महाभारत के अनुशासन पर्व के २१ वें अध्याय में “हिंसा और मांसभक्षण” की घोर निन्दा की गई है।मनुष्य को मन, वचन और कर्म से हिंसा न करने और मांस न खाने का आदेश देते हुए दिया है। रुपमव्यङ्गतामायुर्बुद्धिं सत्त्वं बलं स्मृतिम् । प्राप्तुकामैर्नरैहिंसा वर्जिता वै महात्मभिः ।। ―(२१/९) अर्थात्―जो सुन्दर रुप, पूर्णाङ्गता, पूर्ण-आयु, उत्तम बुद्धि, […]
श्रेणी: इतिहास के पन्नों से
राजतरंगिणी उगता भारत ब्यूरो राजतरंगिणी कल्हण द्वारा रचित एक संस्कृत ग्रन्थ है। जिसकी रचना 1148 से 1150 के बीच हुई। कश्मीर के इतिहास पर आधारित इस ग्रंथ की रचना में कल्हण ने ग्यारह अन्य ग्रंथों का सहयोग लिया है जिसमें अब केवल नीलमत पुराण ही उपलब्ध है। यह ग्रंथ संस्कृत में ऐतिहासिक घटनाओं के क्रमबद्ध […]
——————————————— जिस ब्रिटिश हुकूमत को उखाड़ने के लिए विदेशों में भी लोगों ने अनेक बलिदान दिए। अमेरिका जैसे देश में खूनी क्रांति करके ब्रिटिश हुक्मरानों से सत्ता प्राप्त की। अमेरिका को यदि अपनी आजादी के लिए बड़े बलिदान देने पड़े या इसी प्रकार दूसरे देशों को भी अपनी आजादी हासिल करने के लिए बड़ी संख्या […]
उगता भारत ब्यूरो घास फूस खाने वाले हिंदू में क्या औकात है जो हमारा मुकाबला करेंगें, वह भी शास्त्री, वह बहुत कमजोर प्रधानमंत्री है – जुल्फिकार अली भुट्टो। राष्ट्रपति अयूब खान ने पूछा क्या भारत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करके हमला कर सकता है? सारे कमांडर ठहाके लगाने लगे। अमेरिका हमारे साथ है, वह अंतर्राष्ट्रीय सीमा […]
हिन्दुओं के सैनिकीकरण अभियान में राष्ट्रीय स्वयम सेवक संघ का अमूल्य योगदान -इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार, महामन्त्री,वीर सावरकर फ़ाउंडेशन ——————————————— भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए हिंदुओं का सैनिकीकरण किया जाना बहुत आवश्यक है। इस बात को क्रांति वीर सावरकर जी ने बहुत पहले अनुभव कर लिया था। उन्होंने अपनी योजना को सिरे […]
जब किसी नई तकनीक से किसी राजनीतिज्ञ का पाला पड़ता है तो कुछ मुश्किल है उसे भी झेलनी पड़ती हैं। कुछ लोग उन मुश्किलों को स्वीकार कर लेते हैं तो कुछ स्वीकार नहीं करने का नाटक करते हैं। पर सच यह है कि विज्ञान और तकनीक के नए-नए प्रयोगों को समझना हर किसी के बस […]
डॉ.सुशील भाटी पूर्व मध्यकाल में प्रतिहारो की अनेक शाखाए थी जिन्होंने पश्चिमी उत्तर भारत में अनेक क्षेत्रो में शासन किया| इतिहासकारों का एक वर्ग जिनमे ए. एम. जैक्सन, जेम्स केम्पबेल, वी. ए. स्मिथ, विलयम क्रुक, डी .आर. भंडारकार, रमाशंकर त्रिपाठी, आर. सी मजूमदार और बी एन पुरी आदि सम्मिलित हैं प्रतिहारो को गुर्जर (आधुनिक गूजर) […]
लेखक:- राजशेखर व्यास (अपर महानिदेशक, दूरदर्शन एवं आकाशवाणी, आकाशवाणी महानिदेशालय) विक्रम संवत् के दो हजार वर्ष का समाप्त होना भारतीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना थी। विक्रमादित्य की स्मृति को बनाए रखने के लिए जिस विक्रम संवत् का प्रवर्तन हुआ था, इस डोर के सहारे हम अपने आपको उस श्रृंखला के क्रम में पाते हैं, […]
हिमाचल प्रदेश का आधुनिक इतिहास उगता भारत ब्यूरो महाभारत काल के अनुसार, वर्तमान में हिमाचल प्रदेश बहुत से छोटे छोटे गणतंत्रों को मिला कर बना है जिन्हें हम जनपद के नाम से जाना जाता है I इन जनपदों में दोनों राज्य एवं सांस्कृतिक इकाइयाँ शामिल हैं I अदुम्बरा: ये हिमाचल प्रदेश की सबसे प्राचीन जनजातियों […]
क्या आप जानते हैं कि विश्वप्रसिद्ध नालन्दा विश्वविद्यालय को जलाने वाले जे हादी बख्तियार खिलजी की मौत कैसे हुई थी ??? असल में ये कहानी है सन 1206 ईसवी की…! 1206 ईसवी में कामरूप में एक जोशीली आवाज गूंजती है… “बख्तियार खिलज़ी तू ज्ञान के मंदिर नालंदा को जलाकर कामरूप (असम) की धरती पर आया […]