ओ३म् ============ प्रसिद्ध वैदिक विद्वान डा. सोमदेव शास्त्री, मुम्बई दिनांक 30 अक्टूबर, 2020 को मुम्बई से देहरादून पधारे थे। दिनांक5-11-2020 को वह देहरादून से रायपुर होते हुए गुरुकुल आमसेना उड़ीसा के लिए प्रस्थान कर गये हैं। देहरादून प्रवास में रहकर उन्होंने एक महत्वपूर्ण कार्य यह किया कि प्रतिदिन दो उपनिषदों का सार अपने लगभग 1 […]
श्रेणी: धर्म-अध्यात्म
ओ३म =========== संसार में ज्ञान व अज्ञान तथा सत्य व असत्य दो सर्वथा भिन्न बातें हैं। ज्ञान अज्ञान का विरोधी तथा सत्य असत्य का विरोधी व विपरीत ज्ञान होता है। सत्य वह होता है जो असत्य नहीं होता। ज्ञान ही किसी पदार्थ के वास्तविक स्वरूप का बोध कराता है। ज्ञान के विपरीत बातें तिरस्कार करने […]
ओ३म् =========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में सोमवार दिनांक 2-11-2020 से 7 दिवसीय सामवेद पारायण एवं गायत्री यज्ञ सहित भजन एवं सत्संग का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में आज दिनांक 4-11-2020 को प्रातः7.00 बजे से 9.00 बजे तक सामवेद पारायण एवं गायत्री यज्ञ सम्पन्न हुआ। यज्ञ के पश्चात पं. नरेशदत्त […]
ओ३म् ========== मनुष्य के जीवन में सुख व दुःख की दो अवस्थायें होती हैं। सभी को सुख प्रिय तथा दुःख अप्रिय होता है। मुख्यतः हम जीवन भर वही कार्य करते हैं जिससे हमें सुखों की प्राप्ति तथा दुःखों की निवृत्ति होती हैं। जो प्रत्यक्ष दुःख होते हैं उनके निवारण के लिये तो सभी प्रयत्न करते […]
ओ३म् =========== मनुष्य का कर्तव्य होता है कि वह जिससे अपना कोई प्रयोजन सिद्ध करे, उसके उपकारों के बदले में उसके प्रति कृतज्ञता की भावना व्यक्त करे। कृतज्ञ होना मनुष्य का एक श्रेष्ठ गुण होता है। कृतज्ञ न होना अमानवीय होना एवं निन्दित कर्म होता है। यदि दूसरे मनुष्य व ईश्वर हम पर उपकार व […]
ओ३म् ============= चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद ईश्वर प्रदत्त ज्ञान है। यह ज्ञान सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा ने अपने अन्तर्यामीस्वरूप से आदि चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा को दिया था। सृष्टि के आदि काल में सब ऋषियों व विद्वानों को इसका पूरा ज्ञान था। परम्परा तथा शपपथ ब्राह्मण ग्रन्थ के […]
आनंद ग्रेटर नोएडा। ( अजय आर्य ) आर्य प्रतिनिधि सभा गौतम बुध नगर के तत्वावधान में आयोजित हो रहे कोरोना निवारक गायत्री महायज्ञ अनुष्ठान का शुभारंभ ओ३म ध्वज ध्वजारोहण के साथ दिनांक 22 अक्टूबर प्रातः 8:00 बजे विधिवत किया गया| ध्वजारोहण आर्य जगत के प्रसिद्ध सन्यासी पूज्य स्वामी चित्तेश्वरानंद जी महाराज द्वारा किया गया| […]
हर व्यक्ति के अंदर एक मजबूत पक्ष होता है उसे अपने उस पक्ष को ढूंढनें की कोशिश करनी चाहिए। कई क्षेत्रों मे हाथ बटाने से अच्छा है कि अपने पंसद व लगाव के क्षेत्र के बारे में पता करें, अपनी पूरी ऊर्जा उस तरफ झोक दें। कई सारे लक्ष्य बनाना या फिर करने की […]
शास्त्रों ने जो भी नीति नियामक हमारे सामने रखे हैं उनमें से एक है *’देयं परं किं ह्यभयं जनस्य. . . . ‘* जिस पर हमारे ज्योतिषियों ने साफ़ अनदेखी कर रखी है। उल्टे भय विस्तारण के अनेकानेक करतब ढूंढे जाते हैं। मङ्गली दोष, कालसर्प दोष, राहु काल इत्यादि जैसे कई नुस्खे हैं जिनका भय […]
ओ३म् =============== हमारा विश्व अनेक देशों में बंटा हुआ है। सभी देशों के अपने अपने मत, विचारधारायें तथा परम्परायें आदि हैं। कुछ पड़ोसी देशों में मित्रता देखी जाती है तो कहीं कहीं पर सम्बन्धों में तनाव भी दृष्टिगोचर होता है। दो देशों का तनाव कब युद्ध में बदल जाये इसका अनुमान नहीं किया जा सकता। […]