ओ३म् ========= हम मनुष्य हैं। हमें यह मनुष्य जन्म परमात्मा ने दिया है। जन्म व मृत्यु के मध्य की हमारी अवस्था जीवात्मा वा जीव कहलाती है। इस सृष्टि में हमारे जैसे जीव अनन्त संख्या में हैं। सभी जीव अणु परिमाण युक्त अल्पज्ञ चेतन सत्तायें हैं तथा सभी एकदेशी, ससीम, अनादि, नित्य, जन्म-मरण धर्मा तथा कर्म […]
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एक पुरानी फिल्म “अदालत” का बहुचर्चित गीत “सब कुछ लुटा के होश में आये तो क्या किया…” कांग्रेस पर शत-प्रतिशत चरितार्थ हो रहा है। आज एक के बाद एक कांग्रेसी पार्टी के पतन पर जो चीख-पुकार कर रहे हैं, असली जिम्मेदार ये ही लोग हैं, जो सीताराम केसरी को अध्यक्ष पद से हटाकर सोनिया […]
ओ३म् ========== ऋषि दयानन्द संसार के महापुरुषों में अन्यतम थे। उन्होंने जो कार्य किया वह अन्य महापुरुषों ने नहीं किया। उन्होंने ही हमें ईश्वर के सत्यस्वरूप से परिचित कराया है। उनसे पूर्व ईश्वर का सत्यस्वरूप वेद, उपनिषद आदि ग्रन्थों में उपलब्ध था परन्तु देश के न केवल सामान्य जन अपितु विद्वानों को भी उसका ज्ञान […]
चाहे राजनीतिक गलियारों में और समाचार पत्रों में जम्मू कश्मीर की गुपकार मीटिंग की इतनी आलोचना क्यों न हो रही हो परंतु इसके उपरांत भी कांग्रेस अभी भी गुपकार गठबंधन का एक हिस्सा है यानी उसे इस बात पर कोई शर्मिंदगी नहीं है कि वहां पर भारत के झंडे को लेकर क्या कुछ कहा […]
नष्ट किया गया मस्जिद का गुंबद पिछले कुछ वर्षों में चीन के भीतर उइगर मुस्लिम समुदाय के लोगों पर होने वाला अत्याचार काफी बड़े पैमाने […]
उदार शासक नहीं था शाहजहाँ मुगल बादशाह शाहजहाँ को मुगल काल का सबसे महान और उदार बादशाह सिद्ध करने का प्रयास किया जाता है । जिसके विषय में यह धारणा फैलाई गई है कि शाहजहां स्थापत्य कला का बहुत बड़ा प्रेमी था और उसने आगरा का ताजमहल व दिल्ली का लाल किला जैसी कई ऐतिहासिक […]
लोकतंत्र का सबसे बड़ा अभिशाप है : व्यक्ति के प्रति निष्ठा ****************** -राजेश बैरागी- अखिल भारतीय कांग्रेस में जो सत्य है वह यह है कि वहां नेतृत्व को लेकर कोई विवाद नहीं है। आंतरिक लोकतंत्र की मर्यादा की रक्षा के लिए वरिष्ठ नेता सीमित विरोध करते हैं और सीमित मान-मनौव्वल के बाद मान जाते हैं।इसे […]
_________________ (यह लेख उनके लिए जो भगवान को नहीं मानते या केवल मां को ही भगवान मानते हैं) जगत शिल्पी निराकार सर्व शक्तिमान दयालु परमात्मा की व्यवस्था अनंत ब्रह्मांड से लेकर माता की कोख तक कार्य कर रही है…! इस संसार में हर स्तनधारी जीव प्रसव करता है अर्थात बच्चे को जन्म देता है जन्म […]
अजय आर्य ग्रेटर नोएडा। यहां पर एक वेबीनार के माध्यम से इतिहासकार डॉ राकेश कुमार आर्य द्वारा लिखित दो पुस्तकों ‘गुर्जर वंश का गौरवशाली इतिहास’ और ‘भारत के स्वर्णिम इतिहास के कुछ पृष्ठ’ – का विमोचन किया गया । उक्त में से प्रथम पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री […]
प्रतीकात्मक आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार आज अख़बार निकालने की आड़ में पत्रकारिता को किस कदर कलंकित करने में जुटे हैं, शर्म आती है ऐसे लोगों को पत्रकार कहने में। मेरी आयु के वरिष्ठ पत्रकार सरदार दुर्लभ सिंह के नाम से अच्छी […]