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आज का चिंतन

मां भारती के सच्चे साधक देवता स्वरूप भाई परमानंद जी की जयंती के अवसर पर

भारत के महान क्रांतिकारी आंदोलन में भाई परमानंद जी का नाम एक महान क्रांतिकारी के नाम रूप में दर्ज है । व्यवहार और आचरण से बहुत ही सादगी पसंद भाई परमानंद जी को उनके इन गुणों के कारण देवतास्वरूप भाई परमानंद के रूप में जाना जाता है । आर्य समाज से जुड़े होने के कारण […]

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कविता

उठो उठो जवां उठो सुधीर कारवां उठो

उठो उठो जवाँ उठो सुधीर कारवाँ उठो हुकाँर के उठो उठो जवाँ उठो जवाँ उठो सुनो पुकार मात की दहाड़ के बढे चलो नदी पड़े फलाँग लो पहाड़ पे चढ़े चलो सुगम्य राह की भला रखो न आश ही कभी कुपंथ पंथ चाह को रखो न पास भी कभी तजो सभी मलाल को विराट हो […]

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भारतीय संस्कृति

न्यायालय पर सतत हमले और राम मंदिर मुकदमा

-विनोद बंसल बात पांच दिसंबर 2017 की है जब देश के प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंड पीठ स्वतंत्र भारत के सर्वाधिक चर्चित 77 वर्षों से लंबित मामले पर अपनी पहली सुनवाई हेतु उपस्थित थी. इससे पहले 11 अगस्त को न्यायालय ने सभी पक्षकारों को अपने अपने पक्ष के दस्तावेज समय पर जमा […]

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आज का चिंतन

प्रियंका जी ! पटेल के सामने 10 गांधी भी छोटे हैं

यदि सरदार पटेल जैसी निर्भीकता से गांधीजी कार्य करते और अंग्रेजों से उनकी गलतियों को सुधारने के लिए कठोरता से अपना पक्ष रखते तो परिस्थितियां इतनी जटिल नहीं होतीं , जितनी हो गई थीं । गांधीजी की स्थिति तो यह थी कि वह सरदार पटेल को भी निर्भीक होने से टोकते रहते थे। पर अंत […]

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आज का चिंतन

प्रियंका जी ! गांधी नेहरू से सरदार पटेल जी इसलिए उत्तम हैं – – –

प्रियंका जी ! गांधी बाबा से सरदार पटेल जी इसलिए उत्तम हैं – – – – – – आजादी के समय वीर सावरकर जी एकमात्र ऐसे नेता थे जिनका अपना संगठन हिन्दू महासभा और जिनके अपने साथी उस समय ” पाकिस्तान मुर्दाबाद ‘ और ‘ भारत देश पुनः अखंड हो ‘ – का नारा लगा […]

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आज का चिंतन

1984 के सिख विरोधी दंगे : न्याय के पात्र कहीं और भी हैं

1 नवंबर 1984 के वे भयानक दंगे जिन्होंने अनेकों निर्दोष सिक्खों की जान ले ली थी , अभी तक चित्त से उतरे नहीं हैं । जिन लोगों ने सिख विरोधी दंगों के घाव झेले हैं , यह केवल उनका हृदय ही जानता है कि उन्होंने इन जख्मों को कैसे झेलने का प्रयास किया है ? […]

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धर्म-अध्यात्म

हमारा यह जन्म हमारे पूर्व जन्म का पुनर्जन्म है और यह सत्य सिद्धांत है

ओ३म् -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वैदिक धर्म एवं संस्कृति इस सृष्टि की आद्य एवं प्राचीन धर्म एवं संस्कृति है। यह धर्म व संस्कृति ईश्वर प्रदत्त ज्ञान वेद के आधार पर प्रचलित एवं प्रसारित हुई है। महाभारत काल तक इसका प्रचार व प्रसार पूरे विश्व में था। वेद के सभी सिद्धान्त ईश्वर प्रदत्त होने से सत्य […]

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आज का चिंतन

स्टैचू ऑफ यूनिटी के महानायक सरदार पटेल को उनकी जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की सच्ची भावांजलि

आज देश के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल की जयंती है । राष्ट्र आज पहली बार अपने इस महानायक को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। जब जम्मू कश्मीर का पूर्ण वैधानिक विलय होते हुए हम भारत में देख रहे हैं । वहां पर आज एक विधान , एक निशान की प्रक्रिया के अंतर्गत नई […]

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आज का चिंतन

देशभक्त वैज्ञानिक डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा की जयंती के पवित्र अवसर पर

अपने घरेलू कलह से दुखी होकर फारस से कुछ व्यापारी भारत पहुंचे तो उन्होंने यहां के सिंध के शासक से व्यापार आदि की अनुमति मांगी । सिंध के तत्कालीन हिंदू शासक ने उक्त प्रतिनिधिमंडल के नेता से कहा कि आपको शरण भी दी जा सकती है और व्यापार की अनुमति भी दी जा सकती है […]

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संपादकीय

बगदादी का विनाश और वैश्विक आतंकवाद

अमेरिका ने संसार के सबसे क्रूर और खूंखार आतंकवादी बगदादी को मारकर एक बार फिर सिद्ध किया है कि वह अपने सम्मान और स्वाभिमान के लिए किसी भी सीमा तक जाकर कोई भी कदम उठाने के लिए स्वतंत्र है । उसने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि अमेरिका की संप्रभुता , राष्ट्रीय एकता […]

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