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मनु और भारत की जातिवादी व्यवस्था

शिक्षा से ही मनुष्य बनता है द्विज

अध्याय 5 मनुस्मृति में जाति शब्द का जहां-जहां भी प्रयोग हुआ है वहां – वहां उसका अर्थ जन्म के रूप में लिया जाना चाहिए । मनु ( 1/ 201) में ‘ जाति अंधवधिरौ ‘ कहते हैं । जिसका अभिप्राय है – जन्म से अंधे बहरे । 4 /148 में कहते हैं – ‘ जाति स्मरति […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

राजेंद्र नाथ लाहिड़ी की जयंती पर विशेष

मित्रो ! आज 29 जून है । आज सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी राजेंद्र नाथ लाहिड़ी की जयंती है । आज ही के दिन 1901 में इस मां भारती के महान सपूत का जन्म बंगाल (अब बांग्लादेश) के पबना जिले में माता वसंतकुमारी और पिता क्षिति मोहन लाहिड़ी के घर हुआ था । इनके पिताजी व बड़े भाई […]

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मनु और भारत की जातिवादी व्यवस्था

मनु के शूद्र संबंधी विचार

अध्याय 4 मनु की दृष्टि में वास्तव में शूद्र वह है जो अपने आप को उन्नत करने के लिए , अपना आत्मिक विकास करने के लिए सक्रिय और सचेष्ट नहीं कर पाता और शास्त्रगत धर्म का पालन न कर अपने आप को सांसारिक विषय वासनाओं की आंधी में फंसाकर सर्वथा वेद विरुद्ध कार्यों में लगा […]

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इस बार राज्यसभा से पारित कराना चाहेगी सरकार कई कानून

नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार इस बार राज्यसभा में लंबित पड़े कई कानूनों को पास कराने का मन बना चुकी है । अभी तेलुगू देशम पार्टी के चार सांसद जिस प्रकार भाजपा के साथ आकर मिले हैं वैसी ही संभावनाएं आने वाले दिनों में भी बन सकती हैं ।सरकार की यह हर संभव […]

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कहानी

नदी और एक टीले की कहानी

आप तनिक कल्पना करें । एक नदी है । उस नदी के एक छोर पर एक विशाल टीला स्थित है । नदी बरसात की ऋतु में बार बार उस टीले को काटने व मिटाने का प्रयास करती है । उसे एक चुनौती देती है, और उसकी थोड़ी बहुत मिट्टी हर बार वर्षा ऋतु में अपने […]

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श्री राकेश कुमार आर्य द्वारा प्रकाशित पुस्तकों की सूची

1 . भारतीय क्षात्र धर्म और अहिंसा2 – भारतीय संस्कृति में साम्यवाद के मूल तत्व3 – इस्लाम संदेहों के घेरे में4 – भारतीय मुसलमानों के हिंदू पूर्वज मुसलमान कैसे बने ?5 – मूर्ख बनाओ – मौज उड़ाओ , भाग – 16 – मूर्ख बनाओ – मौज उड़ाओ , भाग – 27 – मूर्ख बनाओ – […]

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इतिहास के पन्नों से

महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि पर

आज महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि है । शेरे – पंजाब के नाम से विख्यात सिख सम्राज्‍य के संस्‍थापक, पंजाब के महाराज और जमन शाह को नानी याद दिलाने वाले महाराजा रणजीत सिंह का भारतीय इतिहास में गौरवपूर्ण स्थान है । उनका जन्म 13 नवंबर 1780 को हुआ था। जब वह 12 साल के थे, […]

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मनु और भारत की जातिवादी व्यवस्था

मनुस्मृति पर जातिवादी होने के आरोप की समीक्षा 

अध्याय 3  महर्षि मनु ने मनुष्य के मूल स्वभाव का अध्ययन कर उसके आधार पर अपनी मनुस्मृति में वर्ण व्यवस्था का प्रतिपादन किया । यद्यपि मनु से पूर्व वेदों में वर्ण व्यवस्था का उल्लेख है । मनु ने वेदों का अध्ययन कर उनकी वर्ण व्यवस्था का निष्कर्ष सार रूप में निकालकर जो कुछ हमारे समक्ष […]

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मनु और भारत की जातिवादी व्यवस्था

मनुस्मृति बनाम ब्राह्मणवादी व्यवस्था

अध्याय 2 डॉक्टर सुरेंद्र कुमार अपनी पुस्तक मनु का विरोध क्यों के पृष्ठ 5 पर लिखते हैं कि मनु की प्रतिष्ठा गरिमा और महिमा का प्रभाव एवं प्रसार विदेशों में भी भारत से कम नहीं रहा है। ब्रिटेन ,अमेरिका ,जर्मन से प्रकाशित एनसाइक्लोपीडिया में मनु को मानव जाति का आदि पुरुष, आदि धर्मशास्त्रकार, आदि विधि […]

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स्वर्णिम इतिहास

14 जून की एक विशेष घटना

14 जून 1033 की घटना है । जब भारत पर महमूद गजनवी के भांजे सालार मसूद ने 11 लाख की सेना लेकर भयंकर आक्रमण किया था । स्पष्ट है कि 11 लाख की सेना सेना नहीं होती , अपितु एक ऐसा भयंकर तूफान होता है जिसके सामने किसी का भी रुकना असंभव होता है , […]

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