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पर्व – त्यौहार

ईद के बारे में तस्लीमा नसरीन के विचार

तसलीमा नसरीन: ईद ईद की सुबह स्‍नानघर में घर के सभी लोगो ने बारी-बारी से कोस्‍को साबुन लगा‍कर ठण्डे पानी से गुस्‍ल किया। मुझे नए कपड़े -जूते पहनाए गए, लाल रिबन से बाल से बाल संवारे गए, मेरे बदन पर इत्र लगाकर कान में इत्र का फाहा ठूंस दिया गया। घर के लड़कों ने कुर्ता-पाजामा […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

अदम्य साहस और शौर्य के प्रतीक थे फील्ड मार्शल मानेक्शा

अनन्या मिश्रा सैम मानेकशॉ की गिनती भारत के सबसे सफल आर्मी कमांडरों में होती है। बता दें कि ब्रिटिश इंडियन आर्मी से शुरू हुआ सैम का सैन्य कॅरियर 4 दशकों तक चला। बताया जाता है कि पीएम इंदिरा गांधी ने सैम की काफी गहरी दोस्ती थी। एक बार तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने खुद सैम […]

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आज का चिंतन

अंधविश्वास और भ्रांति : अश्विनी कुमार , देवताओ का वैद्य :जिसके मंत्र जाप से असाध्य रोग ठीक हो जाते है ?

(वास्तविकता की खोज )* प्रस्तुति: Dr DK garg पौराणिक मान्यताये : मान्यता 1: अश्विन कुमार भगवान सूर्य (सूर्या देव की आरती) और माता संज्ञा के दो पुत्र हैं। इनका नाम नासत्य और दस्त्र है लेकिन अश्व यानी कि घोड़ी से उत्पत्ति होने के कारण इनका नाम अश्विन कुमार पड़ा। सूर्य के ये दोनों पुत्र देवताओं […]

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स्वास्थ्य

पहले ही चिकित्सकों की कमी अनुभव करते भारत देश से चिकित्सकों का पलायन चिंता का विषय

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा यह तो मानना पड़ेगा कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है पर अभी बहुत कुछ किया जाना है। कोविड के दौरान तो दुनिया में श्रेष्ठतम कार्य करने के बावजूद हमारी स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुलकर रह गई। देश से डॉक्टरों का ब्रेन ड्रेन यानी प्रतिभा पलायन इस मायने […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

देश के महान क्रांतिकारी नेता थे डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी

अनन्या मिश्रा भारतीय राजनीति से श्यामा प्रसाद मुखर्जी का गहरा नाता हुआ करता था। श्यामा प्रसाद को उनकी अलग विचारधारा के लिए जाना जाता था। उन्होंने हमेशा हिंदुत्व के लिए अपनी आवाज उठाई थी। वहीं मुखर्जी ने आर्टिकल 370 का भी काफी विरोध किया था। बता दें कि आज ही के दिन यानी की 23 […]

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शिक्षा/रोजगार

शिक्षा को नेचुरल ही रहने दो*

कोचिंग का इंजेक्शन लगा कर लौकी की तरह भावी इंजीनियर और डॉक्टर की पैदावार की जाती है। अब नेचुरल देसी नस्ल छोटी रह जाती है जो तनाव में आकर या तो मुरझा जाती है या बाजार में बिकने लायक ही नही रहती। अब मैं आपको बीस साल पहले ले जाता हूँ जब सरकारी स्कूलों का […]

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महत्वपूर्ण लेख

विपक्षी दलों की एकता और क्षेत्रीय दलों की महत्वाकांक्षा

सच्चिदानंद सच्चू बिहार सत्याग्रह की भूमि रही है। जेपी क्रांति का बिगुल इसी बिहार से फूंका गया जिसने पूरे देश के राजनीतिक इतिहास को प्रभावित किया। ममता बनर्जी ने ठीक ही कहा कि बिहार से जो जनआंदोलन शुरू होता है, वह सफल होता है। चंपारण सत्याग्रह एक जन आंदोलन था। पटना में विपक्षी एकता की […]

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विविधा

भारत में नवजात शिशुओं की दर

रमेश सर्राफ धमोरा भारत में नवजात बच्चों की मौतों के मामलों में सरकार के लिए बीते 75 साल बड़ी चुनौती भरे रहे हैं। हालांकि इसमें लगातार कमी आ रही है। सरकार की ओर से जो आंकड़े जारी किये गए हैं उसके मुताबिक 1951 में जहां प्रति 1000 नवजात बच्चों में 146 की मौत हो जाती […]

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आज का चिंतन

*गीता के श्लोक का गलत भावार्थ*

सत्य की खोज गीता के श्लोक का गलत भावार्थ डॉ डी के गर्ग गीता में एक श्लोक (2/47) इस प्रकार है : ‘‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन’’ । और इसका भावार्थ इस तरह समझाया जाता है की मनुष्य तू कर्म करता रह और फल यानि परिणाम की चिंता ना कर। परिणाम तो ईश्वर के हाथ में […]

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स्वास्थ्य

मेडिकल टूरिज्म का सबसे आकर्षक केंद्र बना भारत

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा भारत में मेडिकल टूरिज्म के प्रति आकर्षण के अन्य कारणों के साथ ही भारत की समग्र चिकित्सा पद्धति भी एक कारण है। आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, हौम्योपैथी, यूनानी, तिब्बती और सिद्ध पद्धति की चिकित्सा सुविधा में विशेषज्ञता हासिल होने से लोग भारत को प्राथमिकता देने लगे हैं। मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र […]

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