56 – इतनी शक्ति हमें देना दाता … ( मूल्य : , पृष्ठ : ) प्रकाशक : डायमंड पॉकेट बुक्स, दिल्ली संपर्क सूत्र: 98 1000 8004 57 – भारतीय इतिहास के कुछ स्वर्णिम पृष्ठ ( मूल्य : 300 , पृष्ठ : 128 ) प्रकाशन : साहित्यागार जयपुर प्राप्ति हेतु संपर्क सूत्र: 0141- 40 22 382 […]
श्रेणी: पुस्तक समीक्षा
1 . भारतीय क्षात्र धर्म और अहिंसा पुस्तक का मूल्य : 300 रुपए प्रकाशन : साहित्यागार जयपुर प्राप्ति हेतु संपर्क सूत्र: 0141- 40 22 382 , 2310 785 2 – भारतीय संस्कृति में साम्यवाद के मूल तत्व इस पुस्तक का मूल्य : 260 रुपये है। प्रकाशन : सनातन प्रकाशन जयपुर संपर्क सूत्र : 99 280 […]
1 . भारतीय क्षात्र धर्म और अहिंसा पुस्तक का मूल्य : 300 रुपए प्रकाशन : साहित्यागार जयपुर प्राप्ति हेतु संपर्क सूत्र: 0141- 40 22 382 , 2310 785 2 – भारतीय संस्कृति में साम्यवाद के मूल तत्व इस पुस्तक का मूल्य : 260 रुपये है। प्रकाशन : सनातन प्रकाशन जयपुर संपर्क सूत्र : 99 280 […]
पुस्तक चर्चा (विवेक रंजन श्रीवास्तव – विनायक फीचर्स) श्रीमदभगवदगीता एक सार्वकालिक ग्रंथ है। इसमें जीवन के मैनेजमेंट की गूढ़ शिक्षा है। आज संस्कृत समझने वाले कम होते जा रहे हैं, पर गीता में सबकी रुचि सदैव बनी रहेगी, अत: संस्कृत न समझने वाले हिन्दी पाठको को गीता का वही काव्यगत आनन्द यथावथ मिल सके इस […]
उमेश कुमार सिंह आधुनिक युग में अधिकतर मनुष्यों की व्यस्त जीवन शैली है जिसके कारण वे अत्यधिक तनावपूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं। इसलिए उनकी जीवनशैली बीमारियों की वजह बनती है। इसलिए अपने भोजन में तेल की मात्रा कम कर देनी चाहिए। इसका सबसे आसान और सरल तरीका है जीरो ऑयल। इसी को ध्यान में रखकर […]
26 – भारत के 1235 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास , भाग – 4 ‘शिवा बैरागी का प्रताप बना मुगलों का संताप’ इससे ग्रंथ माला के चौथे खंड में विद्वान लेखक ने राजा चंपत राय , रानी सारंधा , अमर सिंह राठौड़, राजा हरदौल सिंह, राणा भीम सिंह, अमर सिंह राठौड़ का शव और बल्लू […]
पुस्तक चर्चा * (पवन वर्मा-विनायक फीचर्स) अपने पत्रकारिता जीवन के आरंभिक दौर में क्राइम रिपोर्टर के रूप में काम करते हुए मैंने अनेक बार महसूस किया कि अपराध की दुनिया में बहुत कुछ ऐसा होता है जो आधिकारिक रुप से सामने नहीं आता लेकिन यह छुपा हुआ सच बेहद रोमांचक होता है। पर्दे के पीछे […]
लेखक ने सन 712 ईस्वी से लेकर 1947 तक का 1235 वर्ष का भारत का स्वाधीनता संग्राम एक अनुपम और अद्वितीय ढंग से प्रस्तुत किया है। लेखक की मान्यता है कि भारतवर्ष कभी गुलाम नहीं रहा। तथाकथित गुलामी एक मतिभ्रम है। वास्तविकता यह है कि भारत अपनी स्वाधीनता की रक्षा के लिए पहले दिन से […]
क्या हिन्दू इतिहास केवल हार और असफलता का इतिहास है? क्या हिन्दूओं ने संघर्ष न करके आत्मसर्मपण किया है? हिन्दू आत्मगौरव और आत्मग्लानि का ऐतिहासिक सत्य क्या है? हिन्दू शासन, सत्ता और वीरता का ऐसा इतिहास जो पाठ्यक्रम (Syllabus) में छुपा दिया गया। उस इतिहास को बताने वाली 2 पुस्तकें। 1- हिन्दू पद पादशाही 2- […]
पुस्तक चर्चा संभवामि युगे युगे (विवेक रंजन श्रीवास्तव – विभूति फीचर्स) श्रीमद्भगवत गीता के चौथे अध्याय के आठवें श्लोक परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे॥ से श्री कुमार सुरेश ने किताब का शीर्षक लिया है। भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि दुष्टों के विनाश के लिये मैं हर युग में हर युग में […]