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माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के दादरी आगमन पर उनके नाम खुला पत्र

      महोदय        हम दादरी नोएडा क्षेत्र के सभी निवासी आपका गुर्जरों की राजधानी के रूप में विख्यात दादरी शहर में हार्दिक स्वागत और अभिनंदन करते हैं। हमें आपको यह अवगत कराते हुए अपार हर्ष की अनुभूति हो रही है कि 1857 की क्रांति हो या फिर उससे पहले का मुगलिया या तुर्क सुल्तानों का […]

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विद्यार्थियों को लेकर शिक्षा मंत्री की चिंताऐं

सर्वमित्रा सुरजन शिक्षा मंत्री विद्यार्थियों को महान इंसान के रूप में विकसित करना चाहते हैं। उनके विचार बड़े नेक हैं। लेकिन शिक्षा का पहला उद्देश्य तो इंसान के नैसर्गिक गुणों का विकास कर उन्हें संवेदनशील बनाना होता है। इसके लिए महाभारत और रामचरित मानस ही क्यों सारे धर्मग्रंथ मददगार साबित हो सकते हैं, क्योंकि सभी […]

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों में रचा बसा भारत

ललित गर्ग एक दीया लाखों दीयों को उजाला बांट सकता है यदि दीए से दीया जलाने का साहसिक प्रयत्न कोई शुरु करे। ऐसे ही अंधेरों से संघर्ष एवं सशक्त राष्ट्र-निर्माण की एक सार्थक मुहिम है श्री नरेन्द्र मोदी। जिसकी सुखद प्रतिध्वनियां अक्सर अनुगंूजित होती रहती हैं। नई खोजों, दक्षता, कौशल विकास, बौद्धिक संपदा की रक्षा, […]

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*मोदी की लुटिया डुबायेंगे सांसद और मंत्री* *कार्यकर्ताओं और हिन्दुओं को समझते हैं बंधुआ मजदूर*

आचार्य श्री विष्णुगुप्त मैं एक पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री के विचार को सुन कर दंग रहा गया। उनसे मैंने मुसलमानों और ईसाइयों के नंगा नाच और हिन्दुओं के उत्पीड़न पर उनकी राय जानना चाही थी और थोड़ी शिकायत भी थी कि आप लोग हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम क्यों […]

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गुजरात में भाजपा का नया चेहरा नया दांव

प्रस्तुति : श्रीनिवास आर्य (एडवोकेट) शनिवार, 11 सितम्बर को जब पूरी दुनिया अमेरिका और तालिबान के रिश्तों की उलझन और वैश्विक राजनीति पर उसके असर की समीक्षा में लगी थी, तब भारत की राजनीति में एक अलग किस्म की हलचल मच गयी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में भाजपा […]

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भागम भाग के दौर में बेदम होती जिंदगी

प्रस्तुति : श्रीनिवास आर्य किसी ने सोचा था कि कभी ऐसा ही समय आयेगा कि किसी के पास समय ही नहीं रहेगा। दिन अभी भी चौबीस घंटों का है। और घंटों में मिनट भी पहले जितने ही हैं पर पता नहीं समय कहां चला गया है। किसी के पास किसी के लिये टाइम नहीं है। […]

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छत्तीसगढ़ : हम ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रुस की एक नदी) भेजेंगे क्योंकि वो परदेशी हैं। : नन्द कुमार बघेल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता

इतिहास साक्षी है कि कांग्रेस प्रारम्भ से ही जनता को विभाजित करने का काम करती रही है, और इसमें हिन्दू कांग्रेसियों का भी कसूर नहीं, क्योंकि जिस पार्टी की स्थापना करना वाला ही जब विदेशी हो, तो उस पार्टी से देशहित की कल्पना करना ही व्यर्थ है। हिन्दू सम्राटों के इतिहास को ठंठे बस्ते में […]

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ठेली-पटरी वाले और अंधाकानून

प्रशांत नारंग  जनपथ का मतलब है- लोगों के लिए बना रास्ता। ये राजपथ नहीं। लेकिन जनपथ पर क्या लोगों को चलने, फिरने, कमाने, घूमने, बेचने के लिए प्रताड़ित होना पड़ेगा? दिल्ली शहर के जनपथ इलाके में कई औरतें रेहड़ी-पटरी का काम करके अपनी आजीविका कमाती है। सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी ने में उनके काम-काज और […]

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राजहठ की तरह किसान हठ में बदलता किसान आंदोलन

अशोक मधुप  पंचायत किसानों की थी। कानून वापिस लेने के लिए थी, किंतु ऐसा लगा कि किसान नेताओं का उद्देश्य विपक्षी दलों की मदद करना ज्यादा है, साथ ही उनका उद्देश्य भाजपा सरकार को हराना है। किसान नेताओं की बात से साफ है कि वे तीनों कृषि कानून की वापसी से कम पर सहमत नहीं […]

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*मानो “गिद्धों का कोई झुंड” शाकाहार की उपयोगिता पर व्याख्यान दे रहा हो*

🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” आज कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत के फोटो भेजे, यह उन्हीं लोगों के समर्थक हैं जिन्होंने 2013 में उन दो निर्दोष भाइयों को मौत के घाट उतार दिया था, जो अपनी बहन की लाज बचाने के लिए अकेले ही जूझ गए थे। […]

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