श्याम सुन्दर पोद्दार १९४७ मे विभाजित हिन्दुस्तान में हिन्दु-सिखों की जनसंख्या २७ करोड़ व मुसलमानों की जनसंख्या २.५ करोड़ थी। अाज हिन्दु -सिखों की जनसंख्या १०० करोड़ के आसपास है तथा मुसलमानों की जनसंख्या २५ करोड़ है। पाकिस्तान से १.४ करोड़ हिन्दु शरणार्थी बनकर भारत आये। १९४७ में हिन्दु-सिखों की जनसंख्या शरणार्थियों के आने के […]
श्रेणी: महत्वपूर्ण लेख
भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर आज हम महात्मा गांधी द्वारा 1942 में चलाए गए भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मना रहे हैं । वैसे हमारा मानना है कि यदि 1857 की क्रांति के इतिहास का और उस समय घटे घटनाचक्र का सूक्ष्मता से अवलोकन किया जाए तो पता चलता है कि भारतवासियों […]
आज हम विश्व जनसंख्या दिवस की औपचारिकताएं निभा रहे हैं। 1989 से हम इस दिन प्रत्येक वर्ष की 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाते हैं। 1989 तक संसार की जनसंख्या 5 अरब से नीचे थी। 11 जुलाई 1989 को जैसे ही विश्व जनसंख्या ने 5 अरब का आंकड़ा छुआ तो कुछ लोगों ने अपनी […]
” हम बढ़ें हमारे जीवन में , बरबस तूफान अधीर उठें , सदियों से सोते भारत के तरकस का तीखा तीर उठे । युग युग से परवशता पिंजरे का बंदी भारत कीर उठे ,है जंग लगा जिसमें पावन वह वीरों की शमशीर उठे । हम जलती आंहों से रिपु के प्राणों को जलता छोड़ चलें,’जय […]
आज 25 जून है । आज ही के दिन 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने देश में पहली बार आपातकाल की घोषणा की थी ।आपातकाल लगाने का एकमात्र कारण यह था कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जज जगमोहन सिन्हा ने राज नारायण की एक चुनाव याचिका को स्वीकार करते हुए 1971 में इंदिरा […]
गाजियाबाद। केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद यह तो मानना पड़ेगा कि विश्व मंचों पर भारत का सम्मान बढ़ा है और भारतीय संस्कृति की धूम विदेशों में मच रही है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सारी दुनिया में मनवाकर मोदी सरकार ने भविष्य के लिए बहुत बड़ी कार्ययोजना का शुभारंभ किया है। वास्तव में […]
सहिष्णुता और असहिष्णुता की बहसबाजी के इस दौर में किसी का क्या धर्म और कर्म हो इसका उदाहरण महायोद्धा तक्षक से बेहतर शायद ही मिले.. एक महान हिन्दू योद्धा जिसके पराक्रम से अरब सेनाएं पीछे हटी थीं और भगवान श्री कृष्ण के बाद पहली बार भारत ने जैसे को तैसा उत्तर देने की ठानी थी […]
क्या यह उचित है कि दुश्मन के छदम युद्धों का सिलसिला बना रहें और हम उसे कायराना हमला कहकर निंदा करके अपने दायित्वों से भागते रहें? यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि शनिवार 10 फरवरी को सुबह जम्मू में सेना की सुंजवां ब्रिगेड पर हुए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के हमले को अभी नियंत्रित भी नही कर […]
एक , वामपंथी थे बाद में बौद्ध हुए हुआ करते थे जिनका नाम था राहुल सांकृत्यायन उर्फ केदारनाथ पांडेय ‘घुमक्कड़’ अपनी यात्रा वृतांत में लिखते है हिन्दू शाश्त्र कहते है कि समुद्र को पार मत करना लिखा है। जबकि मित्रो मेने कहि भी ऐसा नही पढ़ा कि कहि ऐसा लिखा हो खैर हम आते है […]
विश्व की उभरती हुई गंभीर समस्याओं में प्रमुख है मोबाइल कैमरे के जरिए सेल्फी लेना। इन दिनों मोबाइल कैमरे के जरिए सेल्फी यानी अपनी तस्वीर खुद उतारने के शौक के जानलेवा साबित होने की खबरें आए दिन सुनने को मिल रही हैं। नई पीढ़ी इस जाल में बुरी तरह कैद हो गयी है। आज हर […]