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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

हल्दीघाटी युद्ध के बाद के 10 वर्षों का गौरवशाली इतिहास

क्या आपने कभी पढ़ा है कि हल्दीघाटी के बाद अगले १० साल में मेवाड़ में क्या हुआ..इतिहास से जो पन्ने हटा दिए गए हैं उन्हें वापस संकलित करना ही होगा क्यूंकि वही हिन्दू रेजिस्टेंस और शौर्य के प्रतीक हैं. इतिहास में तो ये भी नहीं पढ़ाया गया है की हल्दीघाटी युद्ध में जब महाराणा प्रताप […]

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इतिहास के पन्नों से

बड़वा में हैं अंग्रेजों के जमाने की शानदार चीजें

(गगनचुंबी हवेलियां, मनमोहक चित्रकारी, कुंड रुपी जलाशय, हाथीखाने, खजाना गृह, कवच रुपी मुख्य ठोस द्वार और न जाने क्या-क्या) — डॉo सत्यवान सौरभ, दक्षिण-पश्चिम हरियाणा में शुष्क ग्रामीण इलाकों का विशाल विस्तार है, जो उत्तरी राजस्थान के रेतीले क्षेत्रों से सटे हुए है, यहाँ बड़वा नामक एक समृद्ध गांव स्थित है। यह राजगढ़-बीकानेर राज्य राजमार्ग […]

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कहां गए इतिहास से यह नाम ?

इतिहास के पन्नों में कहाँ हैं ये नाम?? सेठ रामदास जी गुड़वाले – 1857 के महान क्रांतिकारी, दानवीर जिन्हें फांसी पर चढ़ाने से पहले अंग्रेजों ने उनपर शिकारी कुत्ते छोड़े जिन्होंने जीवित ही उनके शरीर को नोच खाया। सेठ रामदास जी गुडवाला दिल्ली के अरबपति सेठ और बेंकर थे. इनका जन्म दिल्ली में एक अग्रवाल […]

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जब विभाजन के समय नेहरू ने मारा था एक बुजुर्ग को थप्पड़

डॉ. ओमप्रकाश पाहुजा लईया, मुजफ्फरगढ़, पाकिस्तान बंटवारे के समय मैं छह साल का था। गांव में एक अज्ञात भय व्याप्त था। शाम होते ही वह दरवाजा बंद कर दिया जाता था। मुझे याद है, हमारे घर की छत पर बड़े- बड़े कड़ाहों में तेल गरम करने की व्यवस्था की गई थी, ताकि मुसलमान अगर घर […]

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क्यों एक वर्ग की बढ़ती आबादी से बढ़ जाती हैं समस्याएं?

सबसे बड़ी समस्या क्यों है मजहबी उन्माद ? अश्विनी उपाध्याय सबसे बड़ी समस्या क्यों है मजहबी उन्माद ? क्यों एक वर्ग की बढ़ती आबादी से बढ़ जाती हैं समस्याएं? हमारे देश के लिए जातिवाद, भाषावाद, क्षेत्रवाद, माओवाद और नक्सलवाद से भी बड़ा खतरा है कट्टरवाद, चरमपंथ, पाखंड और मजहबी उन्माद लेकिन इसके मूल कारण और […]

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हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद

हॉकी के महारथी मेजर ध्यान चंद के बारे में कुछ रोचक बातें प्रज्ञा पांडेय हॉकी के महारथी मेजर ध्यान चंद के बारे में कुछ रोचक बातें हॉकी के जादूगर ने अपनी काबिलियत के दम पर पूरे दुनिया में अपना नाम कमाया। 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है। तो आइए इस अवसर पर हॉकी […]

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शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर आगे बढ़े थे सावरकर

सावरकर के आदर्श शिवाजी थे प्रो ० देवेन्द्रस्वरूप ( इतिहासकार तथा पूर्व सम्पादक ‘ पाञ्चजन्य ‘ ) पहला 30 अगस्त 1911 को लिखा , दूसरा 13 नवम्बर 1913 को , तीसरा 10 सितम्बर 1914 को , चौथा 2 अक्टूबर 1917 को , पांचवां 24 जनवरी 1920 को छठा 31 मार्च 1920 को । क्या उन्होंने […]

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भारत की स्वाधीनता के एक जुनूनी सिपाही क्रांतिकारी विश्वनाथ राय

दिव्येन्दु राय देवरिया जनपद के जिला मुख्यालय के करीब के गॉव खुखुन्दू में 10 दिसम्बर सन् 1906 में एक बालक का जन्म हुआ। जन्म चूँकि जमींदार एवं शिक्षित परिवार में हुआ इसलिए उस बालक को पढ़ने के लिए पहले गोरखपुर के सेंट एंड्यूज कॉलेज भेजा गया तथा उसके बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए […]

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जिन्होंने देश पहले तोड़ा वही फिर तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं

———इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार,महामंत्री, वीर सावरकर फ़ाउंडेशन ——————————————— भारत विभाजन के समय मुसलमानों ने अपना जो एजेंडा तय किया था उसके अनुसार उन्होंने अपने लिए एक अलग देश प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की। उस समय मुसलमानों ने कांग्रेस की कमजोरी का फायदा उठाते हुए 1920 – 21 में उनके द्वारा चलाए गए खिलाफत आंदोलन […]

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भारत के स्वतंत्रता संग्राम की अनमोल निधि सावरकर

उगता भारत ब्यूरो वामपंथी तथा कम्युनिस्ट उन महान् राष्ट्रमत क्रांतिकारी शिरोमणि स्वातन्त्र्यवीर सावरकर जी पर अंग्रेजों का एजेंट होने तथा जेल से माफी मांगकर छूटने जैसे निराधार और शरारतपूर्ण आरोप लगाने का दुस्साहस कर रहे हैं , जिन्होंने अपनी जवानी को ही नहीं अपने पूरे परिवार को स्वाधीनता के यज्ञ में समर्पित कर अपना सर्वस्व […]

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