अंग्रेजों की शासन नीति का मूलमंत्र फूट डालो और राज करो रहा है। इस नीति के अनुसरण में उन्होंने भारत के देशी राजाओं को आपस में लड़वाकर सम्पूर्ण देश पर शासन स्थापित कर लिया था। इतना ही नहीं जब व्यापारिक क. ईस्ट इंडिया क. देश में सता की बागडोर संभालने में असमर्थ रही तो ब्रिटिश […]
श्रेणी: महत्वपूर्ण लेख
आरक्षण देश में जातीय विद्वेष फैलाने का हथियार बनता जा रहा है। बसपा प्रोन्नति में आरक्षण संबंधी 117वें संविधान संशोधन संबंधी विधेयक को यथाशीघ्र संसद से पास करानी चाहती है तो सपा उसका विरोध करते हुए मैदान में जमकर खड़ी हो गयी है। उत्तर प्रदेश के अठारह लाख कर्मचारी इस विधेयक के विरोध में हड़ताल […]
आरक्षण देश में जातीय विद्वेष फैलाने का हथियार बनता जा रहा है। बसपा प्रोन्नति में आरक्षण संबंधी 117वें संविधान संशोधन संबंधी विधेयक को यथाशीघ्र संसद से पास करानी चाहती है तो सपा उसका विरोध करते हुए मैदान में जमकर खड़ी हो गयी है। उत्तर प्रदेश के अठारह लाख कर्मचारी इस विधेयक के विरोध में हड़ताल […]
दादरी के तहसीलदार पद पर इस समय राजेश शुक्ला विराजमान है। इस अधिकारी का हाल इस समय ये है कि दाम दो और काम लो। काम चाहे जैसा हो-वह दाम के बदले करने को तैयार रहते हैं। पहली बार देखा जा रहा है कि इस अधिकारी से उसके स्टाफ के लोग हों चाहे आम बादकारी […]
दादरी के तहसीलदार पद पर इस समय राजेश शुक्ला विराजमान है। इस अधिकारी का हाल इस समय ये है कि दाम दो और काम लो। काम चाहे जैसा हो-वह दाम के बदले करने को तैयार रहते हैं। पहली बार देखा जा रहा है कि इस अधिकारी से उसके स्टाफ के लोग हों चाहे आम बादकारी […]
पिछले दिनों 9 दिसंबर को अपने अधिवक्ता साथियों श्री राजपाल सिंह नागर, ऋषिपाल भाटी एवं श्री दयानंद नागर के साथ जलेसर जाने का अवसर मिला। यह उत्तर प्रदेश के एटा जनपद का एक पुराना कस्बा है। जिसमें एक किले के खण्डहर अपने अतीत की कहानी बयान करते हैं और माने अपनी उपेक्षा की कहानी कहते-कहते […]
पिछले दिनों 9 दिसंबर को अपने अधिवक्ता साथियों श्री राजपाल सिंह नागर, ऋषिपाल भाटी एवं श्री दयानंद नागर के साथ जलेसर जाने का अवसर मिला। यह उत्तर प्रदेश के एटा जनपद का एक पुराना कस्बा है। जिसमें एक किले के खण्डहर अपने अतीत की कहानी बयान करते हैं और माने अपनी उपेक्षा की कहानी कहते-कहते […]
राजकीय घोषणा के पश्चात जब मैं शाहजहांपुर आया तो शहर की अद्भुत दशा देखी । कोई पास तक खड़े होने का साहस न करता था ! जिसके पास मैं जाकर खड़ा हो जाता था, वह नमस्ते कर चल देता था । पुलिस का बड़ा प्रकोप था । प्रत्येक समय वह छाया की भांति पीछे-पीछे फिरा […]
राजकीय घोषणा के पश्चात जब मैं शाहजहांपुर आया तो शहर की अद्भुत दशा देखी । कोई पास तक खड़े होने का साहस न करता था ! जिसके पास मैं जाकर खड़ा हो जाता था, वह नमस्ते कर चल देता था । पुलिस का बड़ा प्रकोप था । प्रत्येक समय वह छाया की भांति पीछे-पीछे फिरा […]
गुजरात में चुनावी मुद्दा विकास नहीं बल्कि हिन्दुत्व है। नरेन्द्र मोदी ने एक भी मुस्लिम प्रत्याशी न उतार कर यह संदेश फिर से दिया है कि उनकी वैचारिक नीति और धरातल न तो बदली है और न ही बदलने वाली है। सवाल है कि जब पूरे देश में मोदी के विकास की चर्चा है तब […]