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इतिहास के पन्नों से

आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी कल्पना चावला

इंडिया सांइस वायर 17 मार्च 1962 को हरियाणा के करनाल में जन्मीं कल्पना अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटी थीं। जब वह आठवीं कक्षा में पहुँचीं, तो उन्होंने अपने पिता से इंजीनियर बनने की इच्छा व्यक्त की। लेकिन, कल्पना के पिता उन्हें डॉक्टर या शिक्षक के रूप में देखने का सपना बुन रहे थे। अनंत […]

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इतिहास के पन्नों से

डॉक्टर अंबेडकर और यज्ञोपवीत संस्कार

असुद्दीन ओवेसी और प्रकाश आंबेडकर (डॉ. आंबेडकर का वंश) मिलकर अनेक सभाएं ले रहे है जिसमे वे जनेऊधारी ब्राम्हणों को निशाना बना रहे है । अपनी राजनीतिक महत्वकांशा को पूरा करने के लिए ऐसी हरकतें कर रहे है । ५०० अंग्रेज सैनिक महारो ने मराठा पेशवा राज का बचाव करने वाले २८००० पेशवाओ को हराया […]

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इतिहास के पन्नों से

क्या लालकिले पर निशान साहिब फ़हराकर इतिहास दोहराया गया है?

एन के दुबे यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि सिखों की ओर से ‘किला फतह’ की बात कही जाती है। सिख इतिहास बताता है कि सिख योद्धा बाबा बंदा सिंह बहादुर, बाबा बघेल सिंह, जस्सा सिंह आहलूवालिया और जस्सा सिंह रामगढ़िया ने मुगलों को कड़ी टक्कर देते हुए उन्हें शिकस्त दी थी। लाल किले […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

महाराज यशवंतराव होलकर जिन्होंने अंग्रेजों को नाकों चने चबा दिए थे

एक ऐसा भारतीय शासक जिसने अकेले दम पर ब्रिटिश हुकूमत को नाकों चने चबाने पर मजबूर कर दिया था। इकलौता ऐसा शासक, जिसका खौफ अंग्रेजी सेना में साफ-साफ दिखता था। एकमात्र ऐसा शासक जिसके साथ ब्रिटिश सेनापति हर हाल में बिना शर्त समझौता करने को तैयार थे। एक ऐसा शासक, जिसे अपनों ने ही बार-बार […]

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इतिहास के पन्नों से

पंजाब नेशनल बैंक और लाला लाजपत राय का वह दृढ़ संकल्प

#डॉ_विवेक_आर्य आज पंजाब नेशनल बैंक देश के प्रमुख बैंकों में से एक है। PNB की स्थापना प्रसिद्द आर्यसमाजी नेता एवं शेरे-पंजाब लाला लाजपत राय द्वारा 19 अप्रैल1895 को लाहौर के प्रसिद्द अनारकली बाजार में हुई थी। इस बैंक की स्थापना करने वालों में लाला हरकिशन लाल (पंजाब के प्रथम उद्योगपति), दयाल सिंह मजीठिया (ट्रिब्यून अख़बार […]

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इतिहास के पन्नों से

क्या रहा है सिंधु प्रांत का इतिहास ?

अनिरुद्ध जोशी हाल ही में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अलग देश की मांग कर रहे लोगों ने एक विशाल रैली का आयोजन करके पाकिस्तान के अत्याचार के खिलाफ नारे लगाए। वहां के राष्ट्रवादियों ने सिंधी राष्ट्रवाद के संस्थापक जीएम सैयद की 117वीं जयंती पर पाकिस्तान से आजादी के समर्थन में रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने […]

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आज का चिंतन इतिहास के पन्नों से

ऋषि दयानंद ने वेदों में भरे ज्ञान भंडार से समाज व मानव जाति को परिचित कराया

ओ३म् ========== महाभारत के बाद वेदों की रक्षा एवं प्रचार के लिये उत्तरादायी लोगों के आलस्य प्रमाद के कारण वेद विलुप्त हो गये थे और देश व समाज में वैदिक ज्ञान के विपरीत अन्धविश्वास तथा सामाजिक कुरीतियां आदि प्रचलित हो गईं थी। इसी कारण हमारा पतन व देश की पराधीनता जैसे कार्य हुए। ऋषि दयानन्द […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत के क्रांतिकारी आंदोलन के जनक : चापेकर बंधु

**चापेकर ब्रदर क्रांतिकारी आंदोलन के जनक*** लेख थोड़ा बड़ा है लेकिन निवेदन है कि अंत तक अवश्य पढ़ें,,,अभी हाल ही में कोरोना महामारी पूरी दुनिया में फैली जिसमे लाखो लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी उसी प्रकार 1896 में दुनिया के कई देशों सहित भारत में प्लेग की जानलेवा बीमारी फैली। शुरुआत में तटीय इलाके […]

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इतिहास के पन्नों से

स्वदेशी और स्वराज्य के जाज्वल्यमान नक्षत्र थे महर्षि दयानंद

महर्षि दयानंद के विषय में समाज सुधारकों/चिंतकों के विचार ___________________________________________ १- “स्वराज्य और स्वदेशी का सर्वप्रथम मन्त्र प्रदान करने वाले जाज्वल्यमान नक्षत्र थे दयानंद |” – लोक मान्य तिलक २- आधुनिक भारत के आद्द्निर्मता तो दयानंद ही थे | महर्षि दयानन्द सरस्वती उन महापुरूषो मे से थे जिन्होनेँ स्वराज्य की प्रथम घोषणा करते हुए, आधुनिक […]

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इतिहास के पन्नों से

ऋषि दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश के द्वारा वेदों की रक्षा का महान कार्य किया

ओ३म ========== ऋषि दयानन्द को अपने बाल्यकाल में सच्चे ईश्वर की खोज तथा मृत्यु पर विजय प्राप्ति के उपाय जानने की प्रेरणा हुई थी। उन्हें इस सम्बन्ध में अपने किसी पारिवारिक सदस्य व विद्वानों से समाधान प्राप्त नहीं हुआ था। इन प्रश्नों के समाधान के लिये उन्होंने अपने पितृगृह को छोड़कर एक सच्चे धर्म जिज्ञासुकी […]

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