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इतिहास के पन्नों से

कामुक अकबर के रंगीन किस्से

भारत के ज्ञात इतिहास में कामुक वृत्ति के दो चरित्र मिलते हैं। एक मांडव का गयासुद्दीन और दूसरा अकबर। इनमें भी अकबर ने गयासुद्दीन को बहुत पीछे छोड़ दिया। गयासुद्दीन कामुक था किंतु अपनी काम-पिपासा के लिए वह अपने मालवा राज्य की हिन्दू प्रजा को ही सताता था। जहां कहीं किसी हिन्दू के घर में […]

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संसार के जिस कोने में भी भारतीय गए – वहीं अपनी छाप छोड़ी

प्रह्लाद सबनानी आज पूरे विश्व में 3.2 करोड़ से अधिक अप्रवासी भारतीय निवास कर रहे हैं। करीब 25 लाख भारतीय प्रतिवर्ष भारत से अन्य देशों में प्रवास के लिए चले जाते हैं। विदेश में बस रहे भारतीयों ने भारतीय संस्कृति का झंडा बुलंद करते हुए भारत की साख को न केवल मजबूत किया है बल्कि […]

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हरियाणा के सांस्कृतिक गौरव का इतिहास

स्वामी ओमानन्द सरस्वती भारत के पतनकाल के समय आज से दो सो वर्ष पूर्व भी हरयाणा स्वर्ग के समान ही था । इसकी वैदिकसंस्कृति ज्यों की त्यों अविकृतरूप में थी । केवल पौराणिक प्रभाव के कारण तीर्थ , मूर्तिपूजादि का प्रचलन होगया था । वही अश्वपति के काल का पवित्र चरित्र , शुद्ध , सात्त्विक […]

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प्रकृति ने बहुत ही सहज और स्वाभाविक बनाया है भारत को

यह आज हमें पता है कि भारत का वर्तमान स्वरूप 15 अगस्त 1947 की देन है। आज अखंड भारत की कल्पना में हम केवल पाकिस्तान और बांग्लादेश को जोड़ते हैं। परंतु हमें यह स्मरण रखना चाहिए कि बर्मा, श्रीलंका, अफगानिस्तान आदि भी भारत के ही भाग रहे हैं। यदि हम केवल 15 अगस्त 1947 के […]

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भारत के बारे में क्या लिखा है पुराणों में ?

पुराणों में भारतवर्ष की महिमा – ये पृथ्वी सप्तद्वीपा है । इनके नाम हैं – जम्बूद्वीप, प्लक्षद्वीप, शाल्मलिद्वीप, कुशद्वीप, क्रौंचद्वीप, शाकद्वीप, तथा पुष्करद्वीप । सातों द्वीपों के मध्य जम्बूद्वीप है । जम्बूद्वीप के अधिपति महाराज आग्नीध्र के नौ पुत्र हुए – जिनके नाम थे – नाभि, किम्पुरूष, हरिवर्ष, इलावृत, रम्यक, हिरण्मय, कुरू, भद्राश्व और केतुमाल […]

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जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस आए थे सातरोड हिसार

लाला हरदेव सहाय स्वामी श्रद्धानन्द जी के शिष्य थे। आप मियांवाली जेल में स्वामी जी के साथ गुरु का बाग मोर्चा सत्याग्रह के अंतर्गत बंद रहे थे। यह मोर्चा सिखों को गुरु का बाग़ गुरूद्वारे को महंतों के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए चलाया गया था। आर्यसमाज के शीर्घ नेता और प्रधान स्वामी श्रद्धानंद […]

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शिवाजी ने जिन मुगलों को बार बार पराजित किया आज उन्हीं की मजारें लोहागढ़ किले में की जा रही है स्थापित

सुयश श्रीकर छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन वाले कई किलों पर दरगाह, मजार, मस्जिद और इस्लामी संरचनाएँ बना दी गई हैं। इसके अलावा, देश भर में हिंदू राजाओं के किलों पर ऐसी ढाँचे खड़े कर दिए गए हैं। इससे हिंदू समाज में सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों पर हो रहे कब्जे को लेकर चिंता बढ़ रही […]

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भारत की एकता और अखंडता और राष्ट्रीयता

१. द्वीप तथा वर्ष-पुराणों में ७ महाद्वीपों के साथ अष्टम महाद्वीप अनन्त (अण्टार्कटिका) का भी वर्णन किया है। इनके नाम हैं-जम्बू द्वीप (एशिया),प्लक्ष द्वीप (यूरोप), कुश द्वीप (विषुव के उत्तर का अफ्रीका), शाल्मलि द्वीप (विषुव के दक्षिण का अफ्रीका), शक या अग्नि द्वीप (आस्ट्रेलिया), क्रौञ्च द्वीप (उत्तर अमेरिका), पुष्कर द्वीप (दक्षिण अमेरिका)। यहां द्वीप का […]

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स्वदेशी अपनाकर स्वावलम्बन का भाव भी जगाते रहे अमर शहीद हेमू कालाणी

 प्रहलाद सबनानी अमर शहीद हेमू कालाणी का जन्म अविभाजित भारत के सक्खर, सिंध प्रांत में 23 मार्च 1923 को हुआ था। आपके पिताश्री का नाम श्री पेसूमल जी कालाणी एवं माताश्री का नाम श्रीमती जेठीबाई कालाणी था। उन्हें केवल 19 वर्ष की अल्पआयु में ही बर्बर अंग्रेज सरकार द्वारा फांसी दे दी गई थी। अविभाजित […]

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सम्राट पौरस और सिकंदर युद्ध महान कौन. . . . ? ? ?

उगता भारत ब्यूरो मकदूनिया में स्त्रियों को कतार बद्ध खड़ा कर दिया गया सौंदर्य – कमयिता के इस प्रदर्शन में जो सबसे खूबसूरत होगी उसे यूनान के शासक सिकंदर को दिया जायेगा बाकी सैनिकों को बाँट दिया जायेगा । पर्शिया कि इस हार ने एशिया के द्वार खोल दिया भागते पर्शियन शासकों का पीछा करते […]

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