल का पहिया न कभी थमा है और न कभी थमेगा। 31 दिसंबर 2022 चला जाएगा और मध्यरात्रि से 1 जनवरी 2023 शुरू हो जाएगा। पुराने वर्ष का जाना और नया वर्ष का आना कोई अनोखी बात नहीं है। अनोखी बात है मनुष्य जहां है उसका वहां का वहीं रहना। सैकड़ों […]
सूर्य्य के सात घोड़े केवल मध्य का अश्व सीधा है अगल बगल के अपनी अपनी ओर खींचकर रस्साकशी सी करते जान पड़ते हैं। एक अश्व ७° के मान को बताता है एक ओर का कोण २४.५° (३×७+३.५) इस प्रकार दोनों ओर का योग ४९° होता है। सूर्य्य के उत्तरायण-दक्षिणायन को समझाने के लिये ही ऐसी […]
केसी सुदर्शन के आंखों के आंसू भी जानिये =================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त राहुल गांधी के अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर जाने और श्रद्धा सुमन अर्पित करने को लेकर बहुत चर्चा हो रही है और इसके पीछे राहुल गांधी की सहृदयता बतायी जा रही है, राहुल गांधी की बदली हुई महान शख्सियत बतायी जा रही […]
(नववर्ष-विशेष) अपने आईपीएस बेटे मनुमुक्त ‘मानव’ की असमय मृत्यु उपरांत दुनिया-भर के युवाओं में मनु के अक्स को देखते हुए, उन्हें ट्रस्ट के माध्यम से पुरस्कार प्रदान कर, आगे बढ़ने के हेतु प्रेरित करते हैं ट्रस्टी कांता भारती और चीफ ट्रस्टी डॉ रामनिवास ‘मानव’।यह संभवतः दुनिया का एकमात्र ट्रस्ट है, जिसे बेटे की स्मृति में […]
(Admiration of VEDAS, by Great Arabic poet Labee, 3745 years ago, in Arabic poem, is as follows:) हजरत मोहम्मद साहब का जन्म सोमवार 5 अप्रैल 571 ईस्वी (आज से 1445 वर्ष पूर्व) को, सऊदी अरब के मक्का में हुआ था. मोहम्मद के जन्म से 2300 वर्ष पूर्व अर्थात् आज से 3745 वर्ष पूर्व (=1700 BCE) […]
दलित मुस्लिम एकता की जमीनी हकीकत #डॉविवेकआर्य भाग 2 संत रविदास का चिंतन मुस्लिम सुल्तान सिकंदर लोधी अन्य किसी भी सामान्य मुस्लिम शासक की तरह भारत के हिन्दुओं को मुसलमान बनाने की उधेड़बुन में लगा रहता था। इन सभी आक्रमणकारियों की दृष्टि ग़ाज़ी उपाधि पर रहती थी। सुल्तान सिकंदर लोधी ने संत रविदास जी महाराज […]
राष्ट्र-चिंतन ================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त दृश्य अभी का … स्थान अर्जुन आश्रम अहमदाबाद, समय रात के साढ़े सात बजे। मैं प्रतिक्षारत था। मैं देखना चाहता था कि हिन्दू शेर हाशिये पर पहुंचने के साथ ही साथ कहीं ढेर तो नहीं हो गया, कहीं अपनी शेर की आवाज भूल तो नहीं गया, कहीं सर्कश या फिर […]
भारत में हिन्दू राष्ट्र को लेकर कई बार बहस होती रहती है। 1947 में जब देश का धर्म के नाम पर विभाजन किया गया तो उस दौरान भी भारत को एक हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की प्रबल मांग उठी थी। अतः 30 सितम्बर 1947 को मिलों में काम करने वाले कर्मचारियों एवं मजदूरों के बीच एक भाषण […]
शीराज़ अहमद मीर मंडी, पुंछ बैंक जैसी सुविधाओं का होना हर व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि हर व्यक्ति चाहता है कि वह जो कमाए उसे बचाए और मुश्किल समय में उसका उपयोग करे. नौकरीपेशा वर्ग को भी अपना मासिक वेतन बैंक की सहायता से मिलता है. इसके साथ ही दिव्यांगों और […]