डॉ. जाकिर हुसैन (Dr. Zakir Hussain) भारत के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में डा. जाकिर हुसैन आये। 13 मई 1962 को वे भारत के उपराष्ट्रपति बने थे। 7 जुलाई 1957 से 1962 तक वह बिहार के गर्वनर भी रह चुके थे। डा राधाकृष्णन ने जब पुन: राष्ट्रपति बनने से इनकार कर दिया तो कांग्रेस ने […]
लेखक: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
रायसीना हिल्स पर बना राष्ट्रपति भवन गणतांत्रिक भारत के हर ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है। आजादी से पूर्व इसे वायसरीगल हाउस के नाम से जाना जाता था। लेकिन 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.15 बजे जब डा. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर गणतांत्रिक भारत के राजपथ पर […]
दादरी । ( सुंदरलाल शर्मा ) किसी भी अधिकारी के मुंह से घूस लेने या भ्रष्टाचार करने की वकालत शायद ही कभी किसी ने सुनी होगी। लेकिन दादरी के तहसीलदार आलोक प्रताप सिंह अधिकारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार की साफ शब्दों में वकालत करते हैं। अधिवक्ताओं की मीटिंग के दौरान उन्होंने दाखिल खारिज की पत्रावली पर […]
अभी श्री राम जन्मभूमि के मामले में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने वादकारियों से पूछा कि क्या श्री राम के वंशज अभी भी हैं ? इस पर जयपुर के राजपरिवार ने अपने आपको बताया कि वह श्री राम की 309 वी पीढ़ी का वंशज है । श्री रामचंद्र जी त्रेता में उस समय पैदा हुए […]
मित्रो ! आज 22 अगस्त है । इस तिथि को मद्रास का स्थापना दिवस कहकर इतिहास में भ्रांति फैलाई गई है । प्राचीन काल में हमारे ऋषि जहां-जहां भी अपना आश्रम बना लिया करते थे , वहीं पर कालांतर में गुरुकुल और गुरुकुल से विश्वविद्यालय के रूप में वह स्थान परिवर्तित हो जाता था । […]
इ ब्नबतूता नाम का एक विदेशी यात्री हमारे देश में आया। वह चौदहवीं शताब्दी में सुल्तान मोहम्मद तुगलक के दरबार में आया था । इब्नबतूता ईरान के बादशाह का दूत था । इब्नबतूता ने भारत के योगियों के बारे में बहुत ही गौरव पूर्ण ढंग से लिखा है। उसने वर्णन किया है कि सुल्तान ने […]
सावरकरजी के हिन्दुत्व और नेहरूजी की ‘हिन्दुस्तान की कहानी’ का सच स्वतंत्रता आंदोलन के काल में हमारे क्रांतिकारी जब भी कोई ‘आतंकी घटना’ कर ब्रिटिश सरकार को हिलाने का प्रशंसनीय कार्य करते थे तभी हमारे कांग्रेसी नेताओं की कंपकंपी छूट पड़ती थी। उस कंपकंपी से मुक्ति पाने के लिए गांधीजी की कांग्रेस तुरंत एक ‘माफीनामा’ […]
ह्वेनसांग ने भारत के बारे में अपने यात्रा संस्मरण में एक अति विचित्र स्थान का वर्णन किया है। शायद यह स्थान भुवनेश्वर उड़ीसा का हाथीगुफा वाला स्थान ही रहा होगा।इस विदेशी यात्री के माध्यम से हमें वर्णन मिलता है कि एक पर्वत में भिक्षुओं के आवास हेतु असंख्य गुफाएं चट्टानों को काटकर बनाई गई थीं […]
ह्वेनसांग ने भारत के बारे में अपने यात्रा संस्मरण में एक अति विचित्र स्थान का वर्णन किया है। शायद यह स्थान भुवनेश्वर उड़ीसा का हाथीगुफा वाला स्थान ही रहा होगा। इस विदेशी यात्री के माध्यम से हमें वर्णन मिलता है कि एक पर्वत में भिक्षुओं के आवास हेतु असंख्य गुफाएं चट्टानों को काटकर बनाई गई […]
दादरी । राष्ट्रपति पदक से सम्मानित और जिला जेल निरीक्षक जनपद गौतमबुद्धनगर मेजर रूपसिंह नागर का कहना है कि उन्हें जनसेवा से आत्मसंतोष की प्राप्ति होती है । श्री नागर ने कहा कि मैं अपने जीवन में कुछ विशेष मुद्दों , बिंदुओं व मूल्यों को लेकर संघर्ष करता रहा हूँ और जीवन भर संघर्ष करता […]