Categories
खेल/मनोरंजन

देश का नाम रोशन कर दीपिका का अगला लक्ष्य ओलंपिक

अरुण नैथानी दीपिका के सधे निशानों से प्रतिष्ठा के जो दीप जले हैं, उसने देश का नाम रोशन किया है। हाल ही में पेरिस में संपन्न तीरंदाजी विश्वकप में उसने तीन सोने के पदक अपने बनाये हैं। गरीबी की तपिश में निखरी दीपिका अब दुनिया की नंबर वन धनुर्धर बन गई हैं। दुनिया में पहली […]

Categories
खेल/मनोरंजन

भारतीय कुश्ती की छवि को पहलवान सुशील कुमार की वजह से तगड़ा झटका

मनोज चतुर्वेदी हर खेल में कुछ खिलाड़ी दूसरों से हटकर होते हैं। वे खेल का माहौल बदलने का दम रखते हैं। निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और मुक्केबाज विजेंदर ऐसे ही खिलाड़ी हैं। दोनों ने ओलिंपिक में क्रमश: गोल्ड और ब्रॉन्ज पदक जीता। पहलवान सुशील कुमार को भी इसी वर्ग के खिलाड़ियों में रखा जा सकता है। […]

Categories
खेल/मनोरंजन

ऐसे घृणास्पद और गिरे हुए फिल्मी नायकों को हम अपना आदर्श नायक कैसे माने

ललित गर्ग मुम्बई शहर पर नशे के घातक हमले का गंभीरता से विश्लेषण किया जाए तो वहां 80 फीसदी आबादी किसी-न-किसी प्रकार का नशा करती मिल जाएगी। शराब का सेवन भी युवाओं में तेजी से फैल रहा है, जिससे महिलायें भी अछूती नहीं रहीं। फिल्म अभिनेता सुशांत की आत्महत्या के कारणों तक पहुंचा जायेगा या […]

Categories
खेल/मनोरंजन

रानी रामपाल को मिलेगा ‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार’

योगेश कुमार गोयल 4 दिसम्बर 1994 को हरियाणा के शाहबाद मारकंडा में एक गरीब परिवार में जन्मी रानी के पिता रामपाल घोड़ा गाड़ी चलाकर और ईंटे बेचकर परिवार का गुजारा किया करते थे और दिनभर में बड़ी मुश्किल से केवल सौ रुपये तक ही कमा पाते थे। भारतीय हॉकी के इतिहास में पहली बार ऐसा […]

Categories
खेल/मनोरंजन

‘पृथ्वी दिवस’ 22 अप्रैल पर विशेष : “पृथ्वी बचाओ” का अनूठा संदेश है चित्रकार ‘उदित’ की चित्रकारी में

………………………………………….. ◆ पृथ्वी पर पर्यावरण संरक्षा का संदेश देते हैं वेस्ट प्लास्टिक से बनी आर्ट के माध्यम से ◆ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी सराहा है इस चित्रकार के उद्देश्य को ………………………………………………. राकेश छोकर / नई दिल्ली …………………………………………… दुनिया भर में 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस (Earth Day) के रूप में मनाया जाता है। […]

Categories
खेल/मनोरंजन समाज

पद्मावती फिल्म में जौहर का अपमान!

देश में सांस्कृतिक और ऐतिहासिक मूल्यों का उपहास उड़ाने का खेल लम्बे समय से चल रहा है। तथाकथित वामपंथी बुद्धिजीवी के दिमाग की उपज कहे जाने वाले इन उपहासों के पीछे मात्र यही भाव प्रदर्शित होता है कि जिनसे समाज को प्रेरणा मिलती है, उन्हें किसी प्रकार से मिटाया जाए और उनके प्रति लोगों में […]

Categories
खेल/मनोरंजन महत्वपूर्ण लेख मुद्दा राजनीति विशेष संपादकीय संपादकीय समाज

खेल की राजनीति और राजनीति का खेल

खेल की भावना से यदि कोई कार्य किया जाए तो उसे सबसे उत्तम माना जाता है। खेल में बच्चे गिरते हैं-चोट खाते हैं, जीतते और हारते हैं-पर खेल के मैदान से बाहर आते ही हाथ मिला लेते हैं। हार जीत के खट्टे मीठे अनुभवों को वहीं छोड़ देते हैं, और एक अच्छे भाव के साथ […]

Exit mobile version