-तनवीर जाफ़री- इराक़ तथा सीरिया के बड़े हिस्से पर अपना नियंत्रण करने के बाद इस्लाम के नाम पर संचालित होने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने संभवत: दक्षिण एशिया में भी अपनी दस्तक दे दी है। बावजूद इसके कि इराक व सीरिया में आईएस हमलावरों को अमेरिकी गठबंधन सेना के साथ-साथ आईएस विरोधी कुर्द,शिया […]
महीना: मई 2015
इस बार संयुक्त अरब अमारात में आना तीन—चार साल बाद हुआ। मेडिकल इंस्टीट्यूट के प्रसिद्ध हृदरोग—विशेषज्ञ डॉ. सुभाष मनचंदा का भाषण था और मुझे अध्यक्षता के लिए बुलाया गया था। इंडिया क्लब का पूरा हॉल भरा था। डॉ. मनचंदा बोले ‘योग और स्वस्थ हृदय’ विषय पर। उन्होंने हृदय–रोग के बारे में इतनी सरल और उपयोगी […]
इस्लाम के नाम पर पश्चिम एशिया में क्या हो रहा है? सीरिया, एराक, यमन आदि देशों में एक के बाद एक शहरों में ‘इस्लामी राज्य’ का कब्ज़ा होता जा रहा है। वहाँ की सरकारें हक्की—बक्की रह जाती हैं। उनकी फौजें और पुलिस भाग खड़ी होती हैं। यह सब तब हो रहा है जबकि इन-अरब राष्ट्रों […]
दिल्ली के मुख्यमंत्री और उप—राज्यपाल के दंगल ने अब अपना अखाड़ा बदल लिया है। अब यह दंगल भाजपा और ‘आप’ के बीच शुरू हो गया है। ‘आप’ के नेताओं का मानना है कि उप—राज्यपाल नजीब जंग केंद्र सरकार के इशारे पर अरविन्द केजरीवाल सरकार को ठप करने पर उतारू हैं। वे न तो किसी अफसर […]
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस विदेश यात्रा में सबका ध्यान उनकी चीन−यात्रा पर सबसे ज्यादा गया। जाना भी चाहिए था, क्योंकि चीन एशिया का सबसे बड़ा राष्ट्र है और भारत के साथ उसके संबंध उलझनभरे भी हैं लेकिन इस पूरी यात्रा में उनके मंगोलिया और दक्षिण कोरिया जाने का अपना कूटनीतिक और सामरिक महत्व है। […]
सुरेश चिपलुनकर गत 30 जनवरी को महात्मा गाँधी के अन्तिम ज्ञात (?) अस्थि कलश का विसर्जन किया गया। यह “अंतिम ज्ञात” शब्द कई लोगों को आश्चर्यजनक लगेगा, क्योंकि मानद राष्ट्रपिता के कितने अस्थि-कलश थे या हैं, यह अभी तक सरकार को नहीं पता। कहा जाता है कि एक और अस्थि-कलश बाकी है, जो कनाडा में […]
– डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने अपना एक साल पूरा कर लिया है । भारत जैसे बड़े देश में नीतिगत परिवर्तनों और उसके क्रियान्वयन के लिये एक साल ज़्यादा मायने नहीं रखता , लेकिन जब एकबारगी में सत्ता की अवधि पाँच साल के लिये निश्चित हो , तो ज़ाहिर है एक […]
मृत्युंजय दीक्षित विगत 16 मई 2014 का दिन भारतीय राजनीति के इतिहास में एक बेहद ऐतिहासिक व अभूतपूर्व दिन था जब भारत की जनता जनार्दन ने एकजुट होकर 35 वर्षोें के बाद एक सषक्त नेतृत्व को पूर्ण बहुमत की सत्ता प्रदान कर दी। यह दिन भारत के लिए एक ऐतिहासिक सूर्योदय का दिन था जब […]
मृत्युंजय दीक्षित भारत में स्वतंत्र पत्रकारिता के जनक व समाजसेवी ब्रहमसमाज के संस्थापक राजाराममोहन राय का जन्म 22 मई सन् 1772 ई में बंगाल के एक धार्मिक ब्राहमण परिवार में हुआ था। राममोहन जी के पूर्वजों ने बंगाल के नवाबों के यहां उच्चपद पर कार्य किया किन्तु उनके अभद्र व्यवहार के कारण पद छोड़ दिया।वे […]
बिखरे मोती-भाग 97 गतांक से आगे….दुर्भाव से सद्भाव के,मिटते जायें संबंध।जैसे बदबू की हवा,खाती जाय सुगंध ।। 929 ।। व्याख्या :-हृदय की शुद्घि सद्भाव से होती है। हृदय में प्रसन्नता भी सद्भाव से ही रहती है। यदि किसी कारणवश हृदय में दुर्भाव पैदा हो जाए तो वह गोखरू के कांटे की तरह बढ़ता जाता है, […]