Categories
बिखरे मोती

कर्माशय से ही मिलें, आयु योनि भोग

बिखरे मोती-भाग 94 गतांक से आगे….बंूद एक ही इत्र की,फोहे को महकाय।दिव्य गुण की प्रधानता,मनुज से देव बनाय ।। 917 ।। व्याख्या :दिव्य गुण अर्थात ईश्वरीय गुण। ये आत्मिक ऐश्वर्य के मूलतत्व भी कहलाते हैं। इन्हीं के कारण व्यक्ति के तेज और यश में वृद्घि होती है। ये ईश्वरीय गुण अग्रलिखित हैं जैसे-ज्ञान (विवेक अथवा […]

Categories
संपादकीय

आयु घट भी सकती है और बढ़ भी सकती है

सामान्यत: किसी भी दुर्घटना या चोट आदि के पश्चात जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो लोग उसे अकाल मृत्यु कहते हैं। लोग पीडि़त परिवार को सांत्वना देते हुए ऐसा भी कहते सुने जाते हैं कि ईश्वर ने ऐसा ही करना था, सो हो गया, इसलिए दु:ख किस बात का?ऐसी बातों के बीच […]

Exit mobile version