Categories
संपादकीय

जब ‘स्वराज्य’ के संपादकों ने जलाये रखी स्वतंत्रता की दीपशिखा

चाहे ब्रिटिश सत्ताधीशों ने भारत के विक्षोभ और विद्रोह की हवा निकालने के लिए कांग्रेस जैसा संगठन भी खड़ा कर लिया था, परंतु भारतीयों का विक्षोभ और विद्रोह था कि शांत होने का नाम नही लेता था। अपने महान क्रांतिकारियों के महान कृत्यों का अवलोकन करने से  और उनके विषय में पढऩे से ही स्पष्ट […]

Categories
संपादकीय

हामिद साहब के अच्छे विचार

भारत के संविधान के विषय में जीआईसी हरदोई में कौमी एकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने यह उचित ही कहा है कि भारतवासियों के लिए अपना संविधान ही एक धार्मिक पुस्तक है। वस्तुत: उपराष्ट्रपति के इस कथन में भारत की आत्मा के दर्शन होते हैं। भारत का मूल संविधान (जिसे विश्व […]

Categories
संपादकीय

‘प्रिवीपर्स’ के जीवनमरण की कहानी

जब 15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र हुआ तो बड़ी अजीब स्थिति उस समय इस देश की थी। कहने के लिए तो भारत ने उस समय लोकतंत्र का स्वरूप ग्रहण कर लिया था और देश की सत्ता की बागडोर पं. नेहरू ने संभाल ली थी। परंतु अभी कई समस्याएं ऐसी थीं जिन पर पार पाना […]

Categories
संपादकीय

सावधान! कयामत आने वाली है

छोटी-छोटी बातों पर भयंकर विवादों को जन्म देना आजकल की एक सामान्य सी बात होकर रह गयी है। अभी जनपद गौतमबुद्घ नगर के बिसाहड़ा गांव में कथित रूप से गाय काटने की घटना हुई है, जिस पर भारी जन आक्रोश का सामना शासन प्रशासन को झेलना पड़ रहा है। इसी प्रकार खुर्जा में भी एक […]

Categories
संपादकीय

1965 का नायक ‘लाल बहादुर’

देश इस समय 1965 के भारत-पाक युद्घ की 50वीं वर्षगांठ मना रहा है। स्पष्ट है कि 1965 का जिक्र आये तो तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का पावन स्मरण भी लोगों को अवश्य ही आता है। यह वह व्यक्तित्व था जिसने 1962 के युद्घ में लज्जास्पद ढंग से पिटे एक राष्ट्र के ऊपर मात्र तीन […]

Categories
संपादकीय

एकाग्रता उत्पन्न करो (2)

आज का काम आज जिस काम की आज आवश्यकता है, या जिस कार्य को आज ही पूर्ण हो जाना चाहिए-उसके लिए हमारा प्रयास होना चाहिए कि वह आज ही पूर्ण हो जाना चाहिए। आज के कार्य को कल के भरोसे छोडऩा उचित नही, क्योंकि कल को जब सूर्यदेव आकर नमस्कार करेंगे तो उनके साथ ही […]

Categories
संपादकीय

एकाग्रता उत्पन्न करो

जीवन में उन्नति के लिए एकाग्रता बहुत ही आवश्यक है। किसी भी कार्य करने के लिए मन की संकल्प शक्ति की तो आवश्यकता होती ही है मन की एकाग्रता की भी उतनी ही आवश्यकता होती है। मन की संकल्प शक्ति को भी मन की एकाग्रता ही बलवती करती है। इसे इस प्रकार समझाया जा सकता […]

Categories
संपादकीय

सुनो राष्ट्र की पुकार

हे सर्व नियन्ता स्वामिन! मैं आ गया हूँ आपके दरबार में। झोली फैलाये खड़ा हूँ, पिता। सुनो मेरी पुकार, दयानिधे! मेरे हृदय में आग जल रही है-काम की, क्रोध की, मद की, मोह की, लोभ की, ईष्र्या की, जलन की, डाह की। एक अग्नि शांत नहीं होती इतने में दूसरी भडक़ उठती है। मैं तप […]

Categories
संपादकीय

संत एकनाथ जी और कांग्रेस

राहुल गांधी इस समय फिर अज्ञातवास पर हैं। कुंआरे राहुल का अज्ञातवास लोगों का बहुत खलता है। पता नही क्यों नही सोचते लोग कि अंतत: राहुल गांधी भी एक इंसान हैं, और उन्हें भी अपने जीवन को अपने ढंग से जीने का पूरा-पूरा अधिकार है। यह राजनीति है ना ये बड़ी अजीब है। इसे समझना […]

Categories
संपादकीय

मुद्दों से भागती भाजपा

भूमि विधेयक पर भाजपा की केन्द्र सरकार पीछे हट गयी क्योंकि बिना तैयारी के और बिना अपनी सोच और योजना की जानकारी किसानों को दिये, बहुमत के घमंड में संसद में विधेयक ले आयी। प्रचार में पिछड़ी भाजपा का ‘अभिमन्यु’ जब ‘दुर्योधन’ के सात महारथियों ने घेर लिया, तो भाजपा के पास मैदान छोडऩे के […]

Exit mobile version