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संपादकीय

जब ‘स्वराज्य’ के संपादकों ने जलाये रखी स्वतंत्रता की दीपशिखा

चाहे ब्रिटिश सत्ताधीशों ने भारत के विक्षोभ और विद्रोह की हवा निकालने के लिए कांग्रेस जैसा संगठन भी खड़ा कर लिया था, परंतु भारतीयों का विक्षोभ और विद्रोह था कि शांत होने का नाम नही लेता था। अपने महान क्रांतिकारियों के महान कृत्यों का अवलोकन करने से  और उनके विषय में पढऩे से ही स्पष्ट […]

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